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पुरुषों में यूटीआई (Urinary Tract Infection) के कारण प्रोस्टेट प्रभावित हो सकता है, एक्सपर्ट से जानें कैसे?

Can Urinary Tract Infection Affect Prostate In Hindi: यूटीआई के कारण प्रोस्टेट ग्रांथि पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसा कैसे होता है, जानने के लिए विस्तार से इस लेख को पढ़ें।
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पुरुषों में यूटीआई (Urinary Tract Infection) के कारण प्रोस्टेट प्रभावित हो सकता है, एक्सपर्ट से जानें कैसे?


Can Urinary Tract Infection Affect Prostate In Hindi: आमतौर पर यूटीआई को महिलाओं के साथ जोड़कर ही देखा जाता है। ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को यूटीआई की समस्या अधिक होती है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि पुरुषों को यूटीआई नहीं हो सकता है। पुरुषों को भी यूटीआई यानी यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। आपको बता दें कि यूरिन ट्रैक्ट शरीर का वह हिस्सा होता है, जहां यू यूरिन कैरी करते हुए शरीर से बाहर निकालता है। गंदी जगह में पेशाब करने या कम पानी पीने की वजह से इस तरह की परेशानी हो जाती है। लेकिन, यहां सवाल यह उठता है कि कि पुरुषों में यूटीआई की वजह से प्रोस्टेट ग्लैंड प्रभावित हो सकता है? आइए, जानते हैं इस बारे में मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले का क्या कहना है।

क्या पुरुषों में यूटीआई के कारण प्रोस्टेट ग्रंथि प्रभावित हो सकती है- Can Urinary Tract Infection Affect Prostate In Hindi

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अगर यूटीआई का सही तरह से ट्रीटमेंट करवा लिया जाए, तो यह कोई गंभीर समस्या नहीं होती है। वहीं, अगर यह बिना इलाज के रह जाए, तो यह पुरुषों के लिए घातक साबित हो सकत है। यहां यह जान लेना आवश्यक है कि क्या पुरुषों में यूटीआई के कारण प्रोस्टेट ग्रंथि प्रभावित हो सकती है? इस पर डॉ. विजय दहिफले का कहना है, "ज्यादातर लोग यूटीआई को हल्के में लेते हैं। उन्हें लगता है कि दवा ले ली जाए, तो यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाती है। लेकिन, अगर जरा भी इंफेक्शन रह जाए, तो यह गंभीर साबित हो सकता है। इसकी वजह से किडनी डैमेज हो सकती है, किडनी फेलियर हो सकता है और यूटीआई दोबारा लौट आ सकता है। इस तरह देखा जाए, तो अनट्रीटेड यूटीआई के कारण प्रोस्टेट पर भी असर पड़ सकता है।" डॉक्टर इसे विस्तार से समझाते हुए कहते हैं, "यूटीआई, बैक्टीरियरल इंफेक्शन की वजह से होता है। यह संक्रमण अगर बना रहे, तो यूरिन ट्रैक्ट से होते हुए संक्रमण प्रोस्टेट ग्रांथि तक पहुंच सकता है। ऐसे में उन्हें बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस हो सकता है। यही नहीं, अगर किसी को बार-बार यूटीआई हो रहा है या यूटीआई का ट्रीटमेंट सफल नहीं हो रहा है, तो ऐसे पुरुषों में क्रॉनिक बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस  की आशंका बढ़ जाती है।" कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि पुरुषों में यूटीआई के कारण प्रोस्टेट ग्रंथि प्रभावित हो सकती है। इसलिए, पुरुषों को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

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पुरुषों में प्रोस्टेटाइटिस होने के कारण

पुरुषों में प्रोस्टेटाइटिस होने के पीछे कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। जैसे अगर किसी को प्रोस्टेटाइटिस है, तो ऐसे व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने वाले को भी यह समस्या हो सकती है। खासकर, क्लैमाइडिया और गोनोरिया जैसी बीमारी में इसके होने का रिस्क अधिक होता है। वहीं, अगर किसी को अंडकोश और गुदा के बीचों-बीच चोट लगी, हो तो भी प्रोस्टेटाइटिस होने का जोखिम बना रहता है। ध्यान रखें कि प्रोस्टेटाइटिस होने पर पेशाब के दौरान दर्द होना, बार-बार पेशाब आना, पेशाब को कंट्रोल न कर पाना, बुखार आना, उल्टी और दर्द जैसे लक्षण नजर आते हैं।

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पुरुष यूटीआई को कैसे मैनेज करें

यूटीआई को मैनेज करने के लिए पुरुषों को कुछ टिप्स अपनाने चाहिए, जैसे-

  • लगातार पानी पिएं। आप जितना ज्यादा पानी पिएंगे, इंफेक्शन से रिकवरी की संभावना उतनी अधिक बढ़ेगी।
  • यूटीआई होने पर कॉफी, शराब और सॉफ्ट ड्रिंक पीने से बचें।
  • यूटीआई होने पर पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। इससे छुटकारा पाने के लिए हीट पैड का यूज करें।
  • यूटीआई का ट्रीटमेंट जरूर करवाएं। इसके लिए डॉक्टर के पास जरूर जाएं। इस संबंध में लापरवाही न करें।
  • बार-बार पेशाब करने की अर्ज हो, तो उसे रोके नहीं।

All Image Credit: Freepik

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