आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, सबसे आगे निकलने की चाहत में लाेगाें ने तनाव, चिंता और डिप्रेशन से दाेस्ती कर ली है। बच्चे, बड़े हाे या बुजुर्गं सभी किसी न किसी वजह से तनाव में रहते हैं। तनाव किसी भी व्यक्ति काे न सिर्फ मानसिक बल्कि शारीरिक रूप से भी परेशान करता है। अगर काेई व्यक्ति लंबे समय तक तनाव में रहता है, ताे उसे हृदय राेग, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर हाेने का अधिक खतरा अधिक हाेता है। यही कारण है कि देश ही नहीं दुनिया भर में अचानक से हाेने वाली मौताें का आंकड़ा बढ़ रहा है। तनाव काे अगर साइलेंट किलर कहा जाए, ताे काेई अतिशयाेक्ति नहीं हाेगी।
तनाव काे भले ही हम हल्के में लेकर जीते रहते हैं, लेकिन यह अंदर ही अंदर आपकाे नुकसान पहुंचाता रहता है। इतना ही नहीं तनाव किसी व्यक्ति की जान का कारण भी बन सकता है। इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है।
तनाव कैसे बनता है साइलेंट किलर (How Stress Has Become Silent Killer)
मनाेचिकित्सक डॉक्टर चांदनी तुगनैत (Dr. Chandni Tugnait, Psychotherapist) बताती हैं तनाव किसी भी व्यक्ति काे शारीरिक और मानसिक दाेनाें रूप से प्रभावित करता है। तनाव शारीरिक या मानसिक रूप से किसी भी दबाव का सामना करने के लिए शरीर की एक प्रतिक्रिया है। लेकिन जब काेई व्यक्ति लंबे समय तक लगातार तनावग्रस्त रहता है, ताे इससे कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याएं जन्म लेने लगती हैं। तनाव की वजह से बेचैनी, बीमारियां और चिंता बढ़ जाती है।
डॉक्टर चांदनी बताती हैं कि तनाव काे कम करने की बहुत जरूरत हाेती है। क्याेंकि अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, ताे यह किसी भी व्यक्ति के लिए साइलेंट किलर का कारण बन सकता है। डॉक्टर चांदनी बताती हैं कि 50 प्रतिशत से अधिक मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं (Mental Health Problem) तनाव की वजह से ही उत्पन्न हाेती है। तनाव उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure), हृदय रोग (Heart Disease), अनिद्रा (Insomnia), मधुमेह (Diabetes), आदि बीमारियाें का भी कारण बन सकता है। तनाव बहुत ही शांति से किसी भी व्यक्ति की के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक जीवन पर प्रहार करता है।
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तनाव और साइलेंट किलर (Stress and Silent Killer)
डॉक्टर चांदनी बताती हैं कि तनाव न सिर्फ आपके स्वास्थ्य और रिश्ताें काे प्रभावित करता है। बल्कि कई बार यह साइलेंट किलर का कारण भी बनता है। अगर समय रहते तनाव या स्ट्रेस पर ध्यान न दिया जाए, ताे इससे जीवन काे भी खतरा हाे सकता है। तनाव काे मामूली समझकर नजरअंदाज करता बिल्कुल ठीक नहीं है। इसलिए आपकाे इससे कुछ बचाव के उपाय जानना जरूरी है। तनाव का असर हृदय यानी हार्ट पर भी पड़ता है।
तनाव से बचाव के उपाय (Prevention Tips for Stress)
अगर आप तनाव, चिंता या स्ट्रेस महसूस करते हैं, ताे इसके साथ जीना शुरू न कर दें। क्याेंकि यह आपकी जान काे भी जाेखिम में डाल सकता है। तनाव किसी भी व्यक्ति काे धीरे-धीरे अपनी चपेट में लेता है और उसके जीवन काे प्रभावित करता है। इसलिए अगर आप तनावग्रसित महसूस कर रहे हैं, ताे इस स्थिति में इससे बचाव बहुत जरूरी हैं। जानें तनाव या स्ट्रेस दूर करने के आसान उपाय-
- तनाव काे कम करने के लिए आप राेजाना एक्सरसाइज और याेगा (मन की शांति और तनाव के लिए याेग) करें। व्यायाम तनाव और चिंता काे दूर करने में मदद करता है। साथ ही इससे व्यक्ति रिलैक्स फील करता है।
- तनाव काे कम करने के लिए नींद पूरी लें। अकसर थकार, कमजाेरी की वजह से भी व्यक्ति काे तनाव हाे जाता है। ऐसे में जरूरी है आप अपनी नींद पूरी लें।
- अच्छा आहार आपकाे सभी तरह की बीमारियाें से बचाव करता है। तनाव रहित हाेने के लिए भी आप अच्छी डाइट फॉलाे करें।
- तनाव से दूर रहने के लिए दिनभर में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- धूम्रपान, शराब और कैफीन से दूरी बनाकर रखें।
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अगर आप लंबे समय से तनाव से ग्रसित हैं, ताे इसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें। क्याेंकि तनाव धीरे-धीरे बढ़ता जाता है, जिससे कई तरह के राेग पैदा हाेने लगते हैं और व्यक्ति की अचानक ही जान चली जाती है।
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