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हर महिला को जरूर पता होने चाहिए हार्मोन्स से जुड़े ये 4 फैक्ट्स, एक्सपर्ट से जानें

महिलाओं के शरीर में कोई भी हार्मोन असंतुलित होने का प्रभाव उनके ओवरऑल हेल्थ पर पड़ता है, ऐसे में आइए जानते हैं हार्मोन्स से जुड़ी कुछ जरूरी बातें-
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हर महिला को जरूर पता होने चाहिए हार्मोन्स से जुड़े ये 4 फैक्ट्स, एक्सपर्ट से जानें


पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना ज्यादा करना पड़ता है। हमारे शरीर को बेहतर ढंग से काम करने में हार्मोन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन आज के व्यस्त जीवनशैली में लोगों की डाइट और शारीरिक गतिविधियों में कमी स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। ऐसे में हार्मोन्स में असंतुलन महिलाओं के पीरियड साइकिल को प्रभावित करने के साथ, पीएमएस, थायराइड आदि समस्याओं को बढ़ा सकता है। महिलाओं के तौर पर, जब बात हार्मोन्स को समझने की आती है, तो वे अक्सर इसे समझने में गलती कर देतीहै। ऐसे में आइए सर्टिफाइड न्यूट्रिशन कोच तनीषा बावा से ऐसे ही कुछ हार्मोन से जुड़ी फैक्ट्स के बारे में जानते हैं, जो हर महिला को जरूर पता होना चाहिए।

महिलाओं में हार्मोन से जुड़े फैक्ट्स 

1. हार्मोन असंतुलन पीरियड को प्रभावित करता है

शरीर में तनाव हार्मोन बढ़ने से प्रोजेस्टेरोन हार्मोन दब जाता है, जिससे आपकी पीरियड साइकिल प्रभावित हो सकती है। तनाव बढ़ने के कारण आपके पीरियड्स आने में देरी या रुक जाने की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने तनाव को कंट्रोल करने का अभ्यास करें। 

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2. स्वस्थ वसा हार्मोन के लिए जरूरी 

पुरानी डाइट के स्थान पर अपने खान-पान में हेल्दी बदलाव करें। ऐसे में एवोकाडो और जैतून का तेल जैसे स्वस्थ फैट आपके हार्मोन को संतुलित रखने के लिए बेहद जरूर है। यह फूड्स हार्मोन को संतुलित करके एनर्जी को बनाए रखने और प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करता है। 

3. पीएमएस सामान्य नहीं है 

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस, कई महिलाओं में आम हो सकता है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना आपके हार्मोनल स्वस्थ्य को प्रभावित करता है। दरअसल, पीएमएस पुरानी सूजन या हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है, जिसे अनदेखा करने से आपको कई स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

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4. वजन उठाने से हार्मोन संतुलित होते हैं 

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, सिर्फ बॉडीबिल्डर्स के लिए नहीं है, यह हार्मोन स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी होता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग इंसुलिन को कंट्रोल करने में मदद करता है और एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तरों को बढ़ावा देता है, जो आपके ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी होता है। 

महिलाओं के लिए जरूरी है कि वे अपने स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए अपने हार्मोन हेल्थ पर फोकस करें। शरीर में कोई भी हार्मोनल बदलाव होने के का प्रभाव आपके ओवरऑल हेल्थ पर पड़ता है। ऐसे में आप हेल्दी लाइफस्टाइल, डाइट और शारीरिक गतिविधियों पर फोकस करें। 

Image Credit: Freepik 

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