Is Painkillers Bad For Kidneys: पेन किलर्स ऐसी दवाएं होती हैं जिन्हें दर्द या सूजन कम करने के लिए लिया जाता है। इन दवाओं की हैवी डोज होती हैं और ये शरीर में बहुत तेजी से असर दिखाती हैं। पेन किलर खाने के कुछ देर बाद ही समस्या कम हो जाती है। इससे ही आप समझ सकते हैं इन दवाओं को कितने हैवी केमिकल्स से तैयार किया जाता है। कभी-कभार दर्द बर्दाश्त न होने पर पेन किलर लेना सेफ होता है। लेकिन, कुछ लोगों को थोड़ी भी परेशानी होने पर पेन किलर लेने की आदत हो जाती है। ऐसे में ये दवाएं साइड इफेक्ट्स होने की वजह भी बन सकती हैं। अब सवाल आता है कि क्या हमारी किडनी इन दवाओं को फिल्टर कर पाती है? क्या इनके सेवन से किडनी पर भी असर पड़ सकता है? इस बारे में जानने के लिए हमने हैदराबाद स्थित यशोदा हॉस्पिटल (मलकपेट) से कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शशि किरण ए (Dr. Sashi Kiran A, Consultant Nephrologist) से बात की है।
क्या पेन किलर्स खाने से किडनी को नुकसान हो सकता है? Can Consuming Painkillers Damage The Kidneys
एक्सपर्ट के मुताबिक पेन किलर्स किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। कुछ पेन किलर्स का अगर गलत तरीके से या लंबे समय तक सेवन जाए, तो इससे किडनी हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि किडनी ब्लड से वेस्ट और टॉक्सिन को निकालने, फ्लूड बैलेंस करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करती है। जब ऐसे में बॉडी में फंक्शन इंबैलेंस हो जाते हैं, तो इसके गंभीर और स्थायी परिणाम भी हो सकते हैं। नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं या एनएसएआईडी, जैसे एस्पिरिन, नेप्रोक्सन और इबुप्रोफेन, ऐसे पेन किलर्स हैं, जो किडनी से जुड़ी बीमारियों की वजह बन सकती हैं।
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पेन किलर्स किडनी को कैसे नुकसान कर सकते हैं? How Pain Killers Can Affect Kidneys
ये पेन किलर्स शरीर में तापमान, सूजन कम करने और दर्द से राहत पाने के लिए खाए जाते हैं। लेकिन ये पेन किलर्स साइक्लोऑक्सीजिनेज को ब्लॉक कर सकते हैं, जो प्रोस्टाग्लैंडीन केमिकल को प्रड्यूज करने वाला एंजाइम है। ये केमिकल ब्लड फ्लो को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) इन एंजाइमों को बाधित करके किडनी में ब्लड फ्लो कम कर सकते हैं। खासकर के बूढ़े लोगों को जिनकी बॉडी पहले से ही डिहाइड्रेट होती है। इसके अलावा, जो लोग पहले से ही किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें इसके सेवन से ज्यादा नुकसान हो सकता है।
लंबे समय तक पेन किलर्स लेना कैसे नुकसान करता है? Long Term Effect of Pain Killers
किडनी डैमेज या किडनी फंक्शन में कोई बाधा आना ऐसी समस्याएं हैं, जो किडनी में ब्लड फ्लो रुकने के कारण बन सकती हैं और जिनके लिए तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी जरूरी है। अगर पेन किलर्स का सेवन लंबे समय तक किया जाए, तो इससे किडनी टिशुज को नुकसान हो सकता है और किडनी में ब्लड फ्लो कम हो सकता है। ये दवाएं उनको भी नुकसान कर सकती हैं, जिनकी किडनी पूरी तरह ठीक है। डिहाइड्रेशन, किडनी को नुकसान पहुंचाने वाली दवाएं और हाई ब्लड प्रेशर जैसे हार्ट डिजीज जैसी बीमारियां भी इसका खतरा बढ़ा सकती हैं।
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एक्सपर्ट टिप
पेन किलर्स को सिर्फ डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीके और तय की गई खुराक से लेना सुरक्षित है। किसी भी पेन किलर को शुरू करने या जारी रखने से पहले, अपने डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए। खासकर अगर आपको किडनी से जुड़ी समस्याएं या कोई लंबे समय से स्वास्थ्य समस्या है। इस लेख में हमने आपको सामान्य जानकारी दी है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या किसी हेल्थ एक्सपर्ट से बात करें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो, तो अपने करीबियों के साथ शेयर जरूर करें।
FAQ
पेन किलर के क्या नुकसान हैं?
लंबे समय तक पेन किलर्स लेने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। ये पेट से जुड़ी समस्याओं, शरीर में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं होने का कारण बन सकती हैं। इसके कारण पेट में अल्सर या लिवर और किडनी संबंधित समस्याओं का खतरा भी हो सकता है।क्या पेनकिलर लेने से किडनी पर असर पड़ता है?
लंबे समय तक पेन किलर लेने से किडनी को नुकसान होता है। इसमें मौजूद केमिकल्स किडनी में ब्लड फ्लो को कम कर देते हैं। इससे किडनी से जुड़ी बीमारियां बढ़ने लगती हैं। ये दवाएं किडनी को धीरे-धीरे डैमेज करती जाती हैं।पीरियड्स में पेन किलर क्यों नहीं लेते हैं?
एलांटिस हेल्थकेयर से डॉ मनन गुप्ता बताते हैं कि पीरियड्स में पेन किलर लेना पूरी तरह सेफ होता है। इन दवाओं को पीरियड्स क्रैम्प्स कम करने के लिए लिया जाता है। ये दवाएं शरीर में कुछ केमिकल्स ब्लॉक करके दर्द कम करती हैं, जो यूट्रस के सिकोड़ने का कारण बनते हैं।