युवा हो या बुजुर्ग आज के दौर में हर आयुवर्ग के लोगों को जंक फूड खाना पसंद होता है। बीते करीब एक दशक में जंक फूड खाने वालों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। वहीं, लोगों को प्रोसेस्ड फूड भी पसंद आते हैं। लेकिन, एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जंक फूड, तला-भूना और प्रोसेस्ड फूड को खाने से लोगों को कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है, जिसमें गुड कोलेस्ट्रॉल और बेड कोलेस्ट्रॉल को शामिल किया जाता है। यदि, शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल यानी की एलडीएल का स्तर बढ़ता है तो ऐसे में व्यक्ति को ब्लड प्रेशर और हार्ट से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि, कई ऐसे में फल है, जो आपके शरीर के कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इस लेख में एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि क्या जामुन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है?
क्या जामुन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर सकता है? - Does Eating Jamun Reduce Cholesterol in Hindi
जामुन में मौजूद डाइट्री फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और पोटेशियम हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह सभी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं, प्लाक बनने की संभावना को कम करते हैं। इससे व्यक्ति को हार्ट स्ट्रोक और हाई बीपी जैसी विभिन्न स्थितियों के जोखिम कम होता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण
जामुन में मौजूद एंथोसायनिन (Anthocyanins) एक एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को नष्ट करता है। यह फ्री रेडिकल्स धमनियों (हार्ट की नसों) को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कोलेस्ट्रॉल को ऑक्सिडाइज कर हृदय रोग का कारण बन सकते हैं। जामुन हार्ट के लिए इन हानिकारक प्रभावों को रोकता है।
घुलनशील फाइबर
जामुन में मौजूद डायट्री फाइबर आंतों में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करता है, जिससे LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है। साथ ही यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है। ऐसे में आपको कोलेस्ट्रॉल के साथ ही कब्ज में भी आराम मिलता है।
फ्लेवोनॉइड्स और पॉलीफेनोल्स
ये प्राकृतिक कंपाउंड ब्लड वैसल्स (नसों) को लचीला और स्वस्थ बनाए रखते हैं। ये गुड कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल को बढ़ाने और बेड कोलेस्ट्रल यानी एलडीएल को घटाने में सहायक होते हैं।
डायबिटीज के लिए फायदेमंद
जामुन ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, और क्योंकि डायबिटीज और उच्च कोलेस्ट्रॉल आपस में जुड़े हुए हैं, इसलिए जामुन का सेवन मेटाबोलिक सिंड्रोम में भी लाभकारी साबित होता है।
एक दिन में कितने जामुन का सेवन करना चाहिए?
अन्य चीजों की तरह की आपको जामुन का सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए। अधिक मात्रा में जामुन का सेवन करने से आपको अपच, पेट दर्द और उल्टी की समस्या हो सकती है। ऐसे में आप रोजाना करीब 100 से 150 ग्राम जामुन का सेवन कर सकते हैं। शुरुआत में आप कम मात्रा में जामुन का सेवन करें।
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आयुर्वेद में जामुन को त्रिदोष नाशक माना गया है। यह वात, पित्त और कफ तीनों को संतुलित करता है। इसके बीजों का चूर्ण भी मधुमेह और रक्तसंचार को नियंत्रित करने में उपयोग किया जाता है। यह ब्लड को प्यूरीफाई करता है, लिवर को डिटॉक्स करता है और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण करने में मदद करता है। यही वजह है कि जामुन एक प्राकृतिक सुपरफूड माना जाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और आयुर्वेदिक गुण हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाते हैं।
FAQ
कौन सी दाल खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है?
मूंग दाल, उड़द दाल, चना दाल, और मसूर दाल कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद कर सकती हैं. इन दालों में फाइबर और प्रोटीन होता है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने पर क्या खाना चाहिए?
कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने पर साबुत अनाज, फल, सब्जियां, बीन्स, दालें, नट्स और बीज खाएं। ये खाद्य पदार्थ फाइबर से भरपूर होते हैं जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।