भोजन हमारे शरीर को एनर्जी प्रदान करने में मदद करता है। भोजन के स्वाद को महसूस करने, पचाने और बोलने में जीभ का मुख्य रोल होता है। लेकिन, यह आपकी हेल्थ से जुड़ी कई तरह की जानकारियां भी प्रदान कर सकती है। यही वजह है कि ओरल हेल्थ में जीभ को भी शामिल किया जाता है। सुबह उठने के बाद दांतों के साथ ही जीभ को क्लीन करने पर जोर दिया जाता है। लेकिन, कुछ लोगों की जीभ में पीलापन दिखाई देने लगता है। एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स बताते हैं कि सामान्यतः जीभ को सही तरह से साफ न करने की वजह से इसमें डेड स्किन सेल्स, भोजन के कण और बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं, जो जीभ के पीलेपन का कारण बनते हैं। इस लेख में डॉक्टर उर्वी महेश्वरी, इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट, जाइनोवा शैलबी अस्पताल (Dr Urvi Maheshwari, Internal Medicine Expert, Zynova Shalby hospital, Mumbai) से जानेंगे कि जीभ पीली क्यों हो जाती है, इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं, कौन से लक्षण गंभीर हैं, और इस स्थिति से कैसे बचा जा सकता है।
जीभ में पीलापन क्यों होता है?
जब जीभ की सतह पर बैक्टीरिया, डेड स्किन सेल्स और भोजन के कण (debris) जमा हो जाते हैं, तो इससे जीभ के रंग में बदलाव आ सकता है। कुछ मामलों में यह परत पीले रंग की दिखाई देती है। जीभ में पीलापन कई तरह की स्थितियों का संकेत हो सकता है। आगे जानते हैं इनके बारे में।
पीली जीभ के क्या कारण हो सकते हैं?
मुंह की सफाई न रखना - Poor Oral Hygiene Poor
मुंह की सफाई नियमित रूप से न करना जीभ के पीलेपन का एक मुख्य और आम कारण माना जाता है। जब व्यक्ति रेगूलर रूप से जीभ को ब्रश नहीं करता है, तो बैक्टीरिया और डेड स्किन जीभ पर इकट्ठा होने लगते हैं। इससे जीभ में पीलापन हो सकता है।
मुंह सूखना (Dry Mouth)
जब आपके मुंह में लार की कमी होती है, तो यह बैक्टीरिया के पनपने की वजह बन सकती है। यह स्थिति भी जीभ को पीला करने का कारण बन सकती है।
ब्लैक हेयर टंग
ब्लैक हेयर टंग (Black hairy tongue) एक काफी आम, गैर-कैंसर वाली स्थिति है, जहां बैक्टीरिया या फंगस जीभ की परत पर एक बड़ा, लम्बा, बालों जैसा परत बना देती हैं। हालांकि जीभ आमतौर पर काली दिखाई देती है, लेकिन यह पीली, नीली या हरी भी हो सकती है।
पीलिया (Jaundice)
पीलिया होने पर व्यक्ति की रेड ब्लड सेल्स के टूटने से बनने वाला कैमिकल बिलीरुबिन टिश्यू के असामान्य रूप से बनता है। इस दौरान कभी-कभी शरीर के केवल कुछ खास हिस्से पीले हो जाते हैं, जैसे की आंख का सफेद भाग, त्वचा और जीभ आदि। कई बार जीभ के रंग बदलाव लिवर की समस्या का भी संकेत हो सकता है।
ऑटोइम्यून स्थितियां
एक्जिमा जैसी कुछ ऑटोइम्यून स्थितियां शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देती हैं, जिससे जीभ पर बैक्टीरिया बनने लगते हैं। एक स्टडी से पता चला कि एक्जिमा के कारण कई लोगों के जीभ के रंग में बदलाव हो सकता है।
जीभ में पीलापन होने के क्या लक्षण हो सकते हैं?
पीली जीभ से जुड़े आम लक्षणों को आगे बताया गया है।
- गले में खराश होना
- गले में जलन महसूस होना
- जीभ पर धब्बे दिखाई देना
- सांसों से बदबू आना
- खराब स्वाद
- एसिड रिफ्लक्स या अपच
- मुंह सूखना, आदि।
जीभ के पीलेपन से कैसे बचाव करें?
- मुंह की सफाई करते समय जीभ पर ध्यान देना चाहिए।
- रोजाना ब्रश करने के बाद जीभ की सफाई करें।
- रात को सोने से पहले जीभ को ब्रश या टंग क्लीनर से साफ करें।
- दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ताकि डिहाइड्रेशन से बचाव हो।
- शराब और धूम्रपान की आदत को धीरे-धीरे कम करने करें।
- अधिक मात्रा में शुगर वाली ड्रिंक्स न पिएं।
- यदि किसी तरह की बीमारी के संकेत महससू हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर इलाज शुरु करें।
- किसी तरह की दवा का सेवन करने के बाद जीभ में पीलापन हो रहा है तो डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
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जीभ का रंग बदलना एक सामान्य बात हो सकती है, लेकिन यदि यह परिवर्तन लंबे समय तक रहे और अन्य लक्षणों के साथ हो, तो इसे नजरअंदाज करना नुकसानदेह हो सकता है। जीभ की नियमित सफाई, पानी का सही सेवन, और स्वस्थ खानपान से आप न केवल पीली जीभ की समस्या से बच सकते हैं, बल्कि अपने संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
FAQ
जीभ पर पीली परत क्या संकेत देती है?
जीभ पर पीली परत आमतौर पर खराब ओरल हाइजीन, डिहाइड्रेशन, या कुछ तरह के आहार या ड्रिंक्स के कारण होती है। यह पीलिया और मुंह से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकती है।जीभ पर पीलापन कैसे दूर करें?
दिन में दो से तीन बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से दांतों को ब्रश करें। इसके अलावा, शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं और खाने के बाद जीभ को साफ करना न भूलें।जीभ के लिए कौन सा विटामिन चाहिए?
जीभ के स्वस्थ बनाने के लिए विटामिन बी12, बी9 (फोलेट), और विटामिन डी महत्वपूर्ण हैं। इनकी कमी से जीभ में सूजन, सूखापन, दर्द, और रंग में बदलाव हो सकता है।