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महिलाओं में यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) के पीछे हो सकते हैं ये 5 आम कारण, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Causes Of Urinary Tract Infection UTI In Hindi: क्या आपको भी बार-बार यूटीआई परेशान करता है? जानें ऐसा बार-बार होने के पीछे कारण।
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महिलाओं में यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) के पीछे हो सकते हैं ये 5 आम कारण, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट


Causes Of Urinary Tract Infection UTI In Hindi: यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) जिसे आमतौर लोग यूरिन इन्फेक्शन भी कहते हैं, एक बहुत ही आम प्रकार का संक्रमण है। यह बच्चों से लेकर बड़े, पुरुष हो या महिलाएं सभी में देखने को मिल सकता है। लेकिन इसके कारण लोगों को काफी परेशानी और असहजता महसूस हो सकती है, खासकर महिलाओं को इसके कारण कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बार-बार पेशाब आना, सफेद पानी की समस्या और इससे गंध आना, पेल्विक एरिया में दर्द, बेचैनी, बार-बार पेशाब की इच्छा महसूस होना, बुखार, बहुत ठंड लगना, थकान और बीमार महसूस करने आदि जैसी समस्याएं यूटीआई होने पर हो सकती हैं। इसका समय रहते उपचार किया जाना बहुत आवश्यक है। हालांकि, यूटीआई का इलाज पूरी तरह संभव है। लेकिन लक्षण गंभीर होने से पहले आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए। बहुत ही महिलाओं को थोड़े-थोड़े समय के बाद बार-बार यूटीआई की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में वे अक्सर इस बात को लेकर काफी परेशान रहती हैं कि आखिर उन्हें बार-बार यह इन्फेक्शन क्यों हो रहा है? आखिर इसके क्या कारण हैं? हेल्थ कोच, न्यूट्रिशनिस्ट और योगाचार्य जूही कपूर की मानें, तो यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के पीछे कई कारण हो सकते हैं। हम अपने दैनिक जीवन में कई ऐसी गलतियां भी करते हैं जिनसे इसका खतरा बढ़ता है। उन्होंने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के कुछ आम कारण बता हैं। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं....

Common Causes Of Urinary Tract Infection UTI In Hindi

महिलाओं में यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) के कारण- Common Causes Of Urinary Tract Infection UTI In Hindi

1. स्वच्छता का ध्यान न रखना: व्यक्तिगत स्वच्छता का पर्याप्त ख्याल न रखना, जैसे कि शौचालय का उपयोग करने के बाद कभी-कभार स्नान करना या गलत तरीके से पोंछना, त्वचा से बैक्टीरिया को मूत्र पथ में ला सकता है, जिससे संक्रमण हो सकता है।

2. सार्वजनिक शौचालय का प्रयोग: सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करने से संभावित हानिकारक बैक्टीरिया का जोखिम बढ़ जाता है। टॉयलेट सीटों जैसी दूषित सतहों के संपर्क से मूत्रमार्ग में बैक्टीरिया आ सकते हैं, जिससे यूटीआई हो सकता है।

3. वेजाइनल वॉश: हार्श केमिकल या सुगंध वाले हाइजीन प्रोडक्ट्स का उपयोग जननांग क्षेत्र में बैक्टीरिया के प्राकृतिक संतुलन को बाधित कर सकता है, जिससे हानिकारक बैक्टीरिया फैलना करना और यूटीआई का कारण बनना आसान हो जाता है।

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4. शरीर में संरचनात्मक परिवर्तन: यूरिनरी ट्रैक्ट में कुछ संरचनात्मक परिवर्तन या असामान्यताएं, जैसे गुर्दे की पथरी, किडनी से जुड़ी स्थितियां, या पेशाब रोकना, सामान्य पेशाब के फ्लो में बाधा डाल सकते हैं या पॉकेट बना सकते हैं जहां बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

 

 

 

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5. पीछे से आगे की ओर पोंछना: शौचालय का उपयोग करने के बाद पीछे से आगे की ओर पोंछने से गुदा क्षेत्र से बैक्टीरिया मूत्रमार्ग में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे बैक्टीरिया के बढ़ने में आसानी होती है और यूटीआई का कारण बनता है, खासकर महिलाओं में मूत्रमार्ग छोटा होने के कारण।

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इनमें से प्रत्येक कारक या तो यूरिनरी ट्रैक्ट में बैक्टीरिया के प्रवेश को सुविधाजनक बनाकर या बैक्टीरिया के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाकर यूटीआई के बढ़ते जोखिम में योगदान देता है।

All Image Source: Freepik

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