भारत में राजा-महाराजाओं के जमाने से पीतल के बर्तन में खाना पकाया और खाया जा रहा है। प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में पीतल के बर्तनों का विशेष महत्व रहा है। यह न केवल हमारी परंपरा से जुड़ा हुआ है, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन वक्त के साथ स्टाइल और फैशन की दौड़ में हम पीतल के बर्तनों में खाना पकाना और खाना भूल चुके हैं। आधुनिक समय में स्टील, कांच और प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है।
स्टील, कांच और प्लास्टिक के बर्तन देखने में खूबसूरत होते हैं, लेकिन स्वास्थ्य के लिहाज से नुकसानदायक हो सकता है। आधुनिक समय में भी पीतल के बर्तनों में खाना खाने के फायदों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आज इस लेख में दिल्ली की आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर डॉ. चंचल शर्मा से जानेंगे पीतल के बर्तनों में खाना खाने के फायदों के बारे में।
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1. इम्यून सिस्टम को बनाए मजबूत
डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, आधुनिकता की दौड़ में जिस तरह से बीमारियां और संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। उस स्थिति पीतल के बर्तनों में खाना पकाने और खाने का महत्व और भी ज्यादा है। पीतल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर का इम्यून सिस्टम स्ट्रांग बनाते हैं। रोजाना पीतल के बर्तनों में खाना खाने से संक्रमण का खतरा कम होता है।
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2. पाचन तंत्र को मजबूत करता है
पीतल के बर्तनों में भोजन करने से पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाने में मदद मिलती है। पीतल भोजन के साथ मिलकर पेट में गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करता है। रोजाना इस धातु के बर्तन में खाना खाने से पाचन संबंधी परेशानियां दूर रहती हैं।
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3. ब्लड फ्लो को बनाए बेहतर
शरीर के ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में भी पीतल बहुत फायदेमंद होता है। पीतल में मौजूद धातु तत्व ब्लड फ्लो को सुचारू रूप से बनाए रखते हैं, जिससे हार्ट प्रॉब्लम का खतरा कम होता है। रोजाना पीतल के बर्तनों में भोजन करने से खून को भी शुद्ध करने में मदद मिलती है।
4. दोषों को करता है संतुलित
आयुर्वेद के अनुसार, पीतल के बर्तनों में भोजन करना शरीर के त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करने में सहायक होता है। रोजाना पीतल के बर्तनों में भोजन करने से वात, पित्त और कफ से जुड़ी परेशानियां नहीं होती है। जिसके कारण बीमारियों और अन्य शारीरिक परेशानियों का खतरा कम होता है।
5. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट का कहना है कि मानसिक परेशानियों और तनाव को करने में भी पीतल के बर्तनों में खाना खाने फायदेमंद है। पीतल के बर्तनों में भोजन करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करता है, जिससे व्यक्ति शांत और तनाव मुक्त महसूस करता है।
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निष्कर्ष
पीतल के बर्तनों में भोजन करने से समग्र स्वास्थ्य को कई प्रकार के फायदे मिलते हैं। पीतल के बर्तनों में भोजन करने से न सिर्फ पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाता है, बल्कि तनाव को भी करता है। आज के दौर में सेहतमंद रहने के लिए पीतल के बर्तनों में भोजन करना बहुत फायदेमंद है।
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