Tamarind Water Benefits: आजकल लोग नींद की कमी से लेकर पाचन की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसी परेशानियों से बचाव के लिए आयुर्वेद में कई ऐसे तरीके हैं, जिन्हें अपनाकर रोजमर्रा की दिक्कतों से बचा जा सकता है। आमतौर पर पैरों को डिटॉक्स करने के लिए लोग गुनगुने पानी में नमक डालकर बैठते हैं। उन्हें पता ही नहीं कि इमली का पानी इससे कहीं बेहतर है। आयुर्वेद में पैरों को शरीर का दूसरा हार्ट कहा जाता है। पैरों के तलवों में ऐसे कई बिंदु होते हैं जो पाचन, नींद, शरीर की एनर्जी से जुड़े होते हैं। इसलिए जब इमली के गुनगुने पानी में पैर डुबोते हैं, तो यह शरीर को डिटॉक्स करने से लेकर पित्त को बैलेंस करने में मदद करते हैं। इमली के पानी के सेहतमंद फायदे जानने के लिए हमने फरीदाबाद के सर्वेदय अस्पताल के सीनियर आयुर्वेदिक कंसल्टेंट डॉ. चेतन शर्मा ((Dr. Chetan Sharma, Sr. Ayurveda Consultant, Sarvodaya Hospital, Faridabad & Noida)से बात की।
1. पित्त और शरीर की गर्मी कम करना
डॉ चेतन शर्मा ने बताया कि इमली अम्लीय होती है और शीतलता देती हैं। एगर गुनगुने पानी में इमली का गूदा मिलाकर पैर डुबोकर रखे जाएं तो शरीर की एक्सट्रा गर्मी और पित्त दोष को भी शांत करती है। इसका इस्तेमाल खासतौर पर गर्मी के मौसम में बहुत राहत देता है।
2. पाचन में सुधार
डॉ चेतन कहते हैं, "आयुर्वेद के अनुसार, पैरों के तलवों में पाचन से जुड़े कई बिंदु होते हैं। जब शीतल इमली का पानी तलवों के इन बिंदुओं को छूता है, तो पेट की अग्नि को संतुलन मिलता है। इससे कब्ज और गैस से राहत मिलती है।
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3. बेहतर नींद और मेंटल हेल्थ
डॉ चेतन के अनुसार, इमली के पानी में 15-20 मिनट पैर भिगोकर रखने से दिनभर की थकान तो कम होती ही है, साथ ही मांसपेशियां रिलैक्स होती है। इससे स्ट्रेस कम होता है और नींद की क्वालिटी बेहतर होती है।
4. त्वचा और ब्लड को साफ करना
डॉ चेतन कहते हैं,"इमली के पानी से ब्लड फिल्टर होता है और शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं। इस वजह से त्वचा पर दाने और फुंसी कम होते हैं। जो लोग नियमित रुप से इमली के पानी का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अपना शरीर भी हल्का महसूस होता है।
इमली के पानी का कब और कैसे इस्तेमाल करें? How to Use Tamarind Water in Hindi
डॉ चेतन के अनुसार, पानी को गुनगुना रखें। इसमें 2–3 बड़े चम्मच इमली का गूदा मिला दें। इस गुनगुने पानी में हफ्ते में 2-3 बार 15 से 20 मिनट पैर डुबोकर रखें। इस दौरान खुद को शांत रखने की कोशिश करें।
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इमली के पानी का इस्तेमाल किसे नहीं करना चाहिए? - Who Should Not Use Tamarind Water in Hindi
डॉ चेतन के अनुसार नीचे दिए गए इन लोगों को इमली के पानी का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
- सर्दी-जुकाम या साइनस की समस्या वाले लोगों को
- बहुत ज्यादा ठंडे शरीर वाले लोगों की वात प्रकृति होती है।
- डायबिटीज के मरीज जिनके पैरों में घाव या संक्रमण हो।
निष्कर्ष
इमली के पानी में पैर डुबोकर बैठना बहुत ही सरल तरीका है जिससे मन और शरीर दोनों को आराम मिलता है। आजकल की भागदौड़ और स्ट्रेस वाली जिंदगी में दवाइयों की बजाय अगर इस तरह के घरेलू तरीके अपना लिए जाएं तो ये काफी कारगर साबित हो सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि साइनस और डायबिटीज के रोगी आयुर्वेदाचार्य की सलाह के बाद ही इमली के पानी का इस्तेमाल करें।
FAQ
इमली से कौन-कौन से रोग ठीक होते हैं?
इमली के पानी में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन कम करने वाले तत्व होते हैं, जो घाव भरने, दस्त जैसे बीमारियों में काफी फायदेमंद साबित होते हैं।इमली कब नहीं खानी चाहिए?
इमली खाने के बाद स्किन पर लाल निशान बन जाए, खुजली, उल्टी जैसी परेशानियों हो तो इसका सेवन तुरंत बंद कर दें। ज्यादा मात्रा में इमली का इस्तेमाल दांतों को भी नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इमली का उपयोग सीमित मात्रा में करें।इमली का प्रयोग किसे नहीं करना चाहिए?
प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को इमली के ज्यादा इस्तेमाल से बचना चाहिए। हालांकि इससे जुड़े कोई ज्यादा प्रमाण नहीं है। डायबिटीज के रोगियों में इमली के ब्लड शुगर को भी कम कर सकती है।