Covid New Sub Variant in Hindi: कोरोना महामारी का सिलसिला अभी तक पूरी तरह से थमा नहीं है कि ऐसे में आए दिन इसके अलग-अलग वैरिएंट देखने को मिलते हैं। कोविड के मामलों में गिरावट आने से पहले ही इसका नया वैरिएंट आकर तबाही मचाने लगता है। हाल ही में कोरोना के एक नए सब वैरिएंट XEC की पुष्टि हुई है। यह वायरस या स्ट्रेन दुनियाभर में तेजी से अपने पैर पसार रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस XEC सब वैरिएंट की पहचान जर्मनी में हुई थी, जिसके बाद अब यह यूरोप में तेजी से फैल रहा है। यह ऑमिक्रॉन का ही एक प्रकार है, जो इस साल जून में सामने आया था।
क्या है सब वैरिएंट XEC?
कोरोना का नया सब वैरिएंट XEC ऑमिक्रॉन के दो सब वैरिएंट KS.1.1 और KP.3.3 से मिलकर बना है। इस वैरिएंट में ऑमिक्रॉन या कोविड के पिछले कुछ वैरिएंट्स की तुलना में कुछ बदलाव देखे गए हैं। विशेषज्ञों के अनुमान के मुताबिक कोविड का XEC वैरिएंट KP.3.1.1 से भी खतरनाक साबित हो सकता है। यह वैरिएंट अबतक 13 देशों में अपने पैर पसार चुका है। हालांकि, भारत में इस वैरिएंट का अभी कोई भी संदिग्ध मामला सामने नहीं आया है। साथ ही इसे अभी तक अमेरिका के CDC के वैरिएंट डेटा ट्रैकर में भी शामिल नहीं किया गया है।
दूसरे वैरिएंट्स से ज्यादा खतरनाक
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो XEC सब वैरिएंट अन्य वैरिएंट्स की तुलना में अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए इससे बचने के लिए सभी जरूरी एहतियात बरते जाने के साथ ही बूस्टर डोज भी लगवा लेनी चाहिए। वैक्सीन द्वारा कोराना वायरस से बचाव किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें - पुणे में चिकनगुनिया के नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, ये लक्षण दिखने पर बिलकुल न करें नजरअंदाज
शुरुआती लक्षणों को न करें नजरअंदाज
- कोविड के नए सब वैरिएंट XEC से संक्रमित होने पर आपको गले में खराश और कफ की समस्या हो सकती है।
- ऐसे में बुखार आने के साथ ही टेस्ट का पता नहीं चलने जैसी समस्या हो सकती है।
- कई बार भूख कम लगना या शरीर में दर्द हो सकता है।
- शरीर या मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।