Covid KP.3 Variant: दुनियाभर में लाखों लोगों की जान लेने के बाद कोरोना वायरस का नया वैरिएंट एक बार फिर दस्तक दे चुका है। कोरोना के इस नए वैरिएंट को KP.3 नाम दिया गया है। जापान में कोरोना के केपी.3 वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका में कोरोना के FLiRT वैरिएंट के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट की वजह से महामारी की 11वीं लहर आ सकती है और यह दुनियाभर में रहने वाले करोड़ों लोगों को प्रभावित कर सकती है। जापान और अमेरिका में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भी इसको लेकर चेतावनी जा कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी की गई गाइडलाइन में एक बार फिर लोगों को मास्क लगाने और कोरोना के नियमों का पालन करने के अनुरोध किया गया है। कोरोना का KP.3 वैरिएंट कितना खतरनाक है और इसके लक्षण क्या हैं इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने दिल्ली के जनरल फिजिशियन डॉ. सुरिंदर कुमार से बात की।
कितना खतरनाक है कोविड का केपी.3 वैरिएंट?
डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि कोरोना केपी.3 वैरिएंट JN.1 से भी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। रोग के नियंत्रण और रोकथाम के लिए सेंटर (CDC) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर नजर डालें तो 26 मई से 8 जून के बीच अमेरिका में केपी.3 वैरिएंट के मामलों में 25 प्रतिशत का उछाल आया है। इस वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भी भर्ती करवाना पड़ रहा है, जिसकी वजह से अस्पतालों में एक बार फिर बेड की कमी की आशंका जताई जा रही है। डॉक्टर के अनुसार कोरोना का नया वैरिएंट उन लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है, जो कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवा चुके हैं।
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कोरोना के केपी.3 वैरिएंट के लक्षण- Symptoms of KP.3 variant
डॉक्टर का कहना है, कोरोना के केपी.3 वैरिएंट के लक्षण लगभग पुराने कोविड के वैरिएंट के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं। इसलिए समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर इलाज जरूरी है। कोरोना के केपी.3 वैरिएंट की जानकारी नीचे दी गई है:
- बुखार या ठंड लगना
- खांसी
- सांस लेने में कठिनाई
- थकान
- मांसपेशियों या शरीर में दर्द
- सिरदर्द
- गंध का एहसास न होना
- गले में खराश
- नाक बंद होना या बहना
- मतली या उल्टी
- दस्त
- छाती में लगातार दर्द या दबाव
होंठ या नाखूनों का पीला पड़ना कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर या नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।
किन लोगों को KP.3 वैरिएंट से खतरा?
डॉक्टर का कहना है कि कोरोना का केपी.3 वैरिएंट ओमिक्रॉन से निकला है। यही वजह है कि केपी.3 वैरिएंट को सबसे ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। यह वैरिएंट नवजात शिशु, बुजुर्ग और डायबिटीज के रोगियों के लिए ज्यादा खतरनाक है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शिशु, बुजुर्गों और डायबिटीज के रोगियों की इम्यूनिटी कम होती है और यह वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ही अपनी चपेट में जल्दी लेता है, जिससे संक्रमण का जोखिम ज्यादा बढ़ता है।
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कोरोना के KP.3 वैरिएंट से बचाव के तरीके
डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि मानसून में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले बढ़ने का खतरा ज्यादा है। क्योंकि इस मौसम में हवा में नमी ज्यादा होती है, जिसकी वजह से बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन वाले कीटाणु तेजी से फैलते हैं। अगर आप इससे बचाव करना चाहते हैं, तो नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
- खाना खाने से पहले हाथों को साबुन और पानी से अच्छे से धोकर साफ करें।
- खांसते या छींकते वक्त अपने मुंह पर टिश्यू या रुमाल से ढककर रखें।
- घर से बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें।
- सार्वजनिक जगहों पर लोगों से हाथ मिलाने से बचें।
- खाने में हमेशा फ्रेश चीजों का इस्तेमाल करें। रात का बचा हुआ या बासी खाना बिल्कुल न खाएं।
- कोरोना और अन्य संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए कोविड और फ्लू की वैक्सीन लगवाएं।
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इसके अलावा लोगों के साथ खाना खाने से बचें। अगर आपको या आपके परिवार में किसी सदस्य को कोरोना हुआ है या वह किसी तरह के वायरल इंफेक्शन से प्रभावित है, तो उसे 2 से 4 दिनों से क्वारेंटाइन करें। उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़ने के बाद आप स्वयं को और अपने परिवार को कोरोना के संक्रमण से बचाएंगे और सेहतमंद रहेंगे।
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