Depression And Anxiety in Women Causes in Hindi: हर साल 8 मार्च को महिला दिवस के रूप में में मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं को प्रोत्साहित करने, स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने और उन्हें सपोर्ट करने पर जोर दिया जाता है। आज के समय में महिलाएं न सिर्फ घर के कामकाज में अपना पूरा दिन गुजारती हैं, बल्कि नौकरी, करियर, बच्चे की देखभाल और घर संभालने की जिम्मेदारी के नीचे भी दबी रहती हैं। ऐसे मं महिलाओं में डिप्रेशन और एंग्जायटी बढ़ना आम है। लेकिन, फिर भी लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि आखिर महिलाओं में डिप्रेशन होने का क्या कारण है? ऐसे में आइए नई दिल्ली के तुलसी हेल्थकेयर के सीईओ और सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ. गौरव गुप्ता से जानते हैं कि महिलाओं में डिप्रेशन और एंजायटी होने का कारण क्या है और इससे कैसे बचाव करें?
महिलाओं में डिप्रेशन का कारण क्या है? - What Are The Causes Of Depression in Women in Hindi?
सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ. गौरव गुप्ता के अनुसार, "महिलाओं में डिप्रेशन और एंजाइटी कई कारणों से हो सकती हैं, जिनमें बायोलॉजिकल, मानसिक और सामाजिक कारण शामिल हैं। ये समस्याएँ महिलाओं के जीवन में अलग-अलग पहलुओं से जुड़ी होती हैं।"
1. हार्मोनल बदलाव
महिलाओं में डिप्रेशन और तनाव होने का मुख्य कारण हार्मोनल बदलाव है। ऐसे में पीरियड्स, प्रेग्नेंसी, और डिलीवरी के बाद और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं, वो महिलाओं के मूड को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकते हैं। जैसे- पीरियड्स के दौरान महिलाओं को मूड स्विंग्स, तनाव और घबराहट की समस्या बढ़ जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद भी हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं में तनाव और डिप्रेशन की समस्या बढ़ जाती है।
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2. मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं
महिलाओं में डिप्रेशन और तनाव मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी होती है, जिसमें आत्म-सम्मान में कमी, बचपन में हुआ कोई हादसा, और लंबे समय से चल रहा तनाव शामिल है। दरअसल जब किसी महिला में आत्म-सम्मान की कमी होती है, तो वह खुद को कमजोर समझने लगती है और हर गलत चीज के लिए खुद को जिम्मेदार मानती है। बचपन में हुए किसी मानसिक या शारीरिक आघात का भी असर जीवनभर पड़ सकता है, जिससे मानसिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसके अलावा, काम का तनाव, घर के काम और परिवार की जिम्मेदारियों का दबाव भी महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है, जिससे महिलाओं में डिप्रेशन और तनाव की समस्या बढ़ती है।
3. समाजिक दबाव
महिलाओं के जीवन पर समाज द्वारा पड़ रहा दबाव भी अक्सर उनमें डिप्रेशन और तनाव की समस्या को बढ़ा सकता है। महिलाओं पर समाज की ओर से पड़ने वाला दबाव, जैसे अच्छी मां होना, संस्कारी बहू, पत्नी और करियर को लेकर घर वालों की उम्मीदें, अक्सर उनपर इस तरह की उम्मीदें महिलाओं पर दबाव डाल सकती हैं, जिससे वे थक जाती हैं और डिप्रेशन में जा सकती हैं।
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महिलाएं डिप्रेशन से कैसे बचाव करें? - How To Prevent Female Depression in Hindi?
महिलाओं में डिप्रेशन और एंग्जाइटी से बचाव करना बेहद जरूरी है। ऐसे में अगर आप या आपके आस-पास की महिलाएं डिप्रेशन होने से बचाना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान रखें-
- अगर किसी महिला को डिप्रेशन या एंग्जाइटी के लक्षण दिखें, तो इन्हें जल्दी पहचानना और किसी एक्सपर्ट की मदद लेना जरूरी है। साइकेट्रिस्ट से मदद लें, और इसके अलावा अपने मूड को बेहतर रखने की कोशिश करें।
- मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए शारीरिक गतिविधियां, सही डाइट और अच्छी नींद लेना जरूरी हैं। ऐसे में नियमित एक्सरसाइज करने से तनाव कम होता है और दिल खुश रहता है। साथ ही सही डाइट और पर्याप्त नींद से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
- महिलाओं के लिए मजबूत सोशल सपोर्ट बेहद जरूरी है। ऐसे में परिवार, दोस्त या किसी एक्सपर्ट से मदद लें, और अकेले रहने से बचें।
- तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज, और माइंडफुलनेस जैसी तकनीकें महिलाओं को मानसिक शांति देती हैं और डिप्रेशन को मैनेज करने में मदद करती हैं।
निष्कर्ष
महिलाओं में डिप्रेशन और एंग्जायटी बायोलॉजिल, मेंटल और सामाजिक कारणों से हो सकती हैं। इनसे निपटने के लिए सही समय पर पहचान, एक्सपर्ट की मदद और हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी है। अगर हम इन सभी पहलुओं पर ध्यान दें, तो महिलाएं अपने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को बेहतर तरीके से संभाल सकती हैं।
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