What Deficiency Causes Weakness In Legs: स्वस्थ रहने के लिए शरीर में सभी पोषक तत्व होने जरूरी होते हैं। अगर आपकी डाइट बैलैंस्ड नहीं है, तो शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। शरीर में किसी भी पोषक तत्व की कमी होने पर लक्षण नजर आने लगते हैं। जैसे प्रोटीन और कैल्शियम की कमी होने पर हड्डियां कमजोर होना या एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी होने पर स्किन डलनेस बढ़ना। इसी तरह ओवरऑल हेल्थ के लिए विटामिन ई बहुत जरूरी माना जाता है। इसकी कमी से मांसपेशियां कमजोर होने लगती है या एनीमिया हो सकता है। कई लोग मानते हैं कि विटामिन ई की कमी होने से हाथ-पैरों में दर्द की समस्या बढ़ सकती है। लेकिन क्या ऐसा वाकई होता है? इसका जवाब जानने के लिए हमने मणिपाल हॉस्पिटल (सॉल्ट लेक) के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट डॉ अंशु सेन से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।
क्या विटामिन ई की कमी से हाथ-पैरों में दर्द होता है? Can Vitamin E Deficiency Cause Arms and Legs Pain
एक्सपर्ट के मुताबिक, शरीर में विटामिन ई लेवल कम होने से मांसपेशियों में दर्द और सूजन बढ़ सकती है। इसके कारण, हाथ-पैरों में दर्द की समस्या भी बढ़ सकती है। विटामिन ई में एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण मौजूद होते हैं, जो बॉडी को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करते हैं। यह विटामिन बॉडी में इंफ्लेमेशन कम करता है जिससे नसों, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द की समस्या कम होती है। इसके सप्लीमेंट्स लेने से नसों की समस्या हील होती है। इसके अलावा, यह विटामिन मांसपेशियों के दर्द और सूजन को कम करने में भी दर्द करता है।
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विटामिन ई मांसपेशियों के लिए क्यों जरूरी है? Why Vitamin E Important For Muscles
मांसपेशियों में ऐंठन, मांसपेशियों की सूजन और मांसपेशियों में दर्द होने पर विटामिन ई बहुत असरदार होता है। यह बॉडी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है जिससे शरीर में सूजन को कम करने में मदद मिलती है। विटामिन ई को कई न्यूरोपैथी ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। विटामिन ई के सप्लीमेंट्स लेने से नर्व डैमेज हील होता है और इससे शरीर में विटामिन ई की कमी पूरी होती है। जिन लोगों को मांसपेशियों में दर्द, सूजन या हड्डियों से जुड़ी कोई समस्या है, उन्हें विटामिन ई लेवल बैलेंस रखना बहुत जरूरी है। पेरिफेरल न्यूरोपैथी में विटामिन ई के सप्लीमेंट्स लेने जरूरी होते हैं।
शरीर में विटामिन ई की कमी होने के संकेत- Symptoms of Vitamin E Deficiency
- विटामिन ई हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी है। इसकी कमी से शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आते हैं-
- विटामिन ई की कमी से व्यक्ति को झुनझुनी और शरीर में सुन्नता महसूस हो सकती है कभी-कभी शरीर में असंतुलन भी हो सकता है जिसे अटैक्सिया कहा जाता है।
- अटैक्सिया का मतलब है संतुलन बनाए रखने में कठिनाई होना। अटैक्सिया या बोलने में कठिनाई या चलने में असंतुलन होने पर डॉक्टर सबसे पहले विटामिन ई की कमी का पता लगाते हैं।
- विटामिन ई की कमी होने पर मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है। यह मसल्स पेन या सूजन की वजह भी बन सकता है। इसके कारण व्यक्ति को चलने-फिरने या उठने-बैठने में परेशानी हो सकती है।
- इसके अलावा, यह आंखों से जुड़ी समस्याओं, घाव भरने में देरी, बालों और त्वचा से जुड़ी समस्याओं और संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है।
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निष्कर्ष
शरीर में विटामिन ई लेवल कम होने से मांसपेशियों में दर्द और सूजन बढ़ सकती है। इसके कारण, हाथ-पैरों में दर्द की समस्या भी बढ़ सकती है। विटामिन ई में एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण मौजूद होते हैं, जो बॉडी को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करते हैं। यह विटामिन बॉडी में इंफ्लेमेशन कम करता है जिससे नसों, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द की समस्या कम होती है। इसकी कमी होने पर डॉक्टर्स सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं। लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर ज्यादा जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
विटामिन ई की कमी से कौन से रोग होते हैं?
शरीर में विटामिन ई की कमी होने से नसों से जुड़ी समस्याएं और मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है। इसके कारण एनीमिया, प्रजनन क्षमता में कमी और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।विटामिन ई बढ़ाने के लिए क्या खाएं?
सूखे मेवे में विटामिन ई सबसे ज्यादा पाया जाता है। विटामिन ई की कमी पूरी करने के लिए आप सूरजमुखी के बीज और बादाम खा सकते हैं। इसके अलावा पालक, मेथी और सरसों के पत्तों में भी विटामिन ई पाया जाता है।विटामिन ई कौन से फ्रूट में होता है?
कई तरह के फलों में भी विटामिन ई मौजूद होता है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए आप एवोकाडो, आम या कीवी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। बेरिज, रसबेरी और पपीते में भी काफी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है।
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