आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब खानपान के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे अपच, एसिडिटी, कब्ज और ब्लोटिंग आम हो गई हैं। पाचन तंत्र की गड़बड़ी न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि मानसिक तनाव और खराब इम्यूनिटी का कारण भी बनती है। आयुर्वेद में गट हेल्थ को संतुलित रखने के लिए फर्मेंटेड फूड्स को विशेष रूप से फायदेमंद माना गया है। फर्मेंटेड रोटी, जिसे खमीरी रोटी भी कहा जाता है, गट को हेल्दी रखने के लिए एक प्राकृतिक और आसान उपाय है। इसे बनाने के लिए आटे को दही के साथ गूंथकर कुछ घंटों के लिए फर्मेंट होने दिया जाता है, जिससे यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर हो जाती है। प्रोबायोटिक्स गट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जो पाचन तंत्र को सही ढंग से काम करने में मदद करते हैं। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, गट हेल्थ के लिए खमीरी रोटी के फायदे और बनाने का तरीका क्या है?
खमीरी रोटी खाने के फायदे - Health Benefits Of Eating Fermented Roti
आयुर्वेद के अनुसार, पाचन तंत्र का सही ढंग से काम करना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। फर्मेंटेड रोटी यानी खमीरी रोटी एक पारंपरिक और प्राकृतिक तरीका है जिससे गट हेल्थ में सुधार किया जा सकता है। इस रोटी को दही के साथ आटा गूंदकर तैयार किया जाता है, जिससे यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर हो जाती है। यह पाचन में सुधार करती है और शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करती है।
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- खमीरी रोटी में प्राकृतिक प्रोबायोटिक्स होते हैं जो गट माइक्रोबायोम को संतुलित करते हैं।
- यह रोटी आसानी से पच जाती है और कब्ज, अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।
- फर्मेंटेशन प्रक्रिया पोषक तत्वों को आसानी से अवशोषित होने में मदद करती है।
- इस रोटी को खाने के बाद पेट भारी नहीं लगता है।
- यह रोटी पाचन अग्नि (Digestive Fire) को संतुलित करती है और भारी भोजन को भी पचाने में मदद करती है।
- आंत का स्वास्थ्य बेहतर होने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है।
- यह रोटी पेट की गैस, एसिडिटी और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है।
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खमीरी रोटी बनाने का सही तरीका - How To Make Fermented Roti Without Yeast
इसे बनाने के लिए आपको 1 कप आटा, 1/4 कप दही और स्वादानुसार नमक और पानी की जरूरत होगी।
- सबसे पहले, एक बड़े बर्तन में आटा, दही और नमक मिलाएं।
- आवश्यकतानुसार पानी डालकर इसे नरम गूंद लें।
- इस गूंथे हुए आटे को ढककर 6-8 घंटे तक या रातभर के लिए रख दें।
- सुबह इस आटे से रोटियां बनाएं और तवे पर अच्छे से सेक लें।
खमीरी रोटी खाने का सही समय
आयुर्वेद में बताया गया है कि फर्मेंटेड रोटी को दिन के समय खाना सबसे अच्छा होता है। इसे दही, छाछ, दाल, और सब्जियों के साथ खाएं। ध्यान रखें कि फर्मेंटेड रोटी के साथ दूध या किसी भी मीठी चीज का सेवन न करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह गट हेल्थ को प्रभावित कर सकता है।
निष्कर्ष
खमीरी रोटी एक आसान और पारंपरिक उपाय है जिसे अपनाकर आप अपने गट हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार इसे दही, छाछ और दाल के साथ दिन के समय खाया जाए तो यह पाचन के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है।
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