How To Treat Hyperactivity In Ayurveda: क्या आपको भी बहुत ज्यादा सपने आते हैं? क्या आपको अक्सर बुरे सपने ज्यादा आते हैं? दरअसल, यह मन में चल रहे विचारों का खेल ही होता है। आपने गौर किया होगा अगर आप सोते समय कुछ सोचते हुए सोते हैं, तो आपके मन में भी उसी तरह के विचार आते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि आपका माइंड सोते समय भी एक्टिव रहता है और उन विचारों को बार-बार याद कराता रहता है। इसी तरह की स्थिति बार-बार बुरे सपने आने की वजह होती है। यह समस्या हाइपरएक्टिव माइंड की वजह से होती है। दरअसल, यह हमारे ब्रेन की एक कंडीशन होती है जिसमें हमारा ब्रेन बहुत ज्यादा एक्टिव रहता है। इसकी वजह से मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए इस स्थिति को कंट्रोल करना जरूरी है। हाइपरएक्टिव माइंड की कंडीशन क्या है और इसे कैसे कंट्रोल कर सकते हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टर ईशा नेगी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइए लेख के माध्यम से जानें इसके बारे में।
जानें क्यों बार-बार आते हैं बुरे सपने?
बार-बार बुरे सपने आने की वजह हमारा हाइपरएक्टिव माइंड होता है। यह स्थिति तब होती है जब हम किसी निगेटिव विचार को बहुत ज्यादा सोचते हैं। आयुर्वेद में इसे वात असंतुलन की स्थिति माना जाता है। इस दौरान, हमारे माइंड में सोते समय कई सारे विचार एक साथ चल रहे होते हैं इसलिए यह स्थिति होती है।
इसे भी पढ़ें- धमाचौकड़ी मचाने वाले हाइपर एक्टिव बच्चों को शांत करने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, आप भी रहेंगे रिलैक्स
टॉप स्टोरीज़
हाइपरएक्टिव माइंड को कैसे कंट्रोल कर सकते हैं- Ways To Control Hyper Active Mind Ayurvedic
तलुओं की मसाज करके सोएं- Massage Your Feet
कई बार ज्यादा सोचने की वजह से नींद आना भी मुश्किल हो जाता है। विचारों को कंट्रोल रखने के लिए आप तलुओं की मसाज करके सो सकते हैं। आयुर्वेद में इसे थेरेपी माना जाता है जिससे माइंड और बॉडी दोनों को रिलैक्स मिलता है। तलुओं की मसाज करने से विचारों पर भी कंट्रोल रहता है। मसाज के लिए आप तिलका तेल को गर्म या गुनगुना करके तलुओं पर मसाज कर सकते हैं। इससे आपको अच्छी और सुकून भरी नींद लेने में मदद मिलेगी।
ग्राउंडिंग करें- Grounding
अर्थिंग या ग्राउंडिंग जैसी नेचुरल प्रोसेस माइंड को रिलैक्स रखने में मदद करेंगे। इसके लिए आप डीप ब्रिदिंग कर सकते हैं या घास पर नंगे पाव चल सकते हैं। इसके अलावा, सोने से पहले मोबाइल से ध्यान हटाकर किसी रिलैक्सिंग एक्टिविटी पर लगाएं। इससे भी आपको काफी मदद मिलेगी। लेवेंडर एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल करने और अरोमा थेरेपी या निद्रा योगा करने से भी आपको अच्छी नींद लेने में मदद मिलेगी।
इसे भी पढ़ें- बच्चे और बड़े दोनों हो सकते हैं एडीएचडी सिंड्रोम के शिकार, जानें क्या है ये
स्टीम थेरेपी लें- Steam Therapy
सोने से पहले मसाज या स्टीम थेरेपी लेने से अच्छी नींद लेने में मदद मिलती है। इससे माइंज और बॉडी दोनों की थकावट कम होती है। स्टीम थेरेपी लेने से आपको ओवर थिंकिंग को कंट्रोल रखने में भी मदद मिलेगी।
इन टिप्स को अपनाने से आपको अपने माइंड को शांत रखने में मदद मिलेगी। इनकी मदद से आप हाइपरएक्टिव माइंड को भी कंट्रोल रख सकते हैं। इसके बावजूद, अगर आपको असर नजर नहीं आता है, तो एक्सपर्ट से बात करें।
View this post on Instagram