Actress Richa Chadha Face Mood Swings in Pregnancy: प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए ज्यादा खुशी, थोड़े गम और कई सारी परेशानियों का सफर होता है। इस दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते है, जिसकी वजह से महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। किसी भी औरत के लिए प्रेग्नेंसी के नौ महीने बहुत मुश्किल होते हैं। इस दौरान उनके शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जिनकी वजह से उन्हें काफी परेशानी भी उठानी पड़ती है। गर्भावस्था में महिलाएं सबसे ज्यादा मूड स्विंग्स से परेशान हो जाती हैं। चिड़चिड़ापन और बात बात पर गुस्सा आना न सिर्फ उनके आसपास के लोगों बल्कि उन्हें खुद भी दुखी कर देता है। इन दिनों एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा भी प्रेग्नेंसी में होने वाली एक ऐसी ही समस्या से जूझ रही हैं। पिछले दिनों ऋचा चड्ढा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में एक्ट्रेस ऋचा को हंसते और रोते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर करते हुए ऋचा ने लिखा, आजकल मैं बहुत ही ज्यादा मूडी हूं। मुझको कभी गुस्सा आता है, कभी बहुत ही ज्यादा हंसी आती है।
एक्स्ट्रेस का कहना है कि इस तरह के मूड स्विंग होने से उन्हें बहुत ही ज्यादा बुरा लगता है। ऋचा चड्ढा की तरह ज्यादातर प्रेग्नेंट महिलाओं को मूड स्विंग की परेशानी से गुजरना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मूड स्विंग के लक्षण क्या हैं और इससे बचाव करने के लिए क्या करना चाहिए इस पर ज्यादा जानकारी दे रही हैं गुरुग्राम स्थित सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आस्था दयाल।
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प्रेग्नेंसी के दौरान क्यों होते हैं मूड स्विंग?- Why do Mood Swings Occur During Pregnancy?
डॉ. आस्था दयाल का कहना है कि प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलावों की वजह से मूड स्विंग होते हैं। इस दौरान महिलाओं को ज्यादा थकान, तनाव और न्यूरोट्रांसमीटर (मस्तिष्क में रासायनिक संदेशवाहक) में बदलावों से गुजरना पड़ता है, जिसकी वजह से मूड स्विंग होते हैं। डॉक्टर की मानें तो आज के दौर में भी प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादातर महिलाओं को होने वाले मूड स्विंग्स को मानसिक बीमारी से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन अब हमें यह समझना होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले मूड स्विंग कोई मानसिक रोग नहीं, बल्कि यह एक तत्कालीन समस्या है, जो हार्मोन के उतार-चढ़ाव की वजह से होती है। डिलीवरी के बाद इस तरह की समस्या धीरे-धीरे खुद-ब-खुद ठीक हो जाएगी।
प्रेग्नेंसी में होने वाले मूड स्विंग के लक्षण- Symptoms of Mood Swings in Pregnancy
- व्यवहार में अचानक से बदलाव होना
- छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना
- किसी बात के जिद्द करके बैठ जाना
- ज्यादा घबराहट महसूस करना
- दिमाग में किसी तरह की उलझन होना
- आंखों का लाल होना
प्रेग्नेंसी में मूड स्विंग से बचाव के तरीके
प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले मूड स्विंग से बचाव करने के लिए आप नीचे बताए गए कुछ टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
- रोजाना सुबह उठकर 20 से 25 मिनट तक योग का अभ्यास करें। योग करने से मानसिक तनाव को कम करता है। जिससे मूड स्विंग से छुटकारा मिलता है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान अपने दिन के 1 घंटे पार्टनर के साथ जरूर बिताएं। डॉक्टर की मानें तो प्रेग्नेंसी में पार्टनर के साथ वक्त बिताने से मूड बेहतर होता है, जिससे तनाव को कम किया जा सकता है।
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- रोजाना 9 से 10 घंटे की नींद लेने से भी प्रेग्नेंसी मूड स्विंग से बचा जा सकता है। इसके अलावा खाने में पर्याप्त मात्रा में विटामिन और न्यूट्रिएंट भी इस तरह की समस्या से बचा जा सकते हैं।
उम्मीद करते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान मूड स्विंग से बचाव करने के लिए आप इन टिप्स को फॉलो करेंगे।
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