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बुढ़ापे में कई कारणों से महसूस हो सकती है मानसिक थकान, जानें इसे दूर करने के उपाय

Mental Fatigue Treatment: उम्र के साथ कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। यहां जानें, बढ़ती उम्र के साथ मानसिक थकान को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए?
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बुढ़ापे में कई कारणों से महसूस हो सकती है मानसिक थकान, जानें इसे दूर करने के उपाय


जवानी में लोग अपने शरीर का ख्याल नहीं रखते हैं लेकिन जब बुढ़ापा आता है तो डॉक्टर से पूछते हैं कि उन्हें तरह-तरह की शारीरिक समस्याएं क्यों हो रही हैं। आजकल लोग आगे बढ़ने और पैसा कमाने में इतना बिजी हो चुके हैं कि उनके पास सेल्फ केयर का समय भी नहीं रहता। ऐसे में उम्र बढ़ने के साथ-साथ यानी 60 की उम्र पार होने पर कई तरह की समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं। आपने अपने घर में या आसपास कई बुजुर्ग लोगों को ये कहते हुए सुना होगा कि वह काम कुछ नहीं करते हैं लेकिन उनको मानसिक थकान (Mental fatigue ) महसूस होती है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानेंगे बुढ़ापे में मानसिक थकान होने के कारण और बचाव के तरीके क्या हैं।

मानसिक थकान क्यों होती है? - What Causes Mental Tiredness In Hindi

  • उम्र बढ़ने के साथ-साथ ब्रेन के न्यूरॉन्स की संख्या कम होने लगती है, जिसके कारण बुजुर्गों में मानसिक थकान होती है।
  • कई बार लोग बातों को दिल से लगा लेते हैं और कहते नहीं है, ऐसे में बातें दिमाग में चलती हैं, जिस वजह से थकान का एहसास होता है।
  • जब विचार किसी एक बात से जुड़े रहते हैं तो मानसिक थकान हो सकती है।

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  • स्लीप साइकिल (Sleep cycle) बिगड़ने के कारण भी मानसिक थकान रहती है।
  • जो बुजुर्ग अकेले रहते हैं उन्हें मानसिक थकान की समस्या ज्यादा हो सकती है।
  • जो लोग जवानी में रात-रातभर जागकर काम करते हैं उन्हें 60 की उम्र के बाद मानसिक थकान और अल्जाइमर जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
Mental Fatigue

मानसिक थकान को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए ? How To Get Rid Of Mental Fatigue In Hindi

डॉक्टर श्रेय ने अपनी बात को समझाते हुए बताया कि जैसे हम अपनी गाड़ी की सर्विस करवाते हैं वैसे ही ब्रेन की सर्विस के लिए लोगों को ब्रेन टॉनिक लेने चाहिए। दरअसल, उम्र के साथ ब्रेन के न्यूरॉन्स की संख्या कम होने लगती है, जिन्हें मेंटेन करने में ब्रेन टॉनिक मदद कर सकते हैं। डॉक्टर ने बताया कि आयुर्वेद (Ayurveda) के अनुसार, अश्वगंधा, ज्योतिष्मती, जटामांसी, मंडूकपर्णी जैसी कई जड़ी बूटियां हैं जो ब्रेन टॉनिक की तरह काम करती हैं और चिकित्सकीय परामर्श के साथ ली जा सकती हैं। लेकिन ब्राह्मी का इस्तेमाल बिना चिकित्सकीय परामर्श के भी किया जा सकता है, जो लोग किसी भी गंभीर बीमारी के शिकार नहीं हैं उनके लिए ब्राह्मी का सेवन सेफ यानी सुरक्षित है।

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  • मानसिक थकान से बचने के लिए आप अपने ब्रेन को लाइट (how to make brain light) रखें।
  • बातों को दिल में रखने के बजाय बोलना शुरू करें, इससे आपका दिमाग हल्का रहेगा और समस्या कम होंगी।
  • किसी भी बात के बारे में ज्यादा सोचने से बचें।
  • काउंसलिंग भी मानसिक थकान दूर करने में मदद कर सकती है।
  • स्लीप साइकिल को मेंटेन रखें। रात में 8 या 9 बजे तक सोएं और सुबह जल्दी उठें।
  • अकेले रहने से बचें और ग्रुप एक्टिविटीज का हिस्सा बनें। ऐसा करने से आपका दिमाग बिजी रहेगा और आप खुश रहेंगे।

All Images Credit- Freepik

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