पोषक तत्वों से भरपूर सत्तू सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है। आयुर्वेद के अनुसार, सत्तू को एक संपूर्ण आहार माना जाता है, जो न केवल शरीर को पोषण देता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी सुधारता है। इसमें फाइबर, प्रोटीन, आयरन के साथ अन्य जरूरी विटामिन्स होते हैं, जो शरीर को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। आमतौर पर सत्तू का सेवन गर्मियों में किया जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह शरीर को ठंडक और ताजगी प्रदान करता है। लेकिन जब बात सर्दियों की आती है, तो कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या ठंड के मौसम में भी सत्तू का सेवन करना सुरक्षित और लाभकारी है? इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए कि क्या सर्दियों में सत्तू का सेवन कर सकते हैं?
सत्तू क्या है?
सत्तू मुख्य रूप से भुने हुए चने या अन्य अनाजों को मिलाकर बनाया जाता है, जिसे पीसकर पाउडर के रूप में उपयोग किया जाता है। यह प्रोटीन, फाइबर और विटामिन्स से भरपूर होता है। आयुर्वेद में इसे शरीर को शीतलता प्रदान करने वाला माना जाता है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है।
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क्या सर्दियों में सत्तू का सेवन कर सकते हैं?
डॉक्टर श्रेय ने बताया कि सत्तू की तासीर ठंडी होती है, ऐसे में जिन लोगों के शरीर की पित्त प्रकृति होती है, वे सत्तू का सेवन सर्दियों में भी कर सकते हैं। पित्त प्रकृति वालों के लिए सर्दियों में सत्तू का सेवन आयुर्वेद के अनुसार हानिकारक नहीं है, लेकिन इसे सही मात्रा और तरीके से लेना चाहिए। सत्तू में ठंडक पहुंचाने वाले गुण होते हैं, इसलिए सर्दियों में इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना जरूरी है।
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सर्दियों में सत्तू के सेवन के नुकसान
- सर्दियों में सत्तू ठंडक पैदा कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, सत्तू की तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसे सर्दियों में ज्यादा मात्रा में लेने से शरीर में ठंडक बढ़ सकती है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है जिनकी प्रकृति पहले से ही वात या कफ दोष वाली होती है।
- सर्दियों में सत्तू का ज्यादा सेवन अपच, गैस या ब्लोटिंग जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है, खासकर अगर इसे सही तरीके से नहीं खाया जाता है। सर्दियों में इसके ठंडक गुणों के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- अगर सत्तू का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए, तो यह सर्दियों में सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए इसका सेवन संतुलित मात्रा में और गर्म पानी या दूध के साथ करना चाहिए।
सर्दियों में सत्तू कैसे लें?
- सर्दियों में ठंडे पानी के बजाय गर्म पानी या दूध के साथ सत्तू का सेवन करना फायदेमंद होता है। इससे शरीर को लाभ मिलता है और सत्तू के पोषक तत्व अच्छी तरह से अवशोषित होते हैं।
- सत्तू को अदरक, हल्दी या काली मिर्च जैसे गर्म तासीर वाले मसालों के साथ मिलाकर लेना चाहिए। यह मसाले शरीर को जरूरी गर्मी प्रदान करते हैं और सर्दियों के लिए उपयुक्त होते हैं।
निष्कर्ष
पित्त प्रकृति के लोगों के लिए सत्तू सर्दियों में भी सुरक्षित और लाभकारी है, बशर्ते इसे सही मात्रा और तरीके से लिया जाए। इसके पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा, पाचन शक्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन ठंडक और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। त्तू का सेवन गर्म पानी या दूध के साथ करना चाहिए और इसे हर्बल मसालों के साथ मिलाकर लेना चाहिए, ताकि शरीर को ठंडक से बचाया जा सके।
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