
Festive Toasts to Heart Risk: क्रिसमस और न्यू ईयर जैसे मौके खुशियों, पार्टीज, दोस्तों के साथ देर रात तक जागने और स्वादिष्ट खाने-पीने के नाम होते हैं। इन दिनों लोग रोजमर्रा की दिनचर्या से ब्रेक ले लेते हैं, डाइट ढीली पड़ जाती है, नींद कम हो जाती है और शराब का सेवन सामान्य दिनों से कहीं ज्यादा बढ़ जाता है। यही वजह है कि यह मौसम जितना जश्न का होता है, उतना ही सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण भी साबित हो सकता है। अक्सर लोग सोचते हैं कि साल में एक बार ही तो पार्टी है, इसलिए दिल खोलकर खाते-पीते हैं। भारी, तला-भुना, ज्यादा नमक-शक्कर वाला खाना, देर रात तक चलने वाली पार्टियां और ठंड में बाहर निकलना, ये सभी चीजें मिलकर दिल पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं। खासतौर पर बुजुर्गों, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या पहले से हार्ट डिजीज से जूझ रहे लोगों के लिए यह समय ज्यादा जोखिम भरा हो सकता है।
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ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर त्योहारों के दौरान दिल को खतरा क्यों बढ़ जाता है, शराब और ओवरईटिंग का हार्ट पर क्या असर पड़ता है और किन संकेतों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, यशोदा हॉस्पिटल, हैदराबाद के कैथ लैब के डायरेक्टर और सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट, डॉ. पवन पोद्दार (Dr. Pawan Poddar, Director of Cath Lab and Senior Consultant Interventional Cardiologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से बात की-
ठंड में शराब का दिल पर असर - Alcohol effects on the heart in cold weather
डॉक्टर पवन पोद्दार बताते हैं कि त्योहारों के दौरान लोग अपनी दिनचर्या को लेकर ढीले पड़ जाते हैं। खाने-पीने में संयम कम हो जाता है, नींद पूरी नहीं होती और शराब का सेवन बढ़ जाता है। ये सभी बदलाव दिल पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। खासकर जो लोग पहले से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या हार्ट डिजीज से पीड़ित हैं, उनमें हार्ट अटैक और हार्ट रिद्म बिगड़ने का खतरा ज्यादा हो जाता है।
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- फेस्टिव सीजन में शराब का सेवन एक बड़ी वजह बनकर सामने आता है। डॉ. पवन पोद्दार बताते हैं कि कई मामलों में सिर्फ एक ड्रिंक भी दिल की धड़कन को अनियमित कर सकती है, जिसे एट्रियल फिब्रिलेशन कहा जाता है।
- बुजुर्गों और पहले से हार्ट रिद्म की समस्या वाले लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है।
- सिर्फ खान-पान ही नहीं, बल्कि ठंड का मौसम भी दिल के लिए चुनौती बन जाता है।
- सर्दियों में शरीर गर्मी बचाने के लिए ब्लड वेसल्स को संकुचित कर देता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
- देर रात पार्टी के बाद अचानक ठंडी हवा में बाहर निकलना या ठंड में बिना पर्याप्त कपड़ों के रहना सीने में दर्द या हार्ट अटैक को ट्रिगर कर सकता है।
डॉक्टर की सलाह
डॉक्टर पवन पोद्दार के अनुसार, अगर त्योहारों के दौरान या बाद में सीने में दर्द, सांस फूलना, दिल की धड़कन तेज या अनियमित होना, चक्कर आना या असामान्य थकान महसूस हो, तो इसे बिलकुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये लक्षण दिल से जुड़ी गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं और तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है।
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हार्ट को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें? - How can we protect our heart
अच्छी बात यह है कि फेस्टिव सीजन में होने वाली ज्यादातर हार्ट समस्याएं रोकी जा सकती हैं। शराब सीमित मात्रा में लें या पूरी तरह अवॉयड करें। खाने में हल्के और छोटे पोर्शन लें, पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं ताकि डिहाइड्रेशन न हो। नींद पूरी करें और शरीर को ठंड से बचाकर रखें। अगर दिल में किसी भी तरह की असहजता महसूस हो, तो देर न करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष
फेस्टिव सीजन खुशियों का समय है, लेकिन सेहत से समझौता करने का नहीं। भारी भोजन, ज्यादा शराब, नींद की कमी और ठंड, ये सभी मिलकर दिल पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। डॉक्टर पवन पोद्दार के अनुसार, थोड़ी-सी सावधानी और संतुलन अपनाकर इन खतरों से बचा जा सकता है। याद रखें, अगर दिल कोई संकेत दे रहा है, तो उसे अनदेखा न करें। समय पर लिया गया सही कदम न सिर्फ त्योहारों की खुशियों को बनाए रखता है, बल्कि आपकी जान भी बचा सकता है।
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FAQ
शराब पीने से हार्ट पर क्या असर पड़ता है?
ज्यादा शराब पीने से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है, इससे स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है।सर्दियों में दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ जाता है?
ठंड में रक्त नलिकाएं यानी ब्लड वैसेल्स सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। अचानक ठंड में जाने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।हार्ट अटैक आने के पहले क्या संकेत मिलते हैं?
सीने में दर्द, सांस फूलना, दिल की तेज या अनियमित धड़कन, चक्कर आना और असामान्य थकान हार्ट इमरजेंसी के संकेत हो सकते हैं।
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Current Version
Dec 22, 2025 14:32 IST
Published By : Akanksha Tiwari