Does Yoga Boost Fertility In Hindi: मौजूदा समय में इंफर्टिलिटी की परेशानी से कई लोग जूझ रहे हैं। इसके पीछे हमारी जीवनशैली, खराब खानपान और फिजिकल एक्टिविटी न करना है। इसके अलावा, कुछ बुरी आदतें जैसे शराब पीना या स्मोकिंग ने भी इसमें अहम रोल प्ले किया है। डब्लूएचओ की मानें, तो लाखों-करोड़ों लोग इंफर्टिलिटी का शिकार हैं। इसका बहुत बुरा प्रभाव परिवारों और कम्युनिटी पर देखने को मिल रहा है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया में 6 में से एक व्यक्ति अपने रिप्रोडक्टिव एज में इंफर्टिलिटी का शिकार होता है। इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इंफर्टिलिटी में सुधार के लिए जरूरी है कि आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करें। कुछ लोग फर्टिलिटी को बेहतर बनाने के लिए योग की मदद लेते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई योग करने से फर्टिलिटी में सुधार होता है? आइए, जानते हैं इस बारे में दिल्ली विकास प्राधिकरण में योग प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत योगाचार्य अनिल मुद्गल (1993 से योग शिक्षण कार्य में संलग्न हैं) की क्या राय है? (Kya Yoga Se Fertility Badhti Hai)
क्या वाकई योग करने से फर्टिलिटी में सुधार होता है?- Can Yoga Increase Fertility In Hindi
बैलेंस्ड यानी संतुलित और स्वस्थ जीवन जीने के लिए योग किया जाना चाहिए। योग सिर्फ हमारी फिजिकल हेल्थ को बेहतर नहीं करता है, बबल्कि यह हमारी मेंटल हेल्थ में भी सुधार करता है। ऐसे में यह जान लेना दिलचस्प रहेगा कि क्या वकाई योग करने से फर्टिलिटी में सुधार होता है? इस बारे में एक्सपर्ट का कहना है, ‘वैसे तो योग करना ओवर ऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है। लेकिन, इसका डाइरेक्ट प्रभाव फर्टिलिटी पर नहीं पड़ता है। नियमित रूप से योग करने से ओवर ऑल हेल्थ में सुधार होता है, जैसे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, स्ट्रेस कम होता है और हार्मोन भी बैलेंस रहते हैं। ये तमाम चीजें लिबिडो को बेहतर करने में मदद करते हैं, जिससे फर्टिलिटी भी बेहतर होती नजर आती है।"
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योग करने से फर्टिलिटी में कैसे सुधार होता है?- How Does Yoga Help Fertility In Hindi
हार्मोनल इंबैलेंसः इन दिनों महिलाओं ही नहीं, पुरुषों में भी हार्मोनल इंबैलेंस की दिक्कत देखने को मिल रही है। इसके पीछे मुख्य कारण खराब जीवनशैली और बुरी खानपान की आदतें जिम्मेदार हैं। ऐसे में फर्टिलिटी पर नेगेटिव असर पड़ना कोई हैरानी की बात नहीं है। हां, अगर आप नियमित रूप से योग करते हैं, तो ऐसे में हार्मोन बैलेंस होते हैं, जिससे महिलाओं में पीरियड्स नियमित होते हैं। रेगुलर पीरियड्स की वजह से ओवुलेशन में सुधार होता है। इस तरह महिलाओं फर्टिलिटी सुधरती है।
ब्लड सर्कुलेशनः ब्लड सर्कुलेशन सही होता है, तो इससे पूरी बॉडी में ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स सप्लाई बेहतर होती है। इससे हमारी बॉडी की इम्यूनिटी बूस्ट होती है। ध्यान रखें कि योग के दौरान आप सांस की गति को नियंत्रित करते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा मिलता है। इसका प्रभाव पेल्विक एरिया पर भी दिखता है। इसका मतलब है कि रिप्रोडक्टिव ऑर्गन में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होने से फर्टिलिटी बेहतर होती है, स्पर्म क्वालिटी सुधार होता है और स्पर्म डेवलेपमेंट भी होने लगता है।
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स्ट्रेस में कमीः नियमित रूप से योग करने से स्ट्रेस में भी कमी देखी जा सकती है। याद रखें कि स्ट्रेस फर्टिलिटी पर नेगेटिव असर डालने वाले प्रमुख कारणों में से है। असल में स्ट्रेस बढ़ने की वजह से कार्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। यह फर्टिलिटी ओवुलेशन होने से रोकता है, जिससे फर्टिलिटी का गहरा संबंध है। वहीं, योग के जरिए स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। इससे फर्टिलिटी में सुधार देखने को मिलता है।
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FAQ
कौन सा योग गर्भधारण करने में मदद करता है?
वैसे तो गर्भधारण आप क्यों नहीं कर पा रही हैं, इस बारे में जानकारी होना अहम है। इस संबंध में आपको डॉक्टर से मिलकर अपना प्रॉपटर ट्रीटमेंट करवाना चाहिए। जहां तक योग की बात है, आप गर्भधारण की संभावना बढ़ाने के लिए सेतुबंधासन कर सकते हैं। इससे फर्टिलिटी बढ़ती है, जो गर्भधारण में मदद करती है। यह आसन स्ट्रेस कम करने और ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ावा देता है।फर्टिलिटी के लिए कौन से योगासन अच्छे हैं?
फर्टिलिटी में सुधार के लिए आप कई तरह के योग कर सकते हैं, जैसे बद्ध कोणासन (तितली मुद्रा ), सेतु बंधासन (ब्रिज पोज) विपरीत करणी (लेग्स-अप-द-वॉल पोज) आदि।क्या योग प्रजनन क्षमता बढ़ा सकता है?
रिप्रोडक्टिव साइंस सेंटर ऑफ न्यू जर्सी की मानें, तो दिनों दिन योग हमारी जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बनता जा रहा है। रेगुलर योगाभ्यास करने से यह पुरुषों की प्रजनन क्षमता में सुधार करता है, स्पर्म क्वालिटी बेहतर करता है और स्पर्म प्रोडक्शन को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।