Can Extreme Dieting Damage Gut Health in Hindi: आजकल वजन घटाने के लिए लोग तरह-तरह के नुस्खे अपनाते हैं। कई बार तमाम कोशिशों के बाद भी वजन कम नहीं हो पाता है। हालांकि, इसके पीछे खराब डाइट और अनियमित जीवनशैली जिम्मेदार मानी जाती है। वेट लॉस के लिए लोग कई बार अलग-अलग तरह की डाइटिंग जैसे इंटरमिटेंट फास्टिंग, OMAD डाइट आदि फॉलो करते हैं। कुछ लोग स्वस्थ रहने के लिए जरूरत से ज्यादा डाइटिंग करते हैं, लेकिन ऐसा करना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक भी हो सकता है। जी हां, ज्यादा डाइटिंग करने से कई बार गट हेल्थ समस्याओं के घेरे में आ जाती है। आइये फिटनेस कोच प्रियांक मेहता से जानते हैं क्या वाकई लंबे समय तक डाइटिंग करने से गट हेल्थ डैमेज होती है?
क्या लंबे समय तक डाइटिंग करने से गट हेल्थ डैमेज होती है?
एक्सपर्ट की मानें तो लंबे समय तक या जरूरत से ज्यादा डाइटिंग करना निश्चित तौर पर हमारी गट हेल्थ को डैमेज कर सकती है। दरअसल, हमारे पेट और आंतों में कई मिलियन बैक्टीरिया होते हैं, जब हम लंबे समय तक फास्टिंग या डाइटिंग करते हैं तो यह बैक्टीरिया नष्ट होने लगते हैं। इससे पाचन तंत्र पर असर पड़ता है। आंतों में मौजूद बैक्टीरिया दिमाग को भूख लगने के सिग्नल देते हैं। लेकिन लंबे समय तक फास्टिंग करने से बैक्टीरिया कम हो जाते हैं, जिससे दिमाग कंफ्यूज हो जाता है कि वास्तव में शरीर को भूख लगी है या नहीं।
टॉप स्टोरीज़
View this post on Instagram
आंतों पर पड़ता है बुरा असर
हमारी आंतों में म्यूकोसा लाइनिंग होती है, जब हम लंबे समय तक भूखे रहते हैं तो यह लाइन पतली होती जाती है। जिससे लीकी गट सिंड्रॉम की समस्या हो सकती है। यह सिंड्रॉम आमतौर पर तब होता है, जब आंतों की लाइन या तो टूट जाती है या तो उसमें छेद हो जाता है। इसके चलते टॉक्सिन्स आंतों तक पहुंच जाते हैं और पाचन तंत्र और इम्यूनिटी को धीमा कर देते हैं। इम्यून सिस्टम का लगभग 70 फीसदी हिस्सा हमारी गट में पाया जाता है। इसलिए गट हेल्थ कमजोर या डैमेज होने से इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ता है।