Causes of Sudden Increase In Heart Beat: भागने या तेज चलने के दौरान धड़कन तेज होना आम बात है। दरअसल, ऐसे में हमारी सांस फूलने लगती है जिस कारण धड़कन भी तेज हो जाती है। लेकिन कई बार बैठे-बैठे भी धड़कन तेज हो जाती है। हालांकि अगर यह समस्या बार-बार होती है, तभी यह चिंता का विषय है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बैठे-बैठे धड़कन तेज होना कई हेल्थ कंडीशन से जुड़ा भी हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं ये स्थिति किन समस्याओं से जुड़ी हो सकती है? इस बारे में जानने के लिए हमने फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल से मनोरोग की वरिष्ठ सलाहकार डॉ मीनाक्षी जैन से बात की।
बैठे-बैठे धड़कन तेज होना किन हेल्थ कंडीशन से जुड़ा हो सकता है? Reasons of Sudden Increase In Heart Beat
एक्सपर्ट के मुताबिक यह कंडीशन फिजिकल और मेंटल हेल्थ की कुछ समस्याओं से जुड़ी हो सकती है-
एंग्जायटी और पैनिक अटैक- Anxiety and Panic Attack
दिल की धड़कन अचानक तेज हो जाना एंग्जायटी और पैनिक अटैक के कारण हो सकता है। ऐसे में बहुत ज्यादा पसीना आने लगता है। यह स्थिति सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आने के साथ हो सकती है।
बहुत स्ट्रेस लेना- Stress
स्ट्रेस लेवल बढ़ने के कारण एड्रेनालाईन हार्मोन का प्रोडक्शन भी बढ़ जाता है। यह हार्मोन हार्ट बीट को बढ़ा देता है, जिससे ऐसा महसूस होता है कि दिल तेजी से धड़क रहा है।
कैफीन का ज्यादा सेवन- Over Caffeine Intake
चाय-कॉफी ज्यादा पीने से कैफीन इंटेक बढ़ सकता है, जो हार्ट बीट तेज कर सकता है। वहीं निकोटीन (सिगरेट, वेपिंग) जैसी चीजों का ज्यादा सेवन भी धड़कन तेज करने की वजह बन सकता है।
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डिहाइड्रेशन के कारण- Dehydration
बॉडी में पानी कम होने के कारण ब्लड वॉल्यूम कम हो सकता है। इस कारण हार्ट को ब्लड सर्कुलेशन में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इस वजह से दिल की धड़कन अचानक तेज हो सकती है।
इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस- Electrolyte Imbalance
बॉडी में एनर्जी मेंटेन रखने के लिए इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस होना भी जरूरी है। लेकिन इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस होने से पोटेशियम, मैग्नीशियम और सोडियम की कमी हो सकती है, जो हार्ट फंक्शन को नुकसान कर सकती है। इस कारण बैठे-बैठे भी धड़कन अचानक तेज हो सकती है।
थायराइड डिसऑर्डर- Thyroid Disorder
ओवरएक्टिव थायराइड यानी हाइपरथायरायडिज्म में यह समस्या हो सकती है। इस स्थिति में कई बार बॉडी रेस्ट पर होने के बावजूद दिल की धड़कन तेज हो सकती है।
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लो ब्लड शुगर- Low Blood Sugar
लो ब्लड शुगर यानी हाइपोग्लाइसीमिया के कारण भी यह समस्या हो सकती है। ब्लड शुगर लेवल कम होने से घबराहट, चक्कर आना और पसीना आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
दिल से जुड़ी बीमारियां- Heart Disease
जिन लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियां है, उन्हें यह परेशानी हो सकती है। खासकर हाई ब्लड प्रेशर या कोरोनरी आर्ट्री डिजीज में भी बैठे-बैठे धड़कन तेज हो सकती है।
एरिथमिया- Arrhythmia
एरिथमिया की समस्या में हार्ट बीट इर्रेगुलर रहती है। ऐसे में कई बार अचानक से धड़कन तेज हो सकती है।
अगर धड़कन तेज होने के साथ ही आपको सीने में दर्द, जलन या घबराहट होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।