
एक्सरसाइज करने को लेकर बहुत सारे लोग जुनून से भरे होते हैं। ऐसे लोग बिना ब्रेक लिए लगातार एक्सरसाइज करते हैं। वो अपने लिए किसी भी दिन को छुट्टी वाला दिन नहीं मानते हैं और ठीक उसी समय पर बिना रूके लगातार एक्सरसाइज करते हैं। कभी कभार आपको ऐसे लोग एक्सरसाइज एडिक्टेड भी लग सकते हैं। यहां तक कि अगर आप इन्हें जिम में देख लें, तो पाएंगे कि ये अपने एक्सरसाइज के एक सेट से दूसरे सेट के बीच में भी आराम नहीं लेते हैं, जो कि अच्छी आदत नहीं है। दरअसल शरीर की कुशलता को देखते हुए और एक्सरसाइज का ज्यादा फायदा लेने के लिए हमें एक एक्सरसाइज करने के बाद थोड़ा रूकना चाहिए और फिर दूसरी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
एक्सरसाइज करने के बीच में रेस्ट लेना क्यों जरूरी है?
एक्सरसाइज के बीच-बीच में थोड़ा सा गैप लेने से शरीर को ठहरने का मौका मिल जाता है। इससे शरीर एनर्जी की रिकवरी कर पाता है और आपको दोबारा दूसरे एक्सरसाइज तो करने का प्रोत्साहन देता है। अगर आप एक एक्सरसाइज से दूसरे एक्सरसाइज के बीच नहीं रूकते तो ये आपके शरीर की कोशिकाओं के भीतर ऊर्जा को कम करना। इससे कोशिकाओं का नुकसान भी हो जाता है और शरीर चोटिल भी महसूस कर सकता है।
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एक्सरसाइज के हिसाब से रेस्ट लेने का तरीका (rest between workouts)
शॉर्ट रेस्ट पीरियड्स (Short Rest Periods)
शॉर्ट रेस्ट पीरियड्स लगभग 30 सेकंड का होता है। यानी कि आपको एक एक्सरसाइज से दूसरे एक्सरसाइज के बीच लगभग 30 सेकंड का गैप ले लाना चाहिए। पर प्रश्न ये है कि आप इन एक्सरसाइजों के बीच ये वाला गैप लेंगे। दरअसल जब आप वेट लिफ्टिंग कर रहे हों, तब आप दो सेट्स के बीच में ये गैप लें। हालांकि, आपको लग सकता है कि ये बहुत छोटा सा टाइम पीरियड है, पर अगर आप बहुत ज्यादा आराम लेंगे, तो आपका मनोबल कम हो जाएगा और आप इसे अच्छे से नहीं कर पाएंगे और जल्दी थक जाएंगे।
लोंग रेस्ट पीरियड्स (Long Rest Periods)
लोंग रेस्ट पीरियड्स में आप 2 मिनट से 5 मिनट तक का रेस्ट ले सकते हैं। इस लंबी अवधि के आराम का प्राथमिक लाभ यह है कि, इससे आपको अपनी एनर्जी को वापिस लेने में मदद मिल सकती है। इसके बाद आप अधिकतम वजन वाले टूल्स का उपयोग कर सकते हैं जिसके परिणामस्वरूप आपके मसल्स और अच्छे होंगे। हालांकि, लंबी अवधि के लिए कमियां यह है कि आप अक्सर अपनी मांसपेशियों को पर्याप्त रूप से थकाते नहीं हैं और धीमे-धीमे में जल्दी थक जाते हैं।
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मॉडरेट रेस्ट पीरियड्स (Moderate Rest Periods)
मॉडरेट रेस्ट पीरियड्स लगभग 60-90 सेकंड होता है। मॉडरेट रेस्ट, मांसपेशियों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए फायदेमंद है। यही कारण है कि मध्यम आराम की अवधि मांसपेशियों के निर्माण के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। ये मांसपेशियों के तंतुओं को विकास के लिए क्षमता को बढ़ाता है।
अगर आप नार्मल योग भी कर रहे हैं, तो एक योग से दूसरे योग के बीच में मॉडरेट रेस्ट लें। इसके बाद फिर दूसरी मुद्रा की शुरुआत करें। इस तरह ये आपके शरीर पर बहुत असर दिखाएगा। तो जल्दी-जल्दी व्यायाम न करें। आराम से रेस्ट करके सही नियमों के साथ एक्सरसाइज करें।
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