सेहतमंद रहने के लिए हार्मोन्स का बैलेंस रहना भी बेहद जरूरी होता है। हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ने पर शरीर में कई समस्याएं आने लगती हैं। इसके लिए आपको हार्मोन्स को नियंत्रित रखना चाहिए। मेंटल हेल्थ को अच्छा रखने में भी हार्मोन्स अहम भूमिका निभाते हैं। अपनी मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए आपको जीवनशैली में बदलाव करने के साथ ही कुछ हार्मोन्स को भी फिक्स रखना है। आइये डाइटिशियन विधि चावला से जानते हैं इसके बारे में।
एस्ट्रोजन हार्मोन
मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए आपको एस्ट्रोजन हार्मोन को बैलेंस रखना चाहिए। एस्ट्रोजन हार्मोन्स का स्तर बिगड़ने पर शरीर में सिरेटोनिन हार्मोन्स बढ़ने लगते हैं, जिससे मूड स्विंग होने के साथ ही चिड़चिड़ापन जैसी समस्या भी हो सकती है। इसे बढ़ाने के लिए आपको सब्जियां, लहसुन और सोया आदि का सेवन करना चाहिए।
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प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन
शरीर में प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन का स्तर कम होने पर आपको एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी समस्या महसूस हो सकती है। इस हार्मोन का स्तर नियंत्रित रहने पर आपका मूड बेहतर रहता है और आप खुश रहते हैं। इससे मेंटल हेल्थ को कई तरीकों से फायदा मिलता है।
इंसुलिन हार्मोन
इंसुलिन हार्मोन नर्वस सिस्टम पर तेजी से असर करता है, इसलिए मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए शरीर में इस हार्मोन का बैलेंस रहना बेहद जरूरी है। यह हार्मोन आपके ब्लड ग्लूकोज को कम रखकर ब्रेन पर अच्छा असर डालता है।
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T3 हार्मोन
T3 हार्मोन डिप्रेशन और एंग्जाइटी को ठीक करने में काफी मददगार साबित होते हैं। इस हार्मोन के बैलेंस रहने पर आपका मूड अच्छा रहता है साथ ही एंटीडिप्रेसेंट का भी अच्छा असर होता है। यह ब्रेन के लिए एक रिसेप्टर की तरह काम करता है, जिससे मेंटल हेल्थ अच्छी रहती है।
टेस्टेस्टेरॉन हार्मोन
अगर आपका टेस्टेस्टेरॉन हार्मोन बैलेंस है तो यह शरीर के लिए कई तरीकों से फायदेमंद साबित होता है। यह आपके लिबिडो को बढ़ाने के साथ ही साथ मसल मास और मेमोरी को भी बढ़ाता है, जिससे शरीर में एनर्जी की कमी नहीं होती है।
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मेलाटोनिन हार्मोन
मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए आपको मेलाटोनिन हार्मोन को नियंत्रित रखना चाहिए। इससे आपको अच्छी नींद आती है साथ ही ब्रेन पर अच्छा असर पड़ता है। इसे मेनटेन रखने से आपके एंग्जाइटी और डिप्रेशन के लक्षण कम होते हैं।