हाथ-​पैरों में होने वाली झनझनाहट को दूर करने के 7 घरेलू उपाय

हाथ पैरों में झनझनाहट होना आम समस्या है लेकिन यह आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है। ऐसे में समस्या को दूर करने के लिए जानते हैं घरेलू उपाय...
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हाथ-​पैरों में होने वाली झनझनाहट को दूर करने के 7 घरेलू उपाय


हाथ पैरों में झनझनाहट (tingling in hands feet) होना यानी पैरेस्थेसिया (Pins and needles) हो जाना। जब व्यक्ति को अपने हाथ पैरों में पिन जैसी चुभन या ऐसा प्रतीत हो जैसे उसके हाथ पैरों में चीटियां चल रही हैं तो इस स्थिति को हाथ पैर में झनझनाहट कहा जाता है। जब यह समस्या पैदा होती है तो व्यक्ति के हाथ पैर या उसका एक हिस्सा सुन्न पड़ जाता है, जिसके कारण कभी-कभी असामान्य स्थिति पैदा हो जाती है और व्यक्ति को रोजमर्रा के कार्यों को करने में दिक्कत आती है। यह समस्या सबसे ज्यादा पैर, तलवे, उंगलियां, बांह, हाथ आदि में होती है। हालांकि इस समस्या को शुरुआत में कुछ घरेलू उपाय के माध्यम से रोका जा सकता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि हाथ पैरों में झनझनाहट को रोकने के लिए आप किन घरेलू उपायों (home remedies for tingling in hands and feet) का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए हमने आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (Ayurvedacharya Dr. M Mufik) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...

1 - मालिश के माध्यम से (massage for tingling hands and feet)

हाथ पैरों की मालिश करने से शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है। ऐसा करने से न केवल शरीर सुडौल बनता है बल्कि हड्डियों में ताकत भी आती है। अगर आप हाथ पैर आदि में झुनझुनाहट से परेशान हैं तो आप मालिश के माध्यम से परेशानी को दूर कर सकते हैं। मालिश के लिए सरसों का तेल और नारियल का तेल आदि का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान दें मालिश ऊपर से नीचे की तरफ होनी चाहिए।

2 - व्यायाम करने से मिलता है फायदा (exercise for tingling hands and feet)

अगर हाथ पैर में झनझनाहट बार-बार हो रही है तो अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करें। ऐसा करने से ना केवल ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है बल्कि कोशिकाएं भी भली-भांति काम करती हैं। अब सवाल यह है कि कौन से व्यायाम इस समस्या को दूर करने में उपयोगी हैं तो बता दें कि शुरुआत स्ट्रैचिंग से करना एक बेहतर विकल्प है। वहीं नियमित रूप से आधे घंटे एरोबिक्स करना इस समस्या का अच्छा उपचार है।

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3 - हल्दी के उपयोग से (Turmeric for tingling hands and feet)

हल्दी के अंदर एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं साथ ही इसके अंदर Curcumin (करक्यूमिन) और सूजनरोधी गुण मौजूद होते हैं जो न केवल ब्लड सरकुलेशन को बेहतर बनाता है बल्कि सुन्न हुई जगह पर ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। ऐसे में आप हफ्ते में 4 से 5 दिन हल्दी के दूध का सेवन करें। ध्यान दें, अगर आप हल्दी का दूध गर्मी में ले रहे हैं तो सबसे पहले हल्दी की मात्रा का ज्ञान ले लें। हल्दी की तासीर गर्म होती है ऐसे में सबसे पहले यह जानें कि दूध में कितनी हल्दी जरूरी है उसके बाद ही हल्दी का सेवन करें।

4 - सेंधा नमक के उपयोग से (epsom salt for tingling hands and feet)

सेंधा नमक न केवल मांसपेशियों को आराम देता है बल्कि इसके अंदर पाए जाने वाले एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन को दूर करने के साथ-साथ झनझनाहट में भी आराम पहुंचाते हैं।

  • ऐसे में आप नहाने के पानी में सेंधा नमक डालकर स्नान कर सकते हैं।
  • इसके अलावा प्रभावित जगह को पानी से भरे टब, जिसमें सेंधा नमक मिला हो उसमें भिगोएं और 20 से 30 मिनट बाद सादे पानी को साफ कर लें।
  • ऐसा करने से ना केवल मांसपेशियों में राहत मिलेगी बल्कि नसों में भी आराम पहुंचेगा।

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5 - लेवेंडर तेल के उपयोग से (lavender oil for tingling hands and feet)

लेवेंडर तेल झनझनाहट को दूर करने में बेहद मददगार है। अगर कोई व्यक्ति प्रभावित स्थान पर लैवेंडर तेल से मसाज करता है तो रेस्टलेस लेग सिंड्रोम जो एक ऐसा विकार है, जिसमें व्यक्ति बार-बार पैर हिलाने के लिए उतारू होता है, वे इस समस्या से भी छुटकारा पाता है। लेवेंडर तेल की मसाज झनझनाहट को कम कर मांसपेशियों को राहत पहुंचाती है।

6 - बदाम के तेल का उपयोग (almond oil for tingling hands and feet)

बदाम के तेल के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो न केवल रक्त वाहिकाओं की सूजन को कम करते हैं बल्कि हाथ पैरों की झनझनाहट से भी राहत पहुंचाते हैं। ऐसे में आप बदाम के तेल को प्रभावित स्थान पर लगाएं और कुछ देर मसाज करें। इसके अलावा आप बदाम के तेल में नारियल का तेल या लेवेंडर तेल को भी मिला सकते हैं और प्रभावित स्थान पर लगाकर मसाज कर सकते हैं। ऐसे करने से झनझनाहट दूर हो सकती है।

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7 - दालचीनी के तेल के उपयोग से (cinnamon oil for tingling hands and feet)

दालचीनी के तेल के उपयोग से भी झनझनाहट को दूर किया जा सकता है। यह न केवल ब्लड सरकुलेशन में सुधार लाता है बल्कि सुन्न हुए स्थान पर ऑक्सीजन भी पहुंचाता है। इसके अलावा केवल दालचीनी जो कि एक मसाला है, उसके उपयोग से भी रक्त संचार में सुधार होता है और हाथ पैरों की झनझनाहट दूर होती है। ऐसे में आम दालचीनी के तेल को प्रभावित स्थान पर लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि हाथ पैरों की झनझनाहट को दूर करने में कुछ घरेलू उपाय आपके काम आ सकते हैं। लेकिन अगर यह झनझनाहट गंभीर रूप ले ले और आपको लक्षण के तौर पर बेहोशी, हाथ, पैर, उंगली, गर्दन में दर्द, ज्यादा सुन्न होना, शरीर पर रैशेज, मांसपेशियों में ऐंठन, चक्कर आना, बॉडी में कमजोरी, हिलने डुलने में परेशानी, बोलने में असुविधा, देखने में परेशानी, चलने में परेशानी आदि दिखने लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें इसके अलावा आप अपनी डाइट में बदलाव करके भी इस समस्या को दूर कर सकते हैं। ऐसे में आप विटामिन b1, विटामिन बी6, विटामिन b12, विटामिन b3, विटामिन ई आदि की कमी को अपने शरीर में ना होने दें। इसके अलावा संतुलित आहार जैसे- अंडा और चावल, साबुत अनाज, संतरा, नट्स आदि जरूरी लें। अगर आप ऊपर बताई गई किसी भी चीज से एलर्जी महसूस करते हैं तो उस चीज का प्रयोग अपनी त्वचा पर ना करें। वहीं त्वचा संक्रमित रोगी भी अपनी त्वचा पर किसी भी तेल को लगाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

ये लेख आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (Ayurvedacharya Dr. M Mufik) से बातचीत पर आधारित है।

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