Which fruits increase constipation: गर्मियों में मार्केट में अलग-अलग तरह के फल देखने को मिलते हैं। इस मौसम में जामुन काफी ज्यादा आता है। यह खट्टा-मीठा और कसेला फल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें नेचुरल शुगर कम होती है इसलिए इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल भी बैलेंस रहता है। जामुन में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह खून साफ करने और दांतों से जुड़ी समस्याओं को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं। इसके ज्यादा सेवन से भी सेहत को भी नुकसान हो सकता है। कई लोग मानते हैं जामुन के सेवन से कब्ज भी हो सकता है। लेकिन क्या, जामुन वाकई कब्ज की वजह बन सकता है? इस बारे में जानने के लिए हमने उज्जैन स्थित लक्ष्मी क्लिनिक एंड मेडिकोज के बीएएमएस आयुर्वेद रत्न डॉ. महेंद्र लालवानी से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इसका जवाब। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।
क्या जामुन खाने से कब्ज हो सकता है? Does Berries Cause Constipation
जामुन पोषक तत्वों से भरपूर फल है। इसमें फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। इसमें सॉल्यूबल फाइबर मौजूद होता है इसलिए यह डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए फायदेमंद होती है। इससे बॉवेल मूवमेंट इंप्रूव होता है और डाइजेशन इंप्रूव होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक जामुन पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद है। लेकिन, अगर ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाए, तो इससे पाचन तंत्र खराब हो सकता है। अगर आप जामुन का सेवन ज्यादा सेवन करते हैं और पानी कम मात्रा में पीते हैं, तो इससे आपको कब्ज की समस्या हो सकती है।
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जामुन का ज्यादा सेवन करना कैसे नुकसानदायक है? Side Effects of Overeating of Berries
अगर आप अधिक मात्रा में इसका सेवन करते हैं, तो इससे आपको गैस, ब्लोटिंग या एसिड रिफ्लेक्स की समस्या हो सकती है। एक साथ कई सारे जामुन खाने से पाचन तंत्र पर दवाब पड़ सकता है। इस कारण कुछ लोगों में डाइजेशन स्लो हो सकता है जिससे कब्ज या एसिडिटी हो सकती है। अगर आपका वाटर इनटेक कम है तो इस कारण भी आपको कब्ज हो सकती है। इसके ज्यादा सेवन से आपको पेट में भारीपन या पेट दर्द भी हो सकता है। अगर आप कम मात्रा में इसका सेवन रोज भी करते हैं, तो इससे सेहत को नुकसान नहीं होगा।
इन बातों का रखें ध्यान
- जिन लोगों को जामुन या खट्टे फलों से एलर्जी है, उन्हें जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों का डाइजेस्टिव सिस्टम सेंसिटिव है या जिन्हें लंबे समय से कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें जामुन अवॉइड करना चाहिए।
- अगर आप बैलेंस्ड डाइट लेने के साथ डेली डाइट में इसका सेवन करते हैं, तो इससे सेहत को नुकसान नहीं होगा।
- अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या रहती है, तो आपको डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।
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निष्कर्ष
जामुन के ज्यादा सेवन से भी कब्ज की समस्या हो सकती है। अधिक मात्रा में सेवन से ब्लोटिंग, पेट दर्द और एसिडिटी भी हो सकती है। इस कारण कुछ लोगों में डाइजेशन स्लो हो सकता है जिससे कब्ज या एसिडिटी हो सकती है। लेकिन, जिन लोगों को जामुन या खट्टे फलों से एलर्जी है, उन्हें जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों का डाइजेस्टिव सिस्टम सेंसिटिव है या जिन्हें लंबे समय से कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें जामुन अवॉइड करना चाहिए। अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या के लिए दवा लेते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह पर ही डेली डाइट में शामिल करना चाहिए।
FAQ
क्या जामुन कब्ज पैदा कर सकता है?
एक साथ कई सारे जामुन खाने से पाचन तंत्र पर दवाब पड़ सकता है। इस कारण कुछ लोगों में डाइजेशन स्लो हो सकता है जिससे कब्ज या एसिडिटी हो सकती है। अगर आपका वाटर इनटेक कम है तो इस कारण भी आपको कब्ज हो सकती है।जामुन कब नहीं खाना चाहिए?
जिन लोगों को जामुन या खट्टे फलों से एलर्जी है, उन्हें जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों का डाइजेस्टिव सिस्टम सेंसिटिव है या जिन्हें लंबे समय से कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें जामुन अवॉइड करना चाहिए।जामुन खाने से कौन सी बीमारी दूर होती है?
जामुन खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल भी बैलेंस रहता है। जामुन में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।