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नाखूनों को नुकसान पहुंचाने वाली बीमारी 'येलो नेल सिंड्रोम' क्या है? जानें इसके कारण और लक्षण

अगर आपके नाखून भी पीले हो रहे हैं, तो यह रेस्पिरेटरी टैक्ट से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। आगे जानते हैं यैलो नेल सिंड्रोम के कारण और लक्षण क्या हो सकते हैं?
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नाखूनों को नुकसान पहुंचाने वाली बीमारी 'येलो नेल सिंड्रोम' क्या है? जानें इसके कारण और लक्षण


तेज धूप, धूल और गंदगी वजह से आपकी स्किन खराब हो सकती है। स्किन में सुधार के लिए आप कई तरह के उपायों को अपनाते हैं। लेकिन, ऐसे में आप हाथों और पैरों को नाखूनों को अनदेखा कर देते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार सेहत से जुड़ी कई समस्याओं के लक्षण नाखूनों पर दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में आप नाखूनों पर होते किस भी तरह के लक्षण को अनदेखा न करें। यैलो नेल सिंड्रोम (Yellow Nail Syndrome) एक दुर्लभ स्थिति है, जो आपके नाखूनों, फेफड़ों और अंगों को प्रभावित करती है। यैलो नेल सिंड्रोम वाले लोगों के नाखून पीले, मुड़े हुए होते हैं। यह रेस्पिरेटरी से जुड़ी समस्याओं जैसे की खांसी या सांस लेने में होने वाली परेशानी की ओर भी इशारा कर सकते हैं। इस लेख में नारायणा अस्पताल के इंटनरल मेडिसिन के डॉक्टर पंकज वर्मा से जानते हैं कि यैलो नेल सिंड्रोम के कारण और लक्षण क्या होते हैं? 

यैलो नेल सिंड्रोम के क्या कारण होते हैं?

यैलो नेल सिंड्रोम का सटीक कारण अभी भी पता नहीं लगाया जा सका है। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स इसे अन्य कारको से संबंधित मानते हैं। इनके बारे में आगे जानते हैं।  

जेनेटिक्स फैक्टर

यैलो नेल सिंड्रोम के कुछ मामले एक परिवार में दिखाई देते हैं, जो संभावित जेनेटिक्स प्रवृत्ति का संकेत देते हैं। लिम्फेटिक सिस्टम के कार्य को प्रभावित करने वाले कारण इस सिंड्रोम की वजह बन सकते हैं। हालांकि, यैलो नेल सिंड्रोम के लिए जिम्मेदार किसी विशेष जीन की पहचान नहीं की गई है।

yellow nail syndrome causes and symptoms

प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना

प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना यैलो नेल सिंड्रोम का संभावित कारण मानी जाती हैं। यैलो नेल सिंड्रोम वाले कुछ रोगियों में अंतर्निहित ऑटोइम्यून डिसऑर्डर होते हैं, जैसे कि रुमेटाइड अर्थराइटिस आदि। 

रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याएं

क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, साइनसाइटिस और प्लीयूरल इफ्यूजन pleural effusion  (फेफड़ों के आसपास तरल पदार्थ का जमा होना) जैसी रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याएं अक्सर यैलो नेल सिंड्रोम से जुड़ी होती हैं।

यैलो नेल सिंड्रोम में क्या लक्षण दिखाई देते हैं? 

  • नाखून आमतौर पर पीले या हरे रंग के हो जाते हैं।
  • नाखून मोटे हो जाते हैं और उनमें उभार आ जाता है।
  • नाखून बहुत धीमी गति से बढ़ते हैं। 
  • नाखून अपने आप ही टूटने लगते हैं। 
  • लगातार खांसी, बलगम और सांस लेने में परेशानी होना। 
  • नाक बंद रहना। 
  • जोड़ो में दर्द और पैरों में सूजन आदि। 

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यैलो नेल सिंड्रोम के लक्षणों को अनदेखा नहीं करना चाहिए। सेहत से जुड़ी कई समस्याओं के लक्षण नाखूनों पर दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में आप किसी डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर महत्पवपूर्ण टेस्ट करने की सलाह दे सकते हैं। 

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