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बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट क्यों आते हैं? डॉक्टर से जानें 5 कारण

Causes Of Abnormal Clots Without Period In Hindi: मिसकैरेज, हार्मोनल असंतुलन जैसे कई कारण हैं, जो बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट आने का कारण बन सकते हैं।
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बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट क्यों आते हैं? डॉक्टर से जानें 5 कारण


What Causes Blood Clots Without Period In Hindi: पीरियड्स के दौरान महिला को 4 से 7 दिनों तक ब्लीडिंग होती है। कुछ महिलाओं को ब्लीडिंग के साथ-साथ ब्लड क्लॉट भी आते हैं। इसे सामान्य समझा जाता है। लेकिन, कुछ महिलाओं को पीरियड्स न होने के बावजूद, ब्लड क्लॉट होते हैं। इसे एब्नॉर्मल ब्लड क्लाट होना कहा जा सकता है। दरअसल, बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट आना हार्मोनल बदलाव या पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, यूटरिन ग्रोथ या थायराइड जैसे कारणों से हो सकता है। अगर किसी भी महिला को बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट आते हैं, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यहां हम आपको बता रहे हैं कि आखिर बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट के क्या कारण (Blood Clot Ke Karan) हो सकते हैं? इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।

बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट का कारण- Causes Of Abnormal Clots Without Period In Hindi

Causes Of Abnormal Clots Without Period In Hindi:

हार्मोनल अंसतुलन

मेनोपॉज के ठीक पहले के फेस को पेरिमेनोपॉज कहा जाता है। इस दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल असंतुलन होने लगते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस चरण में महिला के पीरियड्स खत्म होने लगते हैं। ऐसे में कभी ब्लीडिंग बहुत हल्की होती है, तो कभी हैवी ब्लीडिंग होती है। यही नहीं, पेरिमेनोपॉज के दौरान कई बार 10-15 दिनों तक लगातार ब्लीडिंग होती रहती हे। इस तरह की सिचुएशन लगभग साल भर चलती रहती है। ऐसे में हार्मोनल अंसतुलन होने लगता है। यही कारण है कि महिला को बिना पीरियड्स के ब्लड क्लॉट होने लगते हैं।

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यूटरिन फाइब्रॉयड

Causes Of Abnormal Clots Without Period In Hindi:

यह एक तरह की गांठ होती है, जो कि गर्भाशय के आसपास होती है। वैसे, तो यह नॉन-कैंसेरियस होते हैं। इसके बावजूद, यूटरिन फाइब्रॉयड होने पर अक्सर महिला को पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होने लगती है। इसके अलावा, यह कभी-कभी ब्लड क्लॉट आने का कारण भी बन जाती है।

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एंडोमेट्रियोसिस

एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें गर्भाशय की परत के समान टिश्यू गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगती है। नतीजतन, महिला को पेल्विक एरिया में तीव्र दर्द हो सकता है और कंसीव करने में दिक्कत आ सकती है। यही नहीं, एंडोमेट्रियोसिस होने पर महिला को अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं, जिसमें ब्लड क्लॉट आने की शिकायत भी नोटिस की जा सकती है।

मिसकैरेज

कई बार ऐसा होता है कि महिला को पता नहीं चलता है कि वह प्रेग्नेंट है। इससे पहले ही उसका मिसकैरेज हो जाता है। ऐसी कंडीशन में, अक्सर महिला को हैवी ब्लीडिंग होने के साथ-साथ ब्लड क्लॉट आने लगते हैं। इस दौरान ब्लीडिंग काफी असामान्य लगती है। अगर कभी आपको ऐसा कुछ महसूस हो, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें।

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज

पेल्विक इंफ्लेमेटेरी डिजीज होने पर व्यक्ति के पेल्विक एरिया में सूजन हो जाती है। यह एक तरह का संक्रमण है, जो कि गर्भाशय, ओवरी, फेलोपियन ट्यूब को भी प्रभावित कर सकता है। यही नहीं, इस सिचुएशन में पीरिड्स के बीच ब्लीडिंग होना और ब्लड क्लॉट जैसी समस्या भी देखी जा सकती है।

All Image Credit: Freepik

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