आज के समय में, हर कोई अपनी त्वचा को खूबसूरत और ग्लोइंग बनाने की चाहत रखता है। खासकर गोरी और साफ त्वचा के लिए लोग तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। लेकिन बिजी लाइफस्टाइल के कारण अक्सर लोग सही स्किन केयर रूटीन को फॉलो नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कई लोग गोरे होने वाली क्रीम्स का सहारा लेते हैं, यह सोचकर कि यह उन्हें तुरंत मनचाही गोरी त्वचा दे सकती है। बाजार में उपलब्ध स्किन व्हाइटनिंग क्रीम्स त्वचा की रंगत को निखारने और दाग-धब्बों को हटाने का दावा करती हैं। लेकिन क्या ये क्रीम्स वाकई असर करती हैं? या फिर ये केवल एक मार्केटिंग गिमिक हैं? इस लेख में डॉ. मंदीप सिंह, एचओडी, प्लास्टिक, त्वचा विशेषज्ञ और कॉस्मेटिक सर्जरी, पारस हेल्थ, गुरुग्राम (Dr Mandeep Singh, HOD, plastic, dermatologist, and cosmetic surgery at Paras Health, Gurugram) से जानेंगे, क्या त्वचा को गोरा बनाने वाली क्रीम्स वाकई काम करती हैं?
क्या गोरा करने वाली क्रीम सच में काम करती हैं? - Does Skin Whitening Cream Really Work
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. मंदीप सिंह का कहना है कि स्किन व्हाइटनिंग क्रीम्स त्वचा के दाग-धब्बों को कम कर सकती हैं, लेकिन ये त्वचा को स्थायी रूप से गोरा नहीं बना सकतीं। इनके प्रभाव अस्थायी होते हैं और इनका इस्तेमाल बंद करने के बाद त्वचा फिर से अपनी प्राकृतिक स्थिति में आ सकती है। इसके अलावा, त्वचा का रंग हमारे जीन और प्राकृतिक पिग्मेंटेशन पर निर्भर करता है। इसे पूरी तरह से बदल पाना संभव नहीं है। हेल्दी और ग्लोइंग स्किन के लिए सही खान-पान, अच्छी स्किन केयर रूटीन और पर्याप्त पानी पीना सबसे जरूरी है।
इसे भी पढ़ें: त्वचा की रंगत में सुधार करता है मॉर्फियस8 स्किन ट्रीटमेंट, जानें यह उपचार त्वचा को कैसे बनाता है खूबसूरत?
स्किन व्हाइटनिंग क्रीम कैसे काम करती हैं? - How Does Skin Whitening Cream Work
डॉक्टर मंदीप सिंह बताते हैं कि स्किन व्हाइटनिंग क्रीम्स में ऐसे एक्टिव इंग्रीडिएंट्स होते हैं जो मेलानिन के उत्पादन को कम करते हैं। मेलानिन एक प्राकृतिक पिगमेंट है जो हमारी त्वचा, बालों रंग को निर्धारित करता है। इन क्रीम्स में आमतौर पर ऐसे तत्व शामिल होते हैं, जो त्वचा को ग्लोइंग बनाने में मदद करते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट के अनुसार, ये क्रीम्स कुछ हद तक अस्थाई रूप से त्वचा की रंगत को सुधार सकती हैं, लेकिन ये त्वचा को स्थायी रूप से गोरा नहीं बना सकतीं। इनका असर तभी होता है जब इन्हें नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाए।
इसे भी पढ़ें: त्वचा की रंगत में अचानक आने लगा बदलाव? जानें क्या हो सकते हैं Skin Discoloration के कारण
डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह
- स्किन व्हाइटनिंग क्रीम खरीदते समय उसके इंग्रीडिएंट्स को ध्यान से पढ़ें। ऐसे प्रोडक्ट्स का उपयोग करें जो डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड और सुरक्षित हों।
- अगर आप त्वचा की रंगत को सुधारना चाहते हैं, तो प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करें जैसे एलोवेरा, हल्दी आदि। ये सुरक्षित हैं और लंबे समय तक फायदा पहुंचाते हैं।
- कोई भी क्रीम इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। हर किसी की त्वचा अलग होती है, इसलिए किसी भी प्रोडक्ट का असर सभी पर एक जैसा नहीं होता।
- त्वचा को हेल्दी बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है कि आप रोजाना सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। यह त्वचा को यूवी किरणों से बचाता है और पिग्मेंटेशन को कम करने में मदद करता है।
निष्कर्ष
स्किन व्हाइटनिंग क्रीम्स का उपयोग करने से पहले उसके फायदे और नुकसान को समझना बेहद जरूरी है। सही जानकारी और डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह से आप अपनी त्वचा की देखभाल बेहतर तरीके से कर सकते हैं। याद रखें, त्वचा का प्राकृतिक रंग आपकी पहचान है।
All Images Credit- Freepik