Effects Of Drinking Too Much Water On Heart: यह बात तो आपने सुना होगा कि हमेशा एक दिन में कम से कम 7-8 गिलास पानी पीना जरूर पीना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से बॉडी हाइड्रेट रहती है। जब बॉडी हाइड्रेट रहती है, तो कब्ज, पाचन समस्या में कमी आती है और गट हेल्थ में भी सुधार होता है। कई लोग तो दिन में औसत जरूरत से भी ज्यादा पानी पीते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा किया जाना सही नहीं है? असल में जब आप ज्यादा पानी पीते हैं, तो इसकी वजह से वॉटर इनटॉक्सिकेशन हो जाता है। यह बॉडी सेल्स को नेगेटिवली प्रभावित करता है। कई बार अधिक मात्रा में पानी पीने से उल्टी, मतली और ब्लोटिंग जैसी समस्या हो सकती है। यहां यह जानना भी आवश्यक है कि क्या पानी पीने से हार्ट हेल्थ भी प्रभावित होती है? आइए, जानते हैं नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Sr. Consultant -Cardiology डॉ. अमित हांडा से।
क्या ज्यादा पानी पीना आपके दिल को प्रभावित कर सकता है?
जैसा कि यह बात हर कोई जानता और मानता है कि हर दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए, लेकिन इसे बॉडी ओवर हाइड्रेट करना भी सही नहीं होता है। इस संबंध में डॉ. अमित हांडा समझाते हैं, "जब आप बॉडी को ओवर हाइड्रेट कर लेते हैं या ज्यादा मात्रा में पानी पी लेते हैं, तो यह हार्ट हेल्थ नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।" सवाल है, ऐसा क्यों और कैसे? इस बारे में डॉ. अमित हांडा बताते हैं, "जब आप बहुत ज्यादा पानी पीते हैं, तो इसकी वजह से ब्लड वॉल्यूम बढ़ जाता है, जो कि कार्डियोवास्कुलर सिस्ट पर दबाव बनाता है और सोडियम को डाइल्यूट करता है। ऐसे में हृदय गति पर अनियंत्रित हो सकती है।" कुल मिलाकर, कहने का बात ये है कि वॉटर इंटॉक्सिकेशन होना सही नहीं है, लेकिन यह स्थिति हार्ट के मरीजों के लिए और भी घातक हो सकती है।
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ओवर हाइड्रेट होने से हार्ट हेल्थ कैसे प्रभावित होता है?- Overhydration Heart Problems
ब्लड वॉल्यूम बढ़ता है
बहुत ज्यादा मात्रा में पानी पीने से ब्लड डाइल्यूट होता है और पूरे शरीर में इसका वॉल्यूम बढ़ जाता है। ब्लड वॉल्यूम बढ़ने पर हार्ट पर अतिरिक्त दबाव बनने लगता है, जो कि हार्ट चेंबर और ब्लड वेसल्स पर भी प्रेशर बनाता है। यह स्थिति हार्ट के मरीजों के लिए बिल्कुल सही नहीं है और हार्ट संबंधी परेशानी का जोखिम भी बढ़ जाता है।
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इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस
ज्यादा मात्रा में पानी पीने की वजह से ब्लड में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट, जैसे सोडियम डाइल्यूट हो जाता है। ध्यान रखें, हमारे शरीर के लिए इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस होना बहुत जरूरी है। इनकी मदद से हार्ट फंक्शन और हृदय की गति सामान्य बनी रहती है।
हार्ट फेलियर
हालांकि, ऐसा बहुत कम मामलों में देखा जाता है, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि ओवर हाइड्रेट होने की वजह से हार्ट फेलियर हो सकता है। दरअसल, मायोकार्डियल यानी हृदय की मांसपेशियां ओवर स्ट्रेच हो सकती हैं। ऐसे में, जिन लोगों को पहले से ही हार्ट संबंधी परेशानी है, उनमें फ्लूइड ओवर लोड होने के कारण हार्ट हेल्थ बिगड़ सकती है और हार्ट फेलियर हो सकता है।
निष्कर्ष
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है, लेकिन ओवर हाइड्रेट होना सही नहीं है। इससे हार्ट हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि ज्यादा पानी पीने से बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस हो जाता है, जो हृदय गति को सामान्य बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
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Sep 17, 2025 17:08 IST
Published By : मीरा टैगोर