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पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ से जुड़ा है गोनैडोट्रोपिन हार्मोन, डॉक्टर ने बताया कि कैसे करता है काम

पुरुषों में गोनैडोट्रॉपिन हार्मोन फर्टिलिटी क्षमता बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं – एफएसएच (FSH) और एलएच (LH)।
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पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ से जुड़ा है गोनैडोट्रोपिन हार्मोन, डॉक्टर ने बताया कि कैसे करता है काम


पुरुषों की यौन क्षमता सिर्फ शरीर की ताकत पर निर्भर नहीं करती है। पुरुषों की यौन क्षमता के पीछे हार्मोन संतुलन का भी अहम योगदान होता है। जब बात पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ की आती है, तो ज्यादातर लोग टेस्टोस्टेरोन के बारे में तो  जानते हैं, लेकिन उससे भी पहले जिस हार्मोन की भूमिका सेक्सुअल हेल्थ (Men Sexsul Health) और प्रजनन क्षमता में होती है, वो है गोनैडोट्रोपिन हार्मोन (Gonadotropin Hormone)। अगर गोनैडोट्रोपिन हार्मोन सही तरीके से काम न करें, तो टेस्टोस्टेरोन का काम करना नामुमकिन है।

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गोनैडोट्रोपिन हार्मोन क्या होता है- What is Gonadotropin Hormone

गोनैडोट्रोपिन हार्मोन हार्मोन पुरुषों में यौन स्वास्थ्य, स्पर्म का प्रोडक्शन करने और टेस्टोस्टेरोन स्राव के लिए जरूरी माना जाता है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित बिड़ला फर्टिलिटी के फर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ. मधुलिका सिंह (Dr Madhulika Singh, Fertility Specialist at Birla Fertility & IVF, Prayagraj) के अनुसार, पुरुषों में गोनैडोट्रॉपिन हार्मोन फर्टिलिटी क्षमता बनाए रखने के लिए जरूरी होता है। गोनैडोट्रोपिॉन हार्मोन मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते हैं। एफएसएच (FSH) और एलएच (LH)। ये दोनों हार्मोन सीधे टेस्टिकल्स (अंडकोष) को प्रभावित करते हैं और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन उत्पादन और स्पर्म निर्माण को नियंत्रित करते हैं।

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एफएसएच क्या होता है- What is FSH

डॉ. मधुलिका सिंह का कहना है कि एफएसएच पुरुष की पिट्यूटरी ग्लैंड से निकलते हैं और टेस्टीज पर असर डालते हैं। एफएसएच टेस्टिकल के सर्टोली सेल्स को एक्टिव करता है, जो स्पर्म बनाने की प्रक्रिया में मददगार होता है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में एफएसएच की मात्रा कम हो जाए को इससे स्पर्म काउंट कम हो सकता है। गंभीर मामलों में एफएसएच कम होने पर स्पर्म बनने की प्रक्रिया पूरी तरह से बंद हो सकती है।

एलएच क्या है-  What is LH

फर्टिलिटी एक्सपर्ट के अनुसार, एलएच टेस्टिकल में लेइडिग सेल्स को स्टिम्युलेट करता है। ये पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन न सिर्फ स्पर्म बनाने के लिए जरूरी होते हैं। बल्कि ये सेक्स ड्राइव, सेक्शुअल विकास और पुरुषों की सेक्सुअल एक्टिविटी के संपूर्ण कार्य भी संतुलित करता है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में एलएच की मात्रा घट जाए, तो टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी कम हो जाता है, जिससे स्पर्म का बनना और सेक्शुअल क्षमता दोनों प्रभावित होते हैं।

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गोनैडोट्रोपिन हार्मोन का सेक्सुअल हेल्थ में जरूरत- Gonadotropin hormone is needed for sexual health

गोनैडोट्रोपिन हार्मोन के बिना पुरुषों की सेक्सुअल लाइफ की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ के लिए गोनैडोट्रोपिन हार्मोन क्यों जरूरी है। आइए आगे जानते हैं इसके बारे में।

1. टेस्टोस्टेरोन का निर्माण

बिना गोनैडोट्रोपिन हार्मोन के टेस्टोस्टेरोन नहीं बनता है। टेस्टोस्टेरोन ही यौन इच्छा (libido), इरेक्शन, और सेक्शुअल परफॉर्मेंस का मूल आधार माना जाता है।

2. स्पर्म प्रोडक्शन कम होना

फर्टिलिटी एक्सपर्ट का कहना है कि FSH के बिना स्पर्म का सही निर्माण नहीं हो पाता है। ये पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करके, बच्चे पैदा करने की क्षमता को कम करता है।

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3. यौन विकास में मददगार

टीएनएज में लड़कों के शरीर में गोनैडोट्रोपिन हार्मोन दाढ़ी के बाल और मूछों के बारे में भी विकास में मददगार होता है। ये हार्मोन लिंग के विकास में भी मदद करता है।

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पुरुषों में गोनैडोट्रोपिन हार्मोन की कमी के कारण

गोनैडोट्रोपिन हार्मोन की कमी कई कारणों से होता है। इसमें शामिल हैः

हाइपोथैलेमस या पिट्यूटरी ग्रंथि में गड़बड़ी

ट्रॉमा, ट्यूमर या इंफेक्शन

अत्यधिक मोटापा या तनाव

डायबिटीज और थायरॉइड

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गोनैडोट्रोपिन हार्मोन की कमी के लक्षण- Symptoms of Low Gonadotropin

फर्टिलिटी डॉक्टर के अनुसार, अगर पुरुषों के शरीर में LH और FSH हार्मोन की कमी हो जाए, तो विभिन्न प्रकार के लक्षण सामने आते हैं।

यौन इच्छा में कमी

इरेक्शन में कठिनाई

स्पर्म काउंट कम होना

इनफर्टिलिटी की समस्या

थकावट और मूड स्विंग

शरीर पर बालों का कम होना

यौन अंगों का विकास कम होना

निष्कर्ष

गोनैडोट्रोपिन हार्मोन शायद आम बातचीत का हिस्सा न हो, लेकिन पुरुषों की सेहत का अहम आधार है। इस हार्मोन की मदद न सिर्फ पुरुष सेक्सुअली एक्टिव होते हैं, बल्कि भविष्य में पिता बनने का आधार रखता है। टीएनएज और एक उम्र के बाद अगर आपको यौन इच्छा में कमी, थकावट या प्रजनन की समस्या हो रही हैं, तो इसका मुख्य कारण गोनैडोट्रोपिन हार्मोन ही है। इसलिए इस विषय पर डॉक्टर से बात जरूर करें।

FAQ

  • सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के उपाय

    टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए पुरुष रोजाना 15 से 20 मिनट तक एक्सरसाइज करें। अच्छी नींद लें, तनाव कम करें, जिंक और विटामिन डी का सेवन करें। सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए सिगरेट और शराब से भी दूरी बनाकर रखें। 
  • पुरुष में हार्मोन की कमी से क्या होता है?

    पुरुषों के शरीर में हार्मोन की कमी से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसमें शारीरिक थकान, मांसपेशियों का नुकसान और मूड में बदलाव शामिल हैं। हार्मोन की कमी होने से पुरुषों की सेक्स करने की इच्छा भी कम हो जाती है।
  • पुरुष हार्मोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं?

    पुरुषों को हार्मोन बढ़ाने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। खाने में प्रोटीन, जिंक और विटामिन सी युक्त फूड को प्रचुर मात्रा में शामिल करना चाहिए।

 

 

 

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