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पीरियड ब्लड कैसे बता सकता है आपके हार्मोन्स के बारे में, जानें एक्सपर्ट से

मासिक धर्म यानी हर महीने आने वाले पीरियड्स महिलाओं के स्वास्थ्य का अहम हिस्सा हैं और इस दौरान होने वाली ब्लीडिंग का रंग, बनावट और मात्रा महिला के हार्मोनल स्वास्थ्य का संकेत देती है।
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पीरियड ब्लड कैसे बता सकता है आपके हार्मोन्स के बारे में, जानें एक्सपर्ट से


पीरियड्स के शुरुआत के समय हार्मोन्स के कारण, कुछ महिलाओं को शारीरिक और मानसिक असुविधाएं होती हैं, जैसे पेट में ऐंठन, सिरदर्द, मूड स्विंग्स, थकान और गुस्सा आना आदि। मासिक धर्म यानी पीरियड्स की प्रक्रिया महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य यानी रिप्रोडक्टिव हेल्थ का जरूरी हिस्सा है। पीरियड्स आमतौर पर 28-30 दिनों के अंतराल पर होते हैं, हालांकि यह समय सीमा कुछ महिलाओं में अलग-अलग हो सकती है। अगर आपके पीरियड्स का ब्लड फ्लो सामान्य से अलग है, तो यह आपके हार्मोनल संतुलन में कुछ गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। इस लेख में न्यूट्रिशनिस्ट राशि चौधरी से समझेंगे कि पीरियड ब्लड का रंग और उसकी बनावट किस तरह से आपके हार्मोनल स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देती है।

पीरियड ब्लड से समझें हार्मोन्स का हाल

1. हल्का गुलाबी और पानी जैसा ब्लड

पीरियड के दौरान हल्का गुलाबी और पानी जैसा ब्लड दिखना कम एस्ट्रोजन स्तर का संकेत हो सकता है। एस्ट्रोजन महिला शरीर में गर्भाशय की अंदरूनी परत (एंडोमेट्रियम) को मजबूत बनाने का काम करता है। जब एस्ट्रोजन का स्तर कम होता है, तो गर्भाशय की परत ठीक से नहीं बन पाती और रक्तस्राव पतला और हल्का हो जाता है। इसके अलावा, लो आयरन लेवल भी इसी प्रकार के रक्तस्राव का कारण बन सकते हैं।

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2. अंडे की सफेदी जैसी दिखना

जब शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर अधिक होता है, तो यह अधिक सफेद डिस्चार्ज / सर्विकल म्यूकस का उत्पादन हो सकता है। यदि एस्ट्रोजन का स्तर ल्यूटियल फेज में ज्यादा होता है, तो यह अंडे की सफेदी जैसी लचीली और चिकनी बनावट वाली ब्लीडिंग का कारण बन सकता है। यह स्थिति उन महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है, जिनमें थायराइड की समस्या होती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि थायराइड हार्मोन के स्तर का एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के संतुलन पर प्रभाव पड़ता है।

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3. दानेदार

प्रोजेस्टेरोन गर्भाशय की परत को स्थिर बनाने में मदद करता है। जब प्रोजेस्टेरोन का स्तर कम होता है, तो गर्भाशय की परत अस्थिर हो सकती है और असमान रूप से टूट सकती है, जिससे दानेदार रक्तस्राव होता है। इस प्रकार का रक्तस्राव उस समय होता है जब शरीर में प्रोजेस्ट्रोन की कमी होती है, जो हार्मोनल असंतुलन का संकेत है।

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4. ब्लूबेरी जैम जैसा दिखना और थक्के जमना

एस्ट्रोजन की अधिकता के कारण गर्भाशय की परत मोटी हो सकती है। यदि प्रोजेस्टेरोन का स्तर पर्याप्त नहीं होता, तो रक्त थक्का और गाढ़ा होकर ब्लूबेरी जैम जैसी बनावट में बदल सकता है। यह संकेत करता है कि प्रोजेस्ट्रोन की कमी के कारण गर्भाशय की परत धीरे-धीरे बह रही है, जिससे रक्त गहरा हो जाता है और ऑक्सीडाइज हो जाता है।

5. मेपल सिरप जैसा दिखना

यदि आपका पीरियड ब्लड न बहुत पतला होता है और न ही बहुत गाढ़ा, बल्कि समान रूप से बहता है और बिना किसी थक्के के, तो यह हार्मोनल संतुलन का आदर्श संकेत है। जब एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर सही तरीके से संतुलित होता है, तब पीरियड्स इस प्रकार के होते हैं। मेपल सिरप जैसी स्थिरता वाले पीरियड ब्लड का मतलब है कि आपके हार्मोन अच्छे से संतुलित हैं।

निष्कर्ष

आपका पीरियड ब्लड केवल एक मासिक चक्र का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह आपके शरीर में हो रहे हार्मोनल परिवर्तनों का भी संकेत देता है। अगर आपके पीरियड्स का रंग, स्थिरता या मात्रा सामान्य से अलग हो, तो यह हार्मोनल असंतुलन या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें और समय पर डॉक्टर से सलाह लें।

 

 

 

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All Images Credit- Freepik

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