Cough in Children: बच्चों को खांसी-जुकाम होना बहुत ही आम समस्या है और कई बार पैरेंट्स घरेलू तरीकों से बच्चों के खांसी-जुकाम को ठीक भी कर देते हैं, लेकिन अगर बच्चों को खांसी बार-बार होने लगे, तो पैरेंट्स को चिंता होने लगती है। छोटे बच्चों में इम्युनिटी कम होती है, जिसकी वजह से खांसी-जुकाम हो सकता है, लेकिन बार-बार खांसी से बच्चे की नींद और खेलने -कूदने जैसी एक्टिविटीज पर फर्क पड़ने लगता है। अगर बच्चे को बार-बार खांसी हो रही है, तो इसका असर फेफड़ों और सांस लेने वाले सिस्टम (Respiratory System) पर पड़ सकता है। बार-बार फेफड़ों में इंफेक्शन से बच्चे की स्थिति गंभीर हो सकती है। इसलिए पैरेंट्स के लिए जरूरी है कि वह समय रहते इसके कारणों की पहचान करके डॉक्टर से सलाह लें। बच्चों में बार-बार खांसी के कारणों को जानने के लिए हमने दिल्ली के क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के पीडियाट्रिशियन और नियोनेटोलॉजिस्ट विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अभिषेक चोपड़ा (Dr Abhishek Chopra, Senior Consultant- Paediatrician and Neonatologist, Cloudnine Group of Hospitals Punjabi Bagh) से बात की।
बच्चों में बार-बार खांसी होने के कारण
डॉ. अभिषेक चोपड़ा कहते हैं, “बच्चों में बार-बार खांसी होने के कई कारण हो सकते हैं और पैरेंट्स को इसके ट्रिगर्स को चेक करना चाहिए ताकि डॉक्टर को ट्रिगर्स के बारे में बता सके।”
इम्युनिटी कमजोर होना
दरअसल छोटे बच्चों की इम्युनिटी पूरी तरह से विकसित नहीं होती और ऐसे में उन्हें हल्की इंफेक्शन भी परेशान कर सकती है। बच्चों के गले और नाक में बलगम जम सकती है, जिससे गले में इंफेक्शन हो सकती है। इस वजह से भी बच्चों को बार-बार खांसी हो सकती है।
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एलर्जी होना
कई बार बच्चों को धूल-मिट्टी, प्रदूषण, परागकण (pollen), मौसम बदलाव और पालतू जानवरों के बालों से भी एलर्जी हो सकती है। कई बार पैरेंट्स इस ओर ध्यान ही नहीं देते और बच्चों को इस वजह से बार-बार खांसी हो सकती है। जिन घरों में पालतू जानवर है, अगर उनके बच्चों को खांसी की समस्या बार-बार हो रही है, तो पालतू जानवरों के बाल इसका कारण हो सकते हैं। बदलते मौसम में भी बच्चों का खास ध्यान रखना चाहिए।
अस्थमा
अगर बच्चा बार-बार खांसता है और यह खांसी रात के समय या फिर खेलते समय आती है, तो इसका कारण अस्थमा हो सकता है। अस्थमा में बच्चे की सांस फूलने लगती है, सांस लेते समय सीटी जैसी आवाज आती है और छाती में जकड़न महसूस होती है। ऐसी स्थिति में बच्चे को तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए ताकि उसका समय पर इलाज शुरू हो सके।
मौसम चेंज होना
जब मौसम में बदलाव होता है, जैसे ठंडी हवा का चलना या अचानक बरसात आने से मौसम का ठंडा होना, इन स्थितियों में बच्चों को खांसी-जुकाम हो सकता है। आजकल मौसम में काफी बदलाव हो रहा है, इस वजह से भई बच्चों को खांसी की शिकायत हो सकती है।
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स्मोकिंग या प्रदूषण
अगर घर में कोई स्मोक करता है, तो बच्चे के लिए सेकंड हैंड स्मोक (Second-Hand Smoke) बहुत खतरनाक है। अगर बच्चा स्मोकिंग या प्रदूषण वाले वातावरण में रहता है, तो उसे खांसी की समस्या होना बहुत ही आम है। ऐसे बच्चोंं को बार-बार खांसी होने की शिकायत होती है।
टॉन्सिल की समस्या
कुछ मामलों में देखा गया है कि बच्चों में टॉन्सिल बार-बार सूज जाते हैं, जिससे गले में खराश और लगातार खांसी की शिकायत बनी रहती है।
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स (GERD) और इंफेक्शन
जिन बच्चों के पेट का एसिड गले तक आ जाता है, उन्हें गले में जलन और खांसी हो सकती है। अगर बच्चे को बार-बार एसिडिटी की समस्या रहती है, तो इस वजह से भी बार-बार खांसी हो सकती है। बच्चे को काली खांसी, ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी बीमारियां भी बार-बार खांसी का कारण बनती है।
बच्चे को बार-बार खांसी होने पर पैरेंट्स के लिए टिप्स
डॉ. अभिषेक चोपड़ा ने पैरेंट्स को कुछ टिप्स दिए हैं।
- घर में स्मोकिंग बिल्कुल न करें।
- बच्चों को हाइड्रेट रखें। उन्हें पानी और गुनगुनी तरल चीजें दें।
- घर का बना पौष्टिक खाना खिलाएं ताकि इम्युनिटी बढ़े।
- बच्चों को धूल, मिट्टी और धुएं से बचाएं।
- अगर खांसी 3 हफ्ते से ज्यादा रहे, तो डॉक्टर से सलाह लें।
- खांसी के साथ तेज बुखार, सांस फूलना, या वजन कम होना दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
- डॉक्टर की सलाह पर स्टीम इनहेलेशन कराएं।
निष्कर्ष
डॉ. अभिषेक कहते हैं कि बच्चों को अगर बार-बार खांसी हो, तो इसे बिल्कुल भी सामान्य समझकर इग्नोर न करें। कई मामलों में देखा गया है कि बच्चों को अस्थमा की समस्या हुई है, जिसे समय पर चेक कराने से बच्चों को गंभीर स्थिति से बचा लिया गया है। साथ ही बच्चों को संतुलित और पौष्टिक घर का खाना खिलाएं और समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप जरूर कराएं।
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Current Version
Oct 01, 2025 15:35 IST
Modified By : Aneesh RawatOct 01, 2025 15:35 IST
Published By : Aneesh Rawat