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क्या ब्रिस्क वॉक (तेज चलना) से अनियमित हार्ट बीट के जोखिम को कम किया जा सकता है? एक्सपर्ट से जानें

तनाव, अनियमित खानपान, जंक फूड और एक्सरसाइज की कमी के कारण लोगों को घबराहट और हार्ट बीट के अनियमित होने का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में आगे जानते हैं कि तेज चलने यानी ब्रिस्क वॉक से हार्ट हेल्थ को कैसे बेहतर बन सकते हैं?
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क्या ब्रिस्क वॉक (तेज चलना) से अनियमित हार्ट बीट के जोखिम को कम किया जा सकता है? एक्सपर्ट से जानें

जंक फूड, तैलीय आहार का सेवन, बढ़ता आलस और तनाव आपकी हृदय पर बुरा असर डालते हैं। शुरुआती दौर में यह सभी कारण मिलकर डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर आदि समस्याओं की वजह बन सकते हैं। लेकिन, लंबे समय तक इनको नजअंदाज करना आपको भारी पड़ सकता है। यह समस्याएं आपके हृदय कार्यों पर दबाव डाल सकती है। जिसकी वजह से आपको हृदय से जुड़ी समस्याओं जैसे हार्ट बीट का अनियमित होना, हार्ट तेजी से धड़कना, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर आदि की समस्या का जोखिम बढ़ जाता है। यही वजह है कि आज के समय हार्ट अटैक के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऐसे में एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यदि समय रहते आप अपनी लाइफस्टाइल और डाइट में मामूली बदलाव करें तो इससे कई बड़ी समस्याओं के जोखिम से बचा जा सकता है। दिल्ली के एएस फिटनेस सेंटर के हेल्थ कोच साईं श्रीवास्तव से जानते हैं कि ब्रिस्क वॉक से एरिदमिया के जोखिम को किस तरह कम किया जा सकता है और ब्रिस्क वॉक (तेज चलना) हृदय रोगों के लिए कैसे फायदेमंद होती है?

क्या ब्रिस्क वॉक से अनियमित हार्ट बीट के जोखिम को कम किया जा सकता है? - Can Brisk Walking Reduce The Risk Of Irregular Heartbeat In Hindi

ब्रिस्क वॉकिंग का अर्थ है तेज चाल से चलना या वॉक करना, जिसमें आपकी गति सामान्य चलने से अधिक होती है। यह एक एरोबिक व्यायाम है जो न केवल वजन घटाने में सहायक होता है, बल्कि हृदय को भी मजबूत बनाता है। ब्रिस्क वॉकिंग को एक कार्डियो एक्सरसाइज माना जाता है, जो हृदय की कार्यक्षमता को बेहतर बनाती है। नियमित ब्रिस्क वॉक करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, हृदय की मांसपेशियां को मजबूत करना, कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित बनाए रखना, ब्लड सर्कुलेशन सही रखना और तनाव और चिंता को कम करने में मदद मिलती है। स्टडी के अनुसार यह सभी कारक हार्ट बट को अनियमित करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं ऐसे में कहा जा सकता है कि ब्रिस्क वॉक से हार्ट बीट को नियमित करने में मदद मिल सकती है। आगे जानते हैं इसके कुछ फायदे।

हृदय की इलेक्ट्रिकल गतिविधि में सुधार

हार्ट की इलेक्ट्रिक प्रणाली में गड़बड़ी के कारण हार्ट बीट अनियमित होती है। नियमित व्यायाम जैसे ब्रिस्क वॉकिंग, हृदय की इलेक्ट्रिकल गतिविधि को बेहतर बनाता है और साइनस रिदम को बनाए रखने में भी मदद करता है।

Can brisk walking reduce the risk of irregular heartbeat

ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाए

तेज चाल से चलने से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है और शरीर को अधिक ऑक्सीजन मिलती है। यह हृदय की कोशिकाओं को एनर्जी प्रदान करता है और धड़कनों को स्थिर रखने में मदद करता है।

तनाव और चिंता को कम करना

मानसिक तनाव हृदय की धड़कनों को प्रभावित कर सकता है। ब्रिस्क वॉकिंग एंडोर्फिन (खुश रहने वाले हार्मोन) रिलीज करता है, जिससे मूड बेहतर होता है और मानसिक तनाव कम होता है। यह भी एरिदमिया के जोखिम को कम करने में सहायक है।

ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रण

हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज एरिदमिया के प्रमुख कारणों में से एक हैं। ब्रिस्क वॉकिंग इन दोनों को नियंत्रित करने में कारगर है, जिससे हृदय की सेहत में सुधार होता है।

इसे भी पढ़ें: Brisk Walk Benefits: ब्रिस्क वॉक करने से सेहत को मिलते हैं ये 5 फायदे

हार्ट से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए आप डाइट और लाइफस्टाइल में कई तरह के बदलाव कर सकते हैं। इसके लिए आप सुबह शाम कम से कम आधा घंटा ब्रिस्क वॉक करें। इससे शरीर के सभी अंग सक्रिय रहते हैं और आपकी एनर्जी बूस्ट होती है। ब्रिस्क वॉक आपके शरीर के मोटापे को भी कम करने में मदद करता है, जिससे आपको हृदय रोगों का जोखिम कम होता है। लेकिन, यदि आपको हृदय से जुड़ा कोई भी लक्षण महसूस हो तो उसे अनदेखा न करें और तुरंत हार्ट स्पेशलिस्ट से संपर्क करें। समय रहते इलाज करने से जान के जोखिम को कम किया जा सकता है।

FAQ

  • हार्ट के मरीज को कौन सा व्यायाम करना चाहिए?

    तेज चलना, दौड़ना, तैरना, साइकिल चलाना, टेनिस खेलना और रस्सी कूदना आदि। हृदय रोग में मरीज को ज्यादा भारी वजन को उठाने वाली एक्सराइज से बचना चाहिए।
  • हार्ट को मजबूत करने के लिए क्या खाएं?

    हृदय के लिए सबसे स्वस्थ चीजों में सब्जियां, फल, साबुत अनाज, मछली, अंडे, मेवे और बीन्स आदि को शामिल किया जाता है। आप डॉक्टर की मदद से अपना डाइट प्लान भी तैयार कर सकते हैं।

 

 

 

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