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भूल जाने की बीमारी में कैसे मदद करती है ब्रेन एक्सरसाइज? जानें डॉक्टर से

डिमेंशिया की बीमारी में पीड़ित व्यक्ति चीजों को भूल जाते हैं, जिससे उन्हें रोजाना कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए इस लेख में जानते हैं कि डिमेंशिया की बीमारी में ब्रेन एक्सरसाइज कैसे काम करती है?
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भूल जाने की बीमारी में कैसे मदद करती है ब्रेन एक्सरसाइज? जानें डॉक्टर से


किसी भी व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। दिन के कुछ समय सिर्फ एक्सरसाइज करने से हम कई बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। शारीरिक बीमारियों से बचने के लिए फिजिकल एक्टिविटी को फायदेमंद माना जाता है। मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए भी लोग अक्सर ब्रेन एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे फोकस बढ़ाने और याददाश्त को बेहतर रखने में मदद मिल सकती है। इसलिए, डिमेंशिया के मरीजों को भी ब्रेन एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। डिमेंशिया की बीमारी में पीड़ित व्यक्ति चीजों को भूल जाता है, जिस कारण वो काम को कई बार दोहरा सकता है या फिर उस काम को करना ही भूल जाता है। ऐसे में डिमेंशिया के मरीजों के लिए ब्रेन एक्सरसाइज कैसे काम करती है, आइए दिल्ली के PSRI इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज के न्यूरोलॉजिस्ट एवं क्लिनिकल न्यूरोफिजियोलॉजी अध्यक्ष डॉ. नितिन के. सेठी से जानते हैं?

क्या डिमेंशिया के मरीजों के लिए ब्रेन एक्सरसाइज फायदेमंद है?

डॉ. नितिन के. सेठी के अनुसार डिमेंशिया की समस्या को कंट्रोल करने के लिए सिर्फ दवाओं का सेवन ही नहीं बल्कि ब्रेन एक्सरसाइज यानी दिमाग को एक्टिव रखने वाली गतिविधियां भी फायदेमंद हो सकती है। ब्रेन एक्सरसाइज, दिमाग को सोचने, याद करने और कोई फैसला लेने के लिए बढ़ावा देती है। जिस तरह हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए एक्सरसाइज करना जरूरी है। ठीक उसी तरह दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए ब्रेन एक्सरसाइज भी जरूरी है। ऐसे में जब डिमेंशिया के मरीज नियमित रूप से ब्रेन एक्सरसाइज करते हैं तो उनका ब्रेन ज्यादा एक्टिव होता है और मानसिक कार्यों में सुधार होता है।

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डिमेंशिया में ब्रेन एक्सरसाइज कैसे काम करती है?

डॉ. नितिन के. सेठी ने आगे जानकारी देते हुआ बताया कि डिमेंशिया की समस्या में ब्रेन एक्सरसाइज करने से दिमाग में नए न्यूरल कनेक्शन बनने लगते हैं। यह प्रक्रिया न्यूरोप्लास्टिसिटी कहलाती है, जिसमें दिमाग नई स्थितियों के अनुसार खुद को ढालने और सीखने की क्षमता दिखाने लगता है। ब्रेन एक्सरसाइज के दौरान जब मरीज पहेलियां हल करते हैं, शब्दों के साथ खेलते हैं, नई चीजों को सीखते हैं या याददाश्त से जुड़ी गतिविधियां करते हैं तो दिमाग के सेल्स ज्यादा एक्टिव होते हैं। इससे न सिर्फ याददाश्त बेहतर बनी रहती है, बल्कि फोकस, समझ और संवाद की क्षमता में भी सुधार होता है।  

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क्या कहती है स्टडी?

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक स्टडी में पाया गया कि, ज्यादा कॉग्निटिव और फिजिकल एक्टिविटी डिमेंशिया के जोखिम को कम करता है। जबकि युवावस्था में कॉग्निटिव गतिविधियां अल्जाइमर डिजीज के जोखिम को कम करता है।

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कौन सी ब्रेन एक्सरसाइज अच्छी है?

डॉ. नितिन के. सेठी ने बताया कि डिमेंशिया में ब्रेन एक्सरसाइज करने से दिमाग को बढ़ावा मिलती है, जिससे दिमाग की सुस्ती कम होती है और व्यक्ति खुद को ज्यादा आत्मनिर्भर महसूस करता है। इसलिए मरीज रोजाना इन ब्रेन एक्सरसाइजों का अभ्यास कर सकता है।

  1. किताबें पढ़ना: पढ़ने से दिमाग एक्टिव रहता है और याददाश्त में सुधार हो सकता है।
  2. डायरी लिखना: डायरी लिखने की आदत से याददाश्त और लेखन कौशल में सुधार होता है।
  3. गणित के सवाल हल करना: गणित के सवालों को हल करने से दिमाग के सोचने की क्षमता में सुधार होता है।
  4. नई भाषा को सीखना: किसी नई भाषा को सीखने से दिमाग को नई चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलती है और सोचने की शक्ति में सुधार होता है।

निष्कर्ष

डिमेंशिया के मरीजों के लिए ब्रेन एक्सरसाइज फायदेमंद हो सकती है। लेकिन, इसके साथ ही समय पर दवाएं लेना, परिवार और देखभाल करने वालों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है। साथ ही मरीज को मानसिक रूप से एक्टिव रखने के लिए उनके लिए सकारात्मक माहौल देना, बातचीत करना, और पुरानी यादों को शेयर करना उनके हौंसले को बढ़ाता है।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • दिमाग की एक्सरसाइज कैसे करें?

    दिमाग की एक्सरसाइज करने के लिए आप मेडिटेशन, सांस लेने की एक्सरसाइज, दिमाग के खेल और शारीरिक गतिविधियां जैसे चलना, दौड़ना, नाचना या तैरना आदि कर सकते हैं।
  • ब्रेन एक्सरसाइज के क्या फायदे हैं?

    ब्रेन एक्सरसाइज करने से याददाश्त, फोकस और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। साथ ही ये अल्जाइमर जैसे रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
  • याददाश्त कमजोर है तो क्या करना चाहिए?

    याददाश्त कमजोर होने पर आप अपने लाइफस्टाइल में कई तरह के बदलाव कर सकते हैं और ब्रेन एक्सरसाइज करके इसे बेहतर बना सकते हैं। साथ ही, पर्याप्त मात्रा में नींद लें, संतुलित और पौष्टिक आहार लें, नियमित एक्सरसाइज करें और तनाव से बचें। 

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 15, 2025 12:23 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

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