Dehydration Can Cause Stress: आजकल जिस तरह की जिंदगी हो गई है, उसमें पानी कम पीना बहुत ही आम है। इसके साथ, अगर स्ट्रेस की बात करें, तो लोगों का जीवन करियर और घर की जिम्मेदारियों के बीच इस कदर फंसा हुआ है कि स्ट्रेस होना लाजिमी है। हम इन दोनों की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि जो लोग दिनभर पानी कम पीते हैं, उनका स्ट्रेस लेवल शाम तक काफी ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई पानी स्ट्रेस बढ़ाने वाले हार्मोन कॉर्टिसोल (cortisol) का स्तर बढ़ा देता है। इस बारे में हमने दिल्ली के मैक्स अस्पताल की क्लिनिकल और बैरिएट्रिक डायटिशन डॉ. समरीन फारूख (Dr. Samreen Farooq, Clinical and Bariatric Dietitian, Max Super Speciality Hospital, Patparganj) से बात की। उन्होंने रोजाना हाइड्रेट रहने के कई आसान टिप्स भी दिए हैं।
पानी कम पीने से स्ट्रेस बढ़ता है?
इस बारे में डॉ. समरीन कहती हैं, “वैसे भी आजकल लोग इतने ज्यादा बिजी हो गए हैं कि पानी जैसी बेसिक जरूरत को भी पीना भूल जाते हैं। इसके अलावा, स्ट्रेस तो हम सभी के जीवन का हिस्सा बन ही गया है, लेकिन जो लोग कम पानी पीते हैं, उनमें कॉर्टिसोल हार्मोन काफी ज्यादा बनते हैं, जो स्ट्रेस को बढ़ा देते हैं। कई बार आपने नोट किया होगा कि जो लोग दिनभर पानी कम पीते हैं, वे शाम तक काफी ज्यादा तनाव में आ जाते हैं। इस वजह से उनमें चिड़चिड़ापन बहुत ज्यादा देखा जा सकता है। इसलिए मैं सभी को दिनभर थोड़ा-थोड़ा पानी पीने की सलाह देती हूं।”
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स्टडी में कम पानी पीने और स्ट्रेस के बीच का कनेक्शन
हाल ही में Journal of Applied Physiology में प्रकाशित एक स्टडी ने यह खुलासा किया है कि जो लोग रोजाना डेढ़ लीटर से कम पानी (fluid intake) पीते हैं, उनमें कॉर्टिसोल (cortisol) हार्मोन का स्तर लगभग 50% ज्यादा बढ़ता है। इस स्टडी को करने के लिए लोगों को दो ग्रुप में बांटा गया था। एक ग्रुप को डेढ़ लीटर से कम दिया गया, तो दूसरे ग्रुप की महिलाओं को 2 लीटर और पुरुषों को 2.5 लीटर पानी दिया गया। एक हफ्ते बाद जब दोनों ग्रुप को चेक किया गया, तो पता चला कि डेढ़ लीटर पानी पीने वालों का स्ट्रेस लेवल काफी ज्यादा था।
कम पानी पीने से क्यों तनाव होता है ?
इस बारे में डॉ. समरीन फारूख ने इसके कुछ कारण बताए हैं।
- हाइपोथैलेमिक‑पिट्यूटरी‑एड्रेनल (HPA) एक्सिस पर असर - जब शरीर को प्रचुर मात्रा में पानी नहीं मिलता, तो vasopressin हार्मोन बहुत ज्यादा बढ़ जाता है जो हाइपोथैलेमस और एड्रेनल ग्रंथियों को एक्टिव कर देता है, जिससे कॉर्टिसोल (cortisol) हार्मोन रिलीज होता है।
- फिजिकल स्ट्रेस बढ़ना - डिहाइड्रेशन से ब्लड विस्कोसिटी (blood viscosity), हार्ट पर प्रेशर और किडनी पर स्ट्रेस बढ़ने से शरीर भी स्ट्रेस में आ जाता है।
- मेंटल लेवल पर स्ट्रेस होना - जब प्यास महसूस होती है या शरीर में पानी की कमी होती है, तो चिंता (anxiety) बढ़ जाती है, जिससे इमोशनल स्ट्रेस भी बढ़ जाता है। इसलिए तो कहते हैं कि पानी की बोतल सिर्फ जरूरत नहीं है, बल्कि ये स्ट्रेस को कम करने का सबसे कारगर उपाय भी है।
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पानी पीने के आसान टिप्स
डॉ. समरीन ने कुछ ऐसे आसान टिप्स दिए हैं, जिन्हें आप रोजाना अपना सकते हैं और शरीर को हाइ़ड्रेट रख सकते हैं।
- दिन में कम से कम 2 लीटर पानी या तरल पदार्थ जरूर शामिल करें।
- अगर पानी नहीं पिया जाता, तो सूप, नारियल पानी, तरबूज, खरबूजा जैसे पानी वाले फल अपनी डाइट में लें।
- पानी पीने का आसान तरीका है कि दिन भर पानी की बोतल साथ रखें।
- शुरुआत में फोन पर रिमाइंडर लगाकर पानी पीने की आदत बना सकते हैं।
- जब भी प्यास महसूस हो, तो पहले पानी पीने की आदत डालें।
- घर से बाहर निकलने से पहले या एक्सरसाइज करने से पहले अच्छी तरह हाइड्रेटेड रहें।
- अगर पेशाब का रंग हल्का पीला है, तो आप हाइड्रेड है और अगर गहरा है, तो पानी की मात्रा बढ़ाएं।
- चाय, कॉफी को सीमित करें और शराब का सेवन बिल्कुल बंद कर दें।
- सोडे वाले ड्रिंक्स, डिब्बाबंद जूस लेने से परहेज करें।
निष्कर्ष
डॉ. समरीन कहती हैं कि स्ट्रेस को बढ़ने से रोकने के लिए पानी पीना बहुत जरूरी है। स्ट्रेस के अलावा भी शरीर के लिए पानी बहुत जरूरी है। यह कई तरह की बीमारियों से बचाता है और शरीर को एक्टिव रखता है। अगर सही मात्रा में पानी पिया जाए, तो यह वजन कम करने में भी मददगार हो सकता है। पानी पीने की आदत को अपनी रोजाना की लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं और अगर स्ट्रेस बहुत ज्यादा रहता है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
FAQ
24 घंटे में कितनी बार पानी पीना चाहिए?
दिन में कितना बार पानी पीना चाहिए, यह पर्सनल जरूरत पर ज्यादा निर्भर करता है। वैसे पुरुषों को दिन में करीब 3.7 लीटर और महिलाओं को 2.7 लीटर के करीब पानी पीना चाहिए।सुबह उठते ही कितना पानी पीना चाहिए?
सुबह उठने के बाद लगभग एक से दो गिलास गुनगुना पानी पीने से शरीर हाइड्रेट हो जाता है। इसमें नींबू या मेथी दाना भी मिलाकर पिया जा सकता है। दरअसल, सोने के बाद शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसे पूरा करने और दिन के लिए तैयार होने में सुबह का पानी काफी मददगार होता है।पानी पीने से कौन सी बीमारी दूर होती है?
पानी पीने से कब्ज, सिरदर्द, और डिहाइड्रेशन जैसी कई बीमारियों से बचाव होता है। यह डाइजेशन को सुधारता है और शरीर के तापमान को कंट्रोल करता है। पानी की मदद से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और वजन कम करने में भी मददगार है।
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Sep 19, 2025 07:03 IST
Published By : अनीश रावत