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सर्दियां शुरू होते ही स्किन से जुड़ी समस्याएं भी काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं। सर्द हवाओं और नमी की कमी के कारण स्किन का ड्राईनेस, खुरदुरापन, सफेद परतें और लगातार खुजली की समस्या होना काफी आम बात है। सर्द हवाएं हमारी स्किन की नमी को छीन लेता है, जिससे स्किन की ऊपरी परत कमजोर हो जाती है और खुजली की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, सर्दियों में त्रिदोष में असंतुलन के कारण भी खुजली की समस्या होना काफी आम हो जाता है। हालांकि कई बार खुजली की समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आयुर्वेद में कुछ ऐसी जड़ी-बूटियों के बारे में बताया गया है, जो खुजली की समस्या से तुरंत राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं। आइए हरियाणा के सिरसा में स्थित रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि खुजली की समस्या से राहत पाने के लिए किन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करें?
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सर्दियों में खुजली से राहत के लिए जड़ी-बूटियां
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, खुजली की समस्या अक्सर वात और पित्त दोष में असंतुलन, शरीर में सूखापन और खून की गर्मी के कारण होती है। ऐसे में खुजली से राहत पाने के लिए आप इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल कर सकते हैं-
1. त्रिफला
त्रिफला हरड़, बहेड़ा और आंवला को मिलाकर तैयार किया जाता है। यह स्किन के लिए बहुत फायदेमंद औषधि मानी जाती है। त्रिफला का इस्तेमाल करने से ब्लड साफ होता है, जिससे स्किन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है, शरीर में गर्मी और सूजन कम होती है। ड्राई और खुरदरी स्किन को नमी मिलती है। खुजली की समस्या से राहत पाने के लिए आप त्रिफला को पानी में उबालकर उस पानी से नहा सकते हैं या फिर त्रिफला चूर्ण को रात में गुनगुने पानी के साथ खा सकते हैं, जिससे शरीर के अंदर की टॉक्सिसिटी बाहर निकलती है, और खुजली से राहत मिलती है।
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2. खदिर
आयुर्वेद में खादिर को कुष्ठनाश्त कहा गया है, यानी यह स्किन से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं को दूर करने में सबसे ज्यादा प्रभावी मानी जाती है। इसका इस्तेमाल करने से खुजली पित्त वाली जलन और लाल चकत्तों से राहत मिलती है, स्किन को साफ करने और खून से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। इसके साथ ही इसका इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक खुजली की दवाइयों में उपयोग की जाती हैं। खुजली से राहत पाने के लिए आप खदिर की छाल को पानी में उबालकर उस पानी को ठंडा करके नहा सकते हैं या फिर इसे त्रिफला और गिलोय के साथ उबालकर भी पी सकते हैं।
3. गिलोय
गिलोय को आयुर्वेद में अमृत के समान माना गया है। यह सभी तरह की स्किन समस्याओं में फायदेमंद मानी जाती है। गिलोय का उपयोग करने से ब्लड को साफ करके खुजली और स्किन इंफेक्शन से राहत मिलती है, शरीर की सूजन और हीटिंग एलर्जी को शांत किया जा सकता है और त्रिदोष संतुलित होता है। खुजली की समस्या से राहत पाने के लिए आप गिलोय को पानी में उबालकर रुई को पानी में भिगोकर खुजली वाली जगह पर लगा सकते हैं। इसके अलावा, गिलोय का रस भी पी सकते हैं।
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4. पाटोल पत्रा
पाटोल पत्रा एक कड़वी लेकिन बहुत ही प्रभावशाली जड़ी-बूटी है, जिसका सेवन पित्त और ब्लड से जुड़ी समस्याओं को कम करने में लाभकारी माना जाता है। इसका नियमित उपयोग पित्त के कारण होने वाली खुजली, दाने और लाल चकत्तों को कम करने में काफी प्रभावी होता है, स्किन की अंदरूनी गर्मी को कम करता है, ड्राई और पपड़ीदार स्किन को शांत करता है। पाटोल पत्रा का इस्तेमाल करने के लिए आप इसे पानी में उबालकर उस पानी से नहा सकते हैं या फिर त्रिफला और खदिर के साथ उबालकर अपनी स्किन पर भी लगा सकते हैं, इससे आपको खुजली से जल्दी राहत मिल सकती है।
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5. सारिवा
सारिवा, जिसे अनंतमूल के रूप में भी जाना जाता है, आयुर्वेद में स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी माना जाता है। यह शरीर में जमा पित्त, ब्लड से जुड़ी बीमारी और गर्मी को शांत करने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल शरीर में होने वाली ज्यादा खुजली, जलन और लाल चकत्तों की समस्या को कम करने में काफी असरदार है। इसके साथ ही शरीर की गर्मी को कम करने और कफ-पित्त असंतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए आप इसे पानी में उबालकर उस पानी से खुजली वाले अंग को धो सकते हैं।
निष्कर्ष
सर्दियों में स्किन ड्राइनेस के कारण, शरीर में गर्मी बढ़ने के कारण और वात-पित्त असंतुलन के कारण खुजली की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है। खुजली से राहत पाने के लिए आप त्रिफला, खदिर, गिलोय, पाटोल पत्रा और सारिवा जैसी जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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Nov 24, 2025 17:36 IST
Published By : Katyayani Tiwari