आजकल गर्दन में दर्द एक आम समस्या बन गई है, जिसका मुख्य कारण हमारी रोजमर्रा की गलत आदतें हो सकती हैं। अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहता है, तो यह तकलीफ भरा होने के साथ-साथ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। यह समस्या सिर्फ दर्द तक सीमित नहीं रहती, बल्कि आगे चलकर कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकती है। क्या कभी आपने सोचा है कि रोजमर्रा की आदतें भी गर्दन में दर्द पैदा कर सकती हैं? जी हां, कुछ आदतें हैं जिनके वजह से गर्दन में दर्द बढ़ सकता है। इन आदतों के बारे में आगे विस्तार से जानेंगे और आपको बचाव के उपाय भी बताएंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. भारी बैग टांगना- Habit of Carrying Heavy Bag
अक्सर हम अपने बैग में जरूरत से ज्यादा सामान भर लेते हैं, जिससे अतिरिक्त दबाव महसूस होता है और कंधे और गर्दन में दर्द होता है। खासकर जो लोग रोजाना एक ही कंधे पर बैग टांगते हैं, वे असंतुलित भार उठाने की वजह से गर्दन दर्द का शिकार हो सकते हैं। इससे गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और दर्द बढ़ सकता है। इसलिए हमेशा हल्का बैग इस्तेमाल करें और कंधों पर समान रूप से भार बांटें।
इसे भी पढ़ें- क्या वाकई तिकोना तकिया (Wedge Pillow) लगाकर सोने से खर्राटों से छुटकारा मिल सकता है? डॉक्टर से जानें
2. झुककर पढ़ना- Reading While Bending Forward
बहुत से लोग पढ़ाई या मोबाइल स्क्रीन देखने के दौरान गलत पॉश्चर में बैठते हैं। झुककर पढ़ने से गर्दन पर लगातार दबाव पड़ता है, जिससे मांसपेशियों में अकड़न और दर्द होने लगता है। अगर आप लंबे समय तक पढ़ाई या काम कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी हो और गर्दन ज्यादा न झुके।
3. मोटा तकिया लगाना- Using Thick Pillow
सोने के दौरान गर्दन की स्थिति बहुत मायने रखती है। बहुत ऊंचा या बहुत मोटा तकिया लगाने से गर्दन का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे दर्द और अकड़न बढ़ सकती है। सही सपोर्ट देने वाले तकिए का इस्तेमाल करें ताकि गर्दन को आराम मिल सके।
4. लगातार मोबाइल चलाने की आदत- Habit of Using Mobile Continuously
मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल भी गर्दन दर्द का एक बड़ा कारण है। जब हम लगातार मोबाइल स्क्रीन की तरफ झुककर देखते हैं, तो हमारी गर्दन पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिसे ‘टेक्स्ट नेक’ सिंड्रोम भी कहा जाता है। इससे गर्दन की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं और दर्द बढ़ सकता है। इसलिए मोबाइल इस्तेमाल करते समय स्क्रीन को आंखों के लेवल पर रखने की कोशिश करें और बार-बार गर्दन सीधी करें।
5. लंबे समय तक एक ही स्थिति में रहना- Staying in Same Position For Long Time
अगर आप लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहते हैं, तो यह गर्दन के दर्द का कारण बन सकता है। चाहे आप ऑफिस में काम कर रहे हों या टीवी देख रहे हों, हर थोड़ी देर में ब्रेक लें और गर्दन व कंधों को हल्का स्ट्रेच करें। गलत पॉश्चर में बैठने से न सिर्फ पीठ बल्कि गर्दन पर भी असर पड़ता है। हमेशा कमर सीधी रखकर बैठना चाहिए।
गर्दन दर्द से कैसे करें बचाव?- Prevention Tips For Neck Pain
- हमेशा कमर और गर्दन सीधी रखें, झुककर न बैठें।
- ज्यादा वजन उठाने से बचें और बैग को दोनों कंधों पर संतुलित रखें।
- फोन स्क्रीन को आंखों के लेवल पर रखें और बार-बार गर्दन झुकाने से बचें।
- गर्दन को सही सपोर्ट देने वाला तकिया इस्तेमाल करें।
- गर्दन और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाए रखने के लिए स्ट्रेचिंग करें।
- लंबे समय तक एक ही स्थिति में न बैठें, हर 30-40 मिनट में ब्रेक लें।
- अगर गर्दन का दर्द लगातार बना रहे, तो डॉक्टर की सलाह लें।
इन छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाकर आप अपनी गर्दन को स्वस्थ रख सकते हैं और दर्द से बच सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।