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Are Eczema And Asthma Related Know From Doctor In Hindi: अस्थमा सांस से जुड़ी बीमारी है, जबकि एक्जिमा एक तरह की स्किन प्रॉब्लम है। यह सच है कि अस्थमा के हर मरीज को एक्जिमा हो, यह जरूरी नहीं है। इसके बावजूद, यह कहा जा सकता है कि एक्जिमा और अस्थमा के आपस में गहरा कनेक्श है। खासकर, अगर छोटे बच्चे को एक्जिमा है, तो भविष्य में उसे अस्थमा होने का जोखिम बना रहता है। इसके लिए, मुख्य रूप से किन वजहों को जिम्मेदार माना जाना चाहिए, यह स्पष्ट नहीं है। फिर भी इस लेख में हम जानने की कोशिश करेंगे कि एक्जिमा और अस्थमा के बीच क्या कनेक्शन है? इस बारे में मुंबई के परेल में स्थित Gleneagles Hospital में वरिष्ठ सलाहकार इंटेंसिविस्ट चेस्ट फिजिशियन, ब्रोंकोस्कोपिस्ट और स्लीप डिसऑर्डर स्पेशलिस्ट डॉ. हरीश चाफले तथा ग्रेटर नोएडा स्थित एनआईआईएमएस मेडिकल कॉलेज MD-Respiratory medicine डॉ. रेणु सोनी से बात की।
एक्जिमा और अस्थमा का आपस में कनेक्शन
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विशेषज्ञों की मानें, तो एक्जिमा और अस्थमा दोनों का आपस में गहरा संबंध है। दोनों ही इंफ्लेमेशन यानी सूजन से संबंधित बीमारियां हैं। यही नहीं, दोनों ही समस्याएं किसी एलर्जी के कारण होती हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिन लोगों को अस्थमा होता है, उनमें माइल्ड से लेकर मॉडरेट तक एक्जिमा के लक्षण नजर आ सकते हैं। इसका मतलब है कि जिन्हें अस्थमा होता है, उनमें एक्जिमा होने का रिस्क रहता है। वैसे भी एक्जिमा का एक तरह इंफ्लेमेटरी स्किन कंडीशन है। इस समस्या के तहत इम्यून सिस्टम पर्यावरणीय कारकों को ट्रिगर करता है। इस तरह की परेशानी आनुवांशिक हो सकती है। ऐसी स्थिति में अक्सर स्किन एलर्जेंस को ब्लॉक करने की क्षमता खो देती है, नतीजतन त्वचा रूखी हो जाती है, जिससे इरिटेशन भी बढ़ने लगती है। इसी तरह, देखा जाए तो जिन्हें अस्थमा होता है, उसमें भी इम्यून सिस्टम पर्यावरणीय एलर्जेंस पर नकारात्मक रूप से प्रतिक्रिया करता है, जिससे मरीज को खांसी, जुकाम और सीने में जकड़न जैसा महसूस हो सकता है। बहरहाल, अस्थमा और एक्जिमा का आपस में कनेक्शन है, लेकिन ये बीमारियां किसी को क्यों हो रही है, यह पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। हां, अगर परिवार में किसी को है, तो भावी पीढ़ी को भी यह बीमारी होने का जोखिम बना रहता है।
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अस्थमा और एक्जिमा के साथ में कैसे मैनेज करें
अगर किसी को मरीज को अस्थमा और एक्जिमा साथ में है, तो उन्हें अपनी हेल्थ को लेकर जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। उन्हें तुरंत इम्यूनोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। अगर किसी को एक्जिमा है, तो उन्हें अस्थमा के होने का रिस्क भी बना रहता है। यहां हम जानेंगे कि अस्थमा और एक्जिमा को साथ में कैसे मैनेज किया जा सकता है-
- समय-समय पर एलर्जी का टेस्ट करवाएं ताकि समस्या को मैनेज किया जा सके।
- घर में रहते हुए एसी का इस्तेमला करें। यह अस्थमा के मरीज के लिए उपयोगी साबित होता है।
- अपने घर में गंदगी जमने न दें और जिससे एलर्जी है, उसे घर से दूर रखें।
- घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। धूल-मिट्टी होने से अस्थमा ट्रिगर हो सका है।
- अस्थमा और एक्जिमा के मरीजों को अपने घर में पेट्स नहीं रखने चाहिए।
- जब भी कहीं बाहर से घर लौटें, तो शॉवर लेना न भूलें। बाहर की धूल-मिट्टी आपकी त्वचा के लिए सही नहीं है।
अस्थमा और एक्जिमा का इलाज
अगर लाइफस्टाइल में तमाम बदलावों के बावजूद आपकी सेहत में सुधार न हो, तो जरूरी है कि इसका सही ट्रीटमेंट करवाएं। इसमें कुछ विकल्प चुने जा सकते हैं, जैसे-
- मरीज को इम्यूनोथेरेपी करवाई जा सकती है। इसमें एलर्जी शॉट्स लगाए जाते हैं, जिससे इम्यून सिस्टम बेहतर तरीके से काम करता है और एलर्जेंस पर नकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं करता है।
- डॉक्टर ट्रीटमेंट के दौरान कुछ दवाइयां दे सकते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी मेडिसिन होती हैं, जिससे अस्थमा और एक्जिमा को ट्रीट करने में मदद मिलती है।
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FAQ
क्या अस्थमा और एक्जिमा जुड़ा हुआ है?
ऐसी कंडीशंस जो इम्यून सिस्टम को प्रभावित करती हैं, उनका अक्सर आपास में कनेक्शन होता है। जिन लोगों को बचपन में एक्जिमा होता है, भविष्य में उन्हें अस्थमा होने का रिस् भी बना रहता है। ध्यान रखें कि दोनों ही बीमारियां इंफ्लेमेशन यानी सूजन से संबंधित हैं।क्या अस्थमा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है?
अस्थमा संक्रामक रोग नहीं है। इसलिए, यह कहना सही नहीं होगा कि यह एक से दूसरे व्यक्ति तक फैल सकता है।एक्जिमा किस कारण से होता है?
एक्जिमा होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे किसी चीज से एलर्जी, स्किन इंफ्लेमेशन और आनुवांशिक। इसके अलावा, धूल-मिट्टी, गंदगी, पोलन और पेट्स इसके लक्षणों को ट्रिगर कर सकती हैं।
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Current Version
Oct 25, 2025 17:33 IST
Published By : Meera Tagore