Polycystic Kidney Disease: पॉलीसिस्टिक किडनी रोग से जुड़ी होती हैं ये 5 किस्म की जटिलताएं, सही नहीं है अनदेखी

पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज होने पर कई तरह की जटिलताएं भी बढ़ जाती हैं। सवाल है, किस तरह के जोखिम बढ़ते हैं? जानने के लिए लेख पढ़ें-
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Polycystic Kidney Disease: पॉलीसिस्टिक किडनी रोग से जुड़ी होती हैं ये 5 किस्म की जटिलताएं, सही नहीं है अनदेखी

What Are The Most Common Complications Of Polycystic Kidney Disease In Hindi: पॉलीसिस्टिक किडनी रोग एक तरह की आनुवांशिक बीमारी होती है। इस बीमारी के होने पर किडनी में कई सिस्ट बन जाते हैं, जो कि फ्लूइड से भरी होती हैं। पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज होने पर मरीज को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर, किडनी फंक्शन प्रभावित होती है। खैर, जिन लोगों को पॉलीसिस्टिक किडनी रोग उन्हें कई तरह की जटिलताओं का भी सामना करना पड़ता है। उनकी अनदेखी करना सही नहीं है। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि पॉलीसिस्टिक किडनी रोग होने पर किस किस्म की जटिलताएं हो सकती हैं।

पॉलीसिस्टिक किडनी रोग से जुड़ी जटिलताएं- Complications Associated With Polycystic Kidney Disease In Hindi

Complications Associated With Polycystic Kidney Disease In Hindi

हाई ब्लड प्रेशर

जिन रोगियों का पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज होता है, उन्हें अक्सर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। ध्यान रखें कि अगर आपको ब्लड प्रेशर होने के साथ-साथ पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज है, तो इसकी जरा भी अनदेखी न करें। ऐसा करने से मरीज की कंडीशन बिगड़ सकती है। इससे न सिर्फ किडनी डैमेज हो सकती है, बल्कि हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का जोखिम भी बढ़ जाता है।

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किडनी फंक्शन का प्रभावित होना

Complications Associated With Polycystic Kidney Disease In Hindi

पॉलीसिस्टिक किडनी रोग का मतलब है कि किडनी फंक्शन का प्रभावित होना। दरअसल, पॉलीसिस्टिक किडनी रोग होने से किडनी सुचारू ढंग से काम नहीं कर पाता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ने लगती हैं और कुछ जटिलताएं भी बढ़ जाती हैं। आपको बता दें कि 60 साल की उम्र के बाद अगर किसी व्यक्ति को पॉलीसिस्टिक किडनी रोग हो जाता है, तो उनमें किडनी फेल होने का रिस्क भी बढ़ने लगता है।

पीठ में दर्द होना

पॉलीसिस्टिक किडनी रोग होने पर मरीज को पीठ में दर्द होना सामान्य होता है। कभी-कभी यह दर्द असहनीय हो जाता है। कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि पॉलीसिस्टिक किडनी रोग होने पर पीठ में और साइड में दर्द होने लगता है। पॉलीसिस्टिक किडनी रोग होने पर यूरिन इंफेक्शन, यूरिन में ब्लड आने जैसी समस्या भी हो सकती है। ध्यान रखें कि पॉलीसिस्टिक किडनी रोग होने पर किडनी स्टोन होने का जोखिम भी रहता है

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लिवर में सिस्ट

पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज होने पर मरीज को लिवर में भी सिस्ट होने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसा खासकर, बढ़ती उम्र के लोगों के साथ देखने को मिलता है। हालांकि, लिवर में सिस्ट होने पर इसके लक्षणों का देर से पता चलता है। इसलिए, बहुत जरूरी है कि जिन मरीजों को पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज हो, वे अपने लिवर की जांच भी नियमित रूप से करवाते रहें।

कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज के लक्षण, जैसे हाई ब्लड प्रेशर, पीठ में दर्द, यूरिन से ब्लड आन, पेट भरे होने का अहसास होना, सिरदर्द और किडनी स्टोनी होने पर इसे हल्के में न लें। तुरंत अपना इलाज करवाएं। साथ ही, इनसे जुड़ी जटिलताओं के बारे में भी जानकारी रखें।

All Image Credit: Freepik

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