
बीते दिनों देश में कफ सिरप की वजह से कई बच्चों की मौत हो गई। खबरों की मानें तो मध्य प्रदेश में जहां कफ सिरप से 20 बच्चों की मौत हुई वहीं राजस्थान में इससे 3 बच्चों की मौत हुई। इसके बाद केंद्र सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं और अब एडवाइजरी जारी की है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप नहीं दी जानी चाहिए (cough syrup banned news in hindi)। साथ ही एडवाइजरी में बिना प्रिस्क्रिप्शन कफ सिरप देने को मना किया गया है और हमेशा लाइसेंस वाली फार्मेसी से ही दवा लें (cough syrup advisory news in hindi)। ऐसी स्थिति में सवाल आता है कि बच्चों को सर्दी-जुकाम की समस्या हो तो उन्हें कफ सिरप की जगह क्या दें? साथ ही किन टिप्स को अपनाकर आप बच्चों में सर्दी-जुकाम की समस्या को शांत कर सकते हैं। जानते हैं इस बारे में डॉ. तान्या चतुर्वेदी, कंसल्टेंट - पीडियाट्रिक्स, रीजेंसी हॉस्पिटल, गोरखपुर से।
बच्चों में सर्दी खांसी के लिए कफ सिरप की जगह अब क्या दें?
डॉ. तान्या चतुर्वेदी बताती हैं कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी या सर्दी का सिरप देना सुरक्षित नहीं होता, क्योंकि इस उम्र में दवाओं का असर उनके शरीर पर अलग तरीके से पड़ता है। छोटे बच्चों की इम्यूनिटी और लिवर पूरी तरह विकसित नहीं होते, जिससे सिरप के कुछ तत्व नुकसान पहुंचा सकते हैं या सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकते हैं। अगर बच्चे को खांसी या जुकाम है, तो सबसे पहले उसकी नाक साफ रखें, भाप दिलाएं और उसे पर्याप्त तरल पदार्थ पिलाएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। कमरे की नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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इतना ही नहीं डॉ. तान्या चतुर्वेदी बताती हैं कि अगर बच्चे को तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ या लगातार खांसी हो रही है, तो घरेलू उपायों के बजाय तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी सिरप या घरेलू दवा का प्रयोग न करें, क्योंकि छोटे बच्चों के लिए सही खुराक और दवा का चुनाव विशेषज्ञ ही कर सकते हैं।
नकली सिरप की पहचान है जरूरी
कफ सिरप को खरीदने से पहले हमेशा लोगों को कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए जैसे कि डॉक्टर ने जो लिखा हो वही सिरप लें और इंग्रेडिएंट पर खास ध्यान दें और इसे पूरा पढ़कर चेक करें। सिरप खरीदने वाली कंपनी का नाम, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें और बैच नंबर पर ध्यान दें। इस बातों का ध्यान रखकर आप इस बात का पता कर पाएंगे कि ये सिरप असली है या नकली। इसके अलावा सिरप के रंग और टैक्सचर पर भी ध्यान दें। अगर दवाई का सॉल्ट नीचे बैठ गया है तो इसे लौटा दें और इसे इस्तेमाल न करें।
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सिरप पीने के बाद इन नुकसानों को नजरअंदाज न करें
सिरप पीने के बाद अगर आपको शरीर में कुछ अलग और परेशान करने वाले लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। इन लक्षणों में आपको सांस लेने में तकलीफ, मतली, उल्टी, सिर घूमना और पेशाब से जुड़ी समस्याएं महसूस हो सकती हैं। इसके अलावा आपको पेट में दर्द के साथ तमाम प्रकार की परेशान करने वाली दिक्कतें भी महसूस हो सकती हैं जिसे नजरअंदाज न करें औक डॉक्टर से बात करें।
इसके अलावा अपने बच्चों को बिलकुल भी बिना डॉक्टर के दिखा कोई भी दवा देने से बचें। इससे बच्चे को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा दवा लेने के साथ बिल जरूर लें।
FAQ
ज्यादा कफ बनने से क्या होता है?
फेफड़ों में ज्यादा कफ बनने पर आपको कंजेशन की दिक्कत हो सकती है जिसकी वजह से आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो सकती है। इसके अलावा आपको सीने में जकड़न और गले में दर्द की समस्या भी हो सकती है।छोटे बच्चों की छाती में जमा कफ कैसे निकाले?
छोटे बच्चों की छाती में जमा कफ को निकाले के लिए उन्हें भाप दिलाएं और काढ़ा पिला सकते हैं जो कि कफ को पिघलाने के साथ फेफड़ों से बाहर निकालने में मदद कर सकता है।नवजात शिशु को जायफल कैसे दें?
नवजात शिशु को जायफल देने का सबसे सही तरीका ये है कि जायफल को कूट लें और फिर इसे शहद में मिला लें। फिर इसे बच्चे को पिला लें। इससे बच्चे की छाती में गर्माहट पैदा होती है और सर्दी-जुकाम से बचाव होता है।
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Oct 08, 2025 17:20 IST
Published By : Pallavi Kumari