
जब अपने आसपास लोगों की डाइट देखती हूं, तो ज्यादातर उसमें तला-भुना और मसालेदार भोजन ही होता है। ज्यादा मिर्च-मसाले वाला खाना हमारी डाइट का हिस्सा बन चुका है। ये खाना कभी-कभी खाया जा सकता है, लेकिन अगर ये आपकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाए, तो धीरे-धीरे पाचन को कमजोर करने लगता है। पाचन कमजोर होने पर कब्ज, एसिडिटी, गैस, अपच जैसी समस्याएं होने लगती हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पाचन कमजोर होने पर तुरंत दवाओं पर निर्भर नहीं होना चाहिए, बल्कि डाइट में कुछ बदलाव करके पाचन को दोबारा मजबूत बनाने के बारे में सोचना चाहिए। इस लेख में हम जानेंगे ऐसे ही सात उपाय जिनकी मदद से तला-भुना खाने के बाद पाचन को दोबारा मजबूत बनाया जा सकता है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Neha Sinha, Nutritionist At The Nutriwise Clinic, Lucknow से बात की।
1. गुनगुना पानी, काला नमक, अजवाइन और हींग- Lukewarm Water With Ajwain & Hing

- पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए एक गिलास गुनगुना पानी पिएं।
- गुनगुने पानी में काला नमक, अजवाइन और चुटकीभर हींग मिलाकर पिएं।
- Nutritionist Neha Sinha ने बताया कि गुनगुने पानी के साथ काला नमक, अजवाइन और हींग का सेवन करने से पेट में गैस और अपच से राहत मिलती है। इससे पाचन अग्नि को एक्टिव करने में मदद मिलती है।
यह भी पढ़ें- काली मिर्च से सुधारें गट हेल्थ, एक्सपर्ट से जानें बेहतर पाचन के लिए कैसे करें इसका सही इस्तेमाल?
2. खाने के बाद 10 मिनट टहलें- Post Meal Walk
- खाने को पचाने के लिए खाने के बाद 10 मिनट वॉक करें।
- अगर खाने के तुरंत बाद बैठ जाएंगे या लेट जाएंगे, तो डाइजेशन धीमा हो सकता है।
- खाने के बाद 10 मिनट वॉक करेंगे, तो अपच और ब्लोटिंग की समस्या दूर होती है।
3. चावल की कांजी पिएं- Drink Fermented Rice Kanji

Nutritionist Neha Sinha ने बताया कि अच्छे पाचन के लिए सुबह चावल की कांजी का सेवन करना फायदेमंद होता है। इससे शरीर को नेचुरल प्रोबायोटिक्स मिलते हैं। चावल की कांजी का सेवन करके गट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाकर पाचन को सुधारने में मदद मिलती है। चावल की कांजी बनाने के लिए-
- उबले हुए चावल को पानी में भिगोकर रातभर रखें।
- सुबह उस पानी को हल्का मसलकर नमक मिलाएं और कांजी के रूप में पी लें।
- आप चाहें, तो इसमें नीम, राई और सरसों के तेल का तड़का भी देकर खा सकते हैं।
यह भी पढ़ें- सर्दियों में रहते हैं पाचन की समस्याओं से परेशान? करें इस हर्ब की पत्ती का इस्तेमाल, मिलेंगे कई लाभ
4. नियमित एक्सरसाइज करें- Do Regular Exercise
Nutritionist Neha Sinha ने बताया कि तला-भुना खाने की रिकवरी के लिए आपको बॉडी को एक्टिव करना जरूरी है इसलिए हल्की एक्सरसाइज या योग करें। इससे पाचन तंत्र एक्टिव होगा और कब्ज एवं एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी।
5. फाइबर और प्रोबायोटिक्स बढ़ाएं- Add Fibre & Probiotics
- तला-भुना खाने से कमजोर हुए पाचन को ठीक करने के लिए डाइट में फल, सब्जियां, दही और छाछ को शामिल करें।
- यह गट की सफाई करेंगे और पाचन संतुलन में मदद करेंगे।
यह भी पढ़ें- सर्दियों में पाचन की समस्या से हैं परेशान? जानें किस समय डिनर करने से बेहतर रहेगा डाइजेशन
6. ज्यादा पानी पिएं- Drink More Water
- तला-भुना खाने के बाद अक्सर पाचन कमजोर हो जाता है और दस्त या अपच जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
- पेट की समस्यााओं को दूर करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें। इससे शरीर के टॉक्सिन्स को शरीर के बाहर निकालने में मदद मिलेगी।
7. रोज तला-भुना खाने से बचें- Avoid Oily & Spicy Food Daily
- हल्का खाना खाएं और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें।
- जो चीजें ऑयली हैं या जिनमें मसाला-मिर्च ज्यादा है, वो खाने से बचें।
- हल्का खाएंगे, तो डाइजेशन बेहतर होगा और पाचन मजबूत होने लगेगा।
निष्कर्ष:
पाचन कमजोर हो गया है, तो हल्का भोजन करें, ज्यादा पानी पिएं, फाइबर और प्रोबायोटिक्स का सेवन करें, नमक, अजवाइन, हींग वगैरह का सेवन करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
यह विडियो भी देखें
FAQ
खराब पाचन की पहचान कैसे करें?
पेट में भारीपन, मतली, खाना देर से पचना, थकान, भूख न लगना, अपच, कब्ज, पेट फूलना, एसिडिटी, गैस आदि खराब पाचन के लक्षण हैं।पाचन तंत्र के 5 रोग कौन से हैं?
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, अल्सर, एसिड रिफ्लक्स, कब्ज, गैस्ट्राइटिस पाचन तंत्र के पांच प्रमुख रोग हैं। ये रोग गलत खानपान और स्ट्रेस से बढ़ सकते हैं।कमजोर पाचन को मजबूत कैसे करें?
कमजोर पाचन को मजबूत करने के लिए समय पर भोजन करें, गुनगुना पानी पिएं, तला-भुना कम खाएं, रोज वॉक करें, स्ट्रेस कम करें और नींद पूरी करें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Dec 16, 2025 16:00 IST
Published By : Yashaswi Mathur