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क्या स्ट्रेस भी बन सकता है स्तनों में दर्द का कारण? जानें एक्सपर्ट की राय

स्ट्रेस के कारण चेस्ट कंजेशन, सांस लेने में तकलीफ जैसी कई समस्याएं होती हैं। इसी तरह, स्तनों में भी दर्द हो सकता है। हालांकि, इसके लिए कुछ अन्य कारक भी जिम्मेदार माने जाते हैं।
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क्या स्ट्रेस भी बन सकता है स्तनों में दर्द का कारण? जानें एक्सपर्ट की राय


Does Stress Causes Breast Pain In Hindi: महिलाएं अपने जीवनकाल में कभी न कभी स्तनों में दर्द का अहसास करती हैं। यह बिल्कुल सामान्य दर्द होता है। कई बार पीरियड्स होने के कुछ दिनों पहले स्तनों में दर्द शुरू होता है, जो कि अपने आप धीरे-धीरे ठीक हो जाता है। इसके लिए महिला को किसी तरह की मेडिसिन आदि लेने की जरूरत भी नहीं होती है। वहीं, कई बार उन महिलाओं को भी स्तनों में दर्द होता है, जो ब्रेस्टफीडिंग करवाती हैं। इसके पीछे भी कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे मिल्क प्रोडक्शन अधिक होना आदि। इसी तरह, मेनोपॉज के फेज से गुजर रही महिलाओं को भी स्तनां में दर्द की समस्या हो सकती है। इसके पीछे एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर प्रभावित होता है, तो ऐसे में स्तनों में दर्द हो सकता है। बहरहाल, कुछ महिलाओं का कहना है कि उन्हें स्ट्रेस के कारण भी स्तनों में दर्द होता है। सवाल है, क्या वाकई ऐसा होता है? यानी क्या वाकई स्ट्रेस के कारण स्तनां में दर्द हो सकता है? या यह महज महिलाओं का भ्रम है? आइए, जानते हैं इस संबंध में विशेषज्ञों की क्या राय है।

क्या स्ट्रेस भी बन सकता है स्तनों में दर्द का कारण?- Can Stress Cause Breast Pain In Hindi

Can Stress Cause Breast Pain In Hindi

जैसा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि स्तनों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं। जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या वाकई स्ट्रेस भी स्तनों में दर्द का कारण बन सकता है? इस बारे में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता का कहना है, ‘हां, ऐसा हो सकता है। असल में, स्ट्रेस ही नहीं, बल्कि एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं भी स्तनों में दर्द को ट्रिगर कर सकती हैं।’ सवाल है, ऐसा क्यों होता है? दरअसल, जब महिला स्ट्रेस, एंग्जाइटी या डिप्रेशन से गुजर रही होती है, तो इसकी वजह से बॉडी में हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं। यही हार्मोनल परिवर्तन स्तनों में दर्द का कारण बनते हैं। इसके अलावा, अगर महिला लंबे समय से स्ट्रेस में है, तो उन्हें चेस्ट में भारीपन और दबाव भी महसूस होता है। कई बार घुटना और सांस लेने में दिक्कत भी होती है। एक्सपर्ट का कहना है कि स्ट्रेस का स्तर अगर बहुत ज्यादा बढ़ जाए, तो महिलाओं के पीरियड्स साइकिल प्रभावित हो सकते हैं। इस अवस्था में भी स्तनों में दर्द हो सकता है।

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स्ट्रेस के कारण हो रहे स्तन दर्द से कैसे निपटें?

Can Stress Cause Breast Pain In Hindi

  • अगर आपको यह कंफर्म है कि स्तनों में दर्द का कारण स्ट्रेस है, तो इसकी जरा भी अनदेखी न करें। सबसे पहले अपने तनाव के स्तर को कम करने की कोशिश करें।
  • स्ट्रेस को कम करेन के लिए आवश्यक है कि इसकी वजह जानें। कारण जानने के बाद समस्या का समाधान निकालना आसान होता है। वैसे आप स्ट्रेस के कारण हो रहे ब्रेस्ट पेन से छुटकारा पाने के लिए रिलैक्सेशन तकनीक अपनाएं। दर्द से आराम मिलने लगेगा।
  • डाइट में कुछ बदलाव करके आप स्ट्रेस के स्तर को कम कर सकते हैं। इस तरह, स्तनों में हो रहे दर्द का अहसास भी कम होने लगता है।
  • अगर तमाम तरीकों को अपनाने के बावजूद, स्तनों का दर्द कम न हो, तो डॉक्टर से जरूर मिलें। वे आपको दवा दे सकते हैं। सही ट्रीटमेंट की मदद से स्ट्रेस के कारण हो रहे स्तन दर्द को कम किया जा सकता है।

All Image Credit: Freepik

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