आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में अपनी सेहत का ख्याल रखना बहुत ही मुश्किल भरा हो जाता है। ऐसे में अनियमित जीवनशैली और डाइट का हमारी सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। जिसकी वजह से हमे कई बार शारीरिक समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है। यही वजह है कि ज्यादातर बीमारियां भी हमे अपना जल्द शिकार बना लेती हैं। उन्हीं में से एक गंभीर समस्या है फैटी लिवर की, जिसकी वजह से जब लिवर की कोशिकाओं में गैरजरूरी फैट की मात्रा बढ़ जाती है और इससे लिवर को स्थायी नुकसान का खतरा रहता है। वैसे तो इसे समय रहते दूर किया जा सकता है, लेकिन इसको दूर तब किया जा सकता है जब आपको पता चले कि आपको फैटी लिवर की समस्या है। इसको पहचाननें के लिए आपको इसके लक्षणों के बारे में जरूर पता होना चाहिए, तभी आप इसका इलाज तुरंत कर सकते हैं। आइए इस लेख के जरिए जानते हैं कि इसके प्रमुख लक्षण क्या है और बचाव क्या है।
लीवर के सेल्स में जब फैट जमने लगता है तो वो धीरे-धीरे फैटी लीवर में बदल जाती है। इससे अचानक आपका लीवर सही ढंग से काम करना बंद कर सकता है। इसके साथ ही उन लोगों के लिए ये ज्यादा खतरनाक हो जाता है जिन लोगों को टाइप-2 डायबिटीज की समस्या होती है। डॉक्टरों का मानना है कि जिन लोगों को टाइप-2 डायबिटीज की समस्या होती है उन्हें नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए जिससे की लीवर में किसी समस्या को आसानी से पकड़ा जा सकता है और उसका इलाज किया जा सकता है।
फैटी लिवर के कारण
एक्ट्रा कैलोरी
कई लोगों अपने आपको ज्यादा देर तक खाने से दूर नहीं रख पाते या फिर उन्हें अपनी पसंद की चीजें जरूर चाहिए होती है। जिसकी वजह से उनके शरीर में जाने-अनजाने में काफी कैलोरी पहुंच जाती है। वहीं, वो इन कैलोरी को कम करने के लिए कुछ खास नहीं करते जिसकी वजह से लीवर में फैट जमने लगता है और एक समय में आकर ये फैटी लिवर की समस्या को जन्म देती है।
लगातार शराब का सेवन
जैसी कि आप सभी जानते हैं शराब का सेवन करना हमारी सेहत के लिए कितना नुकसानदायक होता है। फैटी लीवर के मामले में भी शराब काफी बुरा प्रभाव डालती है। शराब का ज्यादा सेवन करने से भी फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। समय रहते अगर इससे दूरी नहीं बनाई तो ये एक समय पर आपके लीवर को पूरी तरह से खराब कर सकता है।
तेजी से वजन घटाना
आप में से बहुत से ऐसे लोग होंगे जो अपने आपको फिट रखने के चक्कर में तेजी से एक्सरसाइज करते हुए और खाने से दूर रह कर पतले होने की कोशिश करते हैं जबकि ये बहुत गलत है, इससे फैटी लिवर की समस्या पैदा हो सकती है। तेजी से अपना वजन घटाने का कारण यह है कि लिवर पाचन प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभाता है। जरूरी आहार न मिल पाने की स्थिति में लिवर की प्रक्रिया प्रभावित होती है। फलस्वरूप लिया जाने वाला आहार सीधे वसा के रूप में लिवर में जमा होने लगता है।
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लक्षण
- थकान।
- वजन का तेजी से घटना।
- पाचन तंत्र में समस्याएं पैदा होना।
- कमजोरी महसूस होना।
- आलस आना।
बचाव
सेब का सिरका
सेब का सिरका हमारी सेहत को कई मायनों में फायदा पहुंचाने का काम करता है, ये हमारी पाचन तंत्र को भी मजबूत करने के साथ ही हमे फिट भी रखता है। आपको बता दें कि सेब का सिरके का सेवन करने से शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को गलाने का काम करता है। इसके साथ ही इसमें पाए जाने वाले एंटीटॉक्सिन गुण लिवर में मौजूद विषैले पदार्थों को दूर करने में मददगार होते हैं।
आंवला
आंवले में मौजूद गुण हमारे लिवर के लिए सहायक प्रोटीन को बढ़ाने का काम करते हैं। यह सहायक प्रोटीन लिपिड संबंधी मेटाबोलिज्म क्रिया को भी तेज कर लिवर संबंधी जोखिमों को कम करने में मदद प्रदान करते हैं।
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नींबू
नींबू में सिट्रिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट है। शोधकर्ताओं के मुताबिक नींबू में पाया जाने वाला यह गुण फैटी लिवर के दौरान होने वाली ऑक्सीडेशन प्रक्रिया को रोकने का काम करता है।
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