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Breastfeeding And Sex Life: यह बात तो आपने सुनी होगी कि डिलीवरी के बाद महिलाओं को करीब 6 हफ्ते तक सेक्सुअल रिलेशनशिन से दूर रहना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि पोस्ट डिलीवरी महिलाओं का शरीर बहुत कमजोर होता है, उन्हें रिकवरी में भी समय लगता है। ऐसे में अगर वे यौन संबंध बनाती हैं, तो इसका बुरा प्रभाव उनकी मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। बहरहाल, कई महिलाएं 6 सप्ताह बाद भी यौन संबंध बनाने से बचती हैं। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि क्या ब्रेस्टफीडिंग की वजह से महिलाओं की सेक्स लाइफ पर बुरा असर पड़ सकता है? आखिर इनका आपस में क्या कनेक्शन है? आइए, जानते हैं नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश हॉस्पिटल में Sr Consultant Obs and Gynaecology डॉ. नीलम बेनारा से।
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क्या ब्रेस्टफीडिंग सेक्स लाइफ पर असर डाल सकती है?- Does Breastfeeding Affect Sexual Arousal
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NCBI में प्रकाशित एक लेख की मानें, तो ब्रेस्टफीडिंग का महिलाओं की सेक्सुअल लाइफ पर असर पड़ता है। ऐसा इसलिए हेता है, क्यांकि ब्रेस्टफीडिंग की वजह से महिलाओं की लिबिडो प्रभावित होती है। जब लिबिडो पर नेगेटिव असर पड़ता है, तो इसकी वजह से महिलाओं में वजाइनल ड्राइनेस हो जाती है। इसके अलावा, निरंतर नवजात शिशु की केयर करना और उसे स्तनपान कराने की वजह से भी महिलाएं काफी थकान महसूस करती हैं। ऐसे में उनके लिए सेक्सुअली एक्टिव होना काफी मुश्किल हो जाता है। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि ब्रेस्टफीडिंग का सेक्स लाइफ पर नेगेटिव असर पड़ता है।
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बेस्टफीडिंग का सेक्सुअल फंक्शन पर असर
हार्मोनल बदलावः ब्रेस्टीफीडिंग की वजह से महिलाओं को लंबे समय तक पीरियड्स नहीं होते हैं। ऐसे में उनके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है। नतीजतन, उनमें लिबिडो की कमी हो जाती है और सेक्सुअल अराउजल भी उन्हें फील नहीं होता है। यहां तक कि वजाइनल ड्राइनेस जैसी समस्या भी उन्हें सेक्सुअल रिलेशनशिप से दूर रखती है।
थकान और स्ट्रेसः आमतौर पर ब्रेस्फीड करा रही महिलाओं पर शिशु पूरी तरह निर्भर होता है। ऐसे में महिला का ज्यादातर वक्त शिशु की केयर करने में बीतता है। इस स्थिति की वजह से कई महिलाएं दिन भर थकान और कमजोरी से घिरी रहती हैं, जो कि उन्हें सेक्सुअल रिलेशनशिप बनाने से रोकती है। यही नहीं, सेक्स के प्रति उनमें रुचि भी कम हो जाती है।
शारीरिक असहजताः चूंकि, ब्रेस्टफीडिंग करवाने की वजह से महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आती है। ऐसे में उन्हें वजाइनल ड्राइन का सामना करना पड़ता है। इस तरह की कंडीशन यौन संबंध बनाना महिलाओं के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है। उन्हें शारीरिक संबंध बनाते हुए दर्द और असहजता हो सकती है।
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ब्रेस्टफीड करा रही महिलाएं कैसे पाएं हेल्दी सेक्सुअल लाइफ
- अगर वजाइनल ड्राइनेस की दिक्कत है, तो लुब्रिकेंट का यूज करें।
- इंटरकोर्स के बजाय इंटीमेसी पर जोर दें। इससे वैवाहिक जीवन भी बेहतर होता है।
- अपने पार्टनर के साथ यौन संबंध पर खुलकर बात करें।
- पार्टनर की सपोर्ट की मदद से यौन संबंध में सुधार किया जा सकता है।
- अगर अभी यौन संबंध बनाने के लिए तैयार न हों, तो इंतजार करें।
- यौन संबंध की शुरुआत करने से पहले डॉक्टर की राय लेना न भूलें।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने का मतलब यह है कि ब्रेस्टफीडिंग की वजह से सेक्सुअल लाइफ पर असर पड़ सकता है। हालांकि, इसको लेकर महिलाओं को बहुत परेशान नहीं होना चाहिए। अगर वे अपनी सेक्सुअल लाइफ में सुधार करना चाहती हैं, तो इस संबंध में अपने पार्टनर से मदद लें, वजाइनल ड्राइनेस को दूर करेन के लिए लुब्रिकेशन का इस्तेमाल करें। अगर सेक्सुअल लाइफ की शुरुआत करना मुश्किल लग रहा है, तो इस कंडीशन में डॉक्टर की मदद लेना न भूलें।
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Nov 18, 2025 19:43 IST
Published By : Meera Tagore