Health Benefits of Horse Gram Dal for Kids: कुलथी की दाल, जिसे अंग्रेजी में हॉर्स ग्राम कहा जाता है, हर भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है। आधुनिक भारत के मॉर्डन लोग बेशक कुलथी की दाल सेवन न करें, लेकिन ग्रामीण भारत में आज भी बड़ी मात्रा में कुलथी की दाल खाई जाती है। कुलथी की दाल में फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज, कॉपर, विटामिन-ए, बी, सी, आयरन, नियासिन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह सभी पोषक तत्व वयस्कों के साथ-साथ बच्चों की सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है।
आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं बच्चों को कुलथी की दाल खिलाने के फायदों के बारे में। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने मेट्रो अस्पताल के सीनियर गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. विशाल खुराना (Dr. Vishal Khurana, Senior Gastroenterologist, Metro Hospital) से बात की।
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1. विकास में मददगार
कुलथी की दाल में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। बच्चों को रोजाना कुलथी की दाल खिलाने से उनका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है। प्रोटीन का सही मात्रा में सेवन करने से बच्चों के शरीर में एनर्जी बनी रहती है, जिससे वह पूरा दिन एक्टिव रहते हैं।
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2. एनीमिया को करता है दूर
कुलथी की दाल में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। आयरन बच्चों में एनीमिया यानी कि खून की कमी को दूर करने के लिए जरूरी होता है। बच्चों की डाइट में कुलथी की दाल को शामिल करने से एनीमिया की परेशानी से बचा जा सकता है।
3. वजन मैनेज करने में मददगार
कुलथी की दाल बच्चों के शरीर को पर्याप्त को पोषण प्रदान करती है, साथ ही बच्चों के वजन को संतुलित रखने में मदद करती है। इसमें मौजूद फाइबर के तत्व बच्चों की पाचन से जुड़ी परेशानियों को भी दूर करते हैं। नियमित तौर पर बच्चों को कुलथी की दाल खिलाने से पेट में दर्द, कब्ज और ब्लोटिंग की परेशानी से बचा जा सकता है।
4. किडनी और मूत्र मार्ग को स्वस्थ रखे
कुलथी की दाल का सेवन मूत्र मार्ग की समस्याओं को कम करने में सहायक होता है। जिन बच्चों को यूटीआई की समस्या होती है, उनके लिए कुलथी की दाल बहुत फायदेमंद होती है।
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5. छालों की समस्या से दिलाए राहत
पाचन संबंधी परेशानियों के कारण अक्सर बच्चों में मुंह के छालों की समस्या देखी जाती है। छालों के कारण बच्चों को खाना खाने और पानी पीने में भी परेशानी होती है। मुंह के छालों से राहत दिलाने में भी कुलथी की दाल बहुत फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद एंटी-अल्सर गुण और फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में एसिड की मात्रा को कम करके मुंह के छालों से राहत दिलाते हैं।
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बच्चों को कैसे खिलाएं कुलथी की दाल
पेरेंट्स सामान्य दाल के अलावा कुलथी की दाल के कई प्रकार के व्यंजन बनाकर भी खिला सकते हैं।
सूप: कुलथी की दाल में थोड़ी सी हरी सब्जियां मिलाकर सूप के तौर पर बच्चे की डाइट में शामिल किया जा सकता है।
पराठा या रोटी: कुलथी के आटे से पराठा बनाकर बच्चों को दिया जा सकता है।
निष्कर्ष
कुलथी की दाल बच्चों के पोषण के लिए पर्याप्त पोषक तत्वों से भरपूर होती है। 6 महीने के बाद जब आप शिशु को ठोस आहार खिलाने की शुरुआत करते हैं, तब उन्हें कुलथी की दाल दे सकते हैं।