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प्रेग्नेंसी के दौरान गुलियन बेरी सिंड्रोम से कैसे बचें? जानें एक्सपर्ट टिप्स

गुलियन बेरी सिंड्रोम एक दुर्लभ लेकिन गंभीर ऑटोइम्यून न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें इम्यून सिस्टम गलती से स्वस्थ नर्वस सिस्टम पर हमला कर देता है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान गुलियन बेरी सिंड्रोम से कैसे बचें? जानें एक्सपर्ट टिप्स


गर्भावस्था एक महिला के जीवन का सबसे अनमोल समय होता है, लेकिन इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जो कुछ बीमारियों के प्रति आपको सेंस‍िट‍िव बना सकते हैं। इन्हीं में से एक है गुलियन बेरी सिंड्रोम (Gullain Barre Syndrome), जो एक दुर्लभ लेकिन गंभीर ऑटोइम्यून न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। यह बीमारी, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है और तंत्रिका तंत्र पर हमला करके मांसपेशियों में कमजोरी, झुनझुनी और यहां तक कि लकवे जैसी स्थिति पैदा कर सकता है। हालांकि यह बीमारी किसी को भी हो सकती है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान यह ज्यादा जोखिम भरी हो सकती है। तो आइए जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान गुलियन बेरी सिंड्रोम से बचने के लिए कौन-कौन से एक्सपर्ट टिप्स अपनाने चाहिए। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

1. इम्यून सिस्टम को मजबूत रखें- Make Your Immune System Strong

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गुलियन बेरी सिंड्रोम एक ऑटोइम्यून बीमारी है, इसलिए मजबूत इम्यूनिटी इसे रोकने में मदद कर सकती है। इसके लिए प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी डाइट लें जिसमें विटामिन-सी, विटामिन-डी, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में हों। हरी सब्जियां, फल, नट्स और सीड्स को अपनी डाइट में शामिल करें।

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2. इंफेक्शन से बचाव जरूरी है- Infection Prevention

गुलियन बेरी सिंड्रोम का एक बड़ा कारण वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान खुद को इंफेक्शन से बचाना बेहद जरूरी है। नियमित रूप से हाथ धोएं, अच्छी हाइजीन बनाए रखें और बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें।

3. फ्लू और अन्य जरूरी वैक्सीनेशन लें- Vaccine For Prevention

गर्भावस्था के दौरान कुछ वायरस से इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ जाता है, जिससे गुलियन बेरी सिंड्रोम का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर फ्लू वैक्सीन, टि‍टनस और डिप्थीरिया वैक्सीन जैसे जरूरी टीकाकरण करवाएं।

4. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं- Opt For Healthy Lifestyle

स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर गुलियन बेरी सिंड्रोम के जोखिम को कम किया जा सकता है-

  • नियमित एक्‍सरसाइज करें (हल्की वॉक, योग या प्रेग्नेंसी एक्सरसाइज)
  • भरपूर नींद लें, क्योंकि अच्छी नींद इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है
  • स्‍ट्रेस कम करें, क्योंकि ज्यादा स्ट्रेस शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकता है

5. संतुलित आहार लें- Healthy Diet For Gullain Barre Syndrome Prevention

स्वस्थ आहार न सिर्फ मां बल्कि बच्चे के लिए भी फायदेमंद होता है। प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स से भरपूर भोजन लें। प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा शुगर और जंक फूड से बचें, क्योंकि ये इम्यूनिटी को कमजोर कर सकते हैं।

6. नर्वस सिस्टम को मजबूत करें- Make Your Nervous System Strong

गुलियन बेरी सिंड्रोम मुख्य रूप से तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, इसलिए नर्वस सिस्टम को हेल्दी बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए-

  • मैग्नीशियम और विटामिन-बी12 युक्त खाद्य पदार्थ खाएं
  • रिलैक्सिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन करें
  • ज्यादा कैफीन या एल्कोहल का सेवन न करें

7. डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं- Regular Doctor Visit

गर्भावस्था के दौरान किसी भी असामान्य लक्षण, जैसे हाथ-पैरों में झुनझुनी, कमजोरी, चक्कर आना या संतुलन खोना महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर सही इलाज से गुलियन बेरी सिंड्रोम के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

गर्भावस्था के दौरान गुलियन बेरी सिंड्रोम से बचने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखना, इंफेक्शन से बचाव, संतुलित आहार, वैक्सीनेशन और हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी है। किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से समय-समय पर सलाह लेते रहें।

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