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Virilization: जब महिला के शरीर में होने लगते हैं पुरुषों वाले बदलाव, डॉक्टर से जानें इसका कारण

वाइरिलाइजेशन महिलाओं से जुड़ी एक समस्या है, इस लेख में जानते हैं कि वाइरिलाइजेशन के लक्षण और कारण क्या होते हैं?
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Virilization: जब महिला के शरीर में होने लगते हैं पुरुषों वाले बदलाव, डॉक्टर से जानें इसका कारण


Virilization In Hindi: वाइरिलाइजेशन (Virilization) एक मेडिकल कंडिशन होती है, जिसमें महिलाओं में पुरुषों के समान लक्षण विकसित हो जाते हैं। यह स्थिति हार्मोनल असंतुलन के कारण उत्पन्न होती है, विशेष रूप से एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) के उच्च स्तर के कारण कुछ महिलाओं में इस तरह क समस्या देखने को मिलती हैं। वाइरिलाइजेशन महिलाओं के शरीर में विभिन्न शारीरिक परिवर्तनों का कारण बनता है, जो सामान्य महिला शारीरिक विशेषताओं से अलग होते हैं। इस लेख में साईं पॉलीक्लीनिक के सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट से जानते हैं कि महिलाओं में वाइरिलाइजेशन (Virilization In Female) के कारणों, लक्षणों और इसके प्रभावों को भी जानेंगे। 

वाइरिलाइजेशन क्या है? - What Is Virilization In Hindi 

वाइरिलाइजेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिलाओं के शरीर में पुरुषों से जुड़ी शारीरिक विशेषताएं उभरने लगती हैं। इन बदलावों में चेहरे और शरीर पर अत्यधिक बालों का बढ़ना (हिर्सुटिज़्म), आवाज का भारी होना, मांसपेशियों में वृद्धि, और महिलाओं के यौन अंगों में बदलाव शामिल हैं। वाइरिलाइजेशन का प्रमुख कारण शरीर में एंड्रोजन हार्मोन का असामान्य रूप से बढ़ जाना है।

symptoms and causes virilization in female

वाइरिलाइजेशन के लक्षण - Causes Of Virilization In Hindi

  • महिलाओं में वाइरिलाइजेशन के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि हार्मोनल असंतुलन कितना गंभीर है। जानते हैं इस समस्या के कुछ मुख्य लक्षण। 
  • चेहरे और शरीर पर अत्यधिक बालों का बढ़ना (Hirsutism), इसमें छाती और पीठ पर भी बाल उगने लगते हैं। 
  • इस समस्या में महिलाओं के आवाज में भारीपन आ सकता है। 
  • वाइरिलाइजेशन के कारण महिलाओं के शरीर में मांसपेशियों की ग्रोथ अधिक हो सकती है। यह विशेष रूप से उन महिलाओं में देखा जाता है जिनके शरीर में एंड्रोजन हार्मोन का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है।
  • इस समस्या में महिलाओं के यौन अंगों में भी परिवर्तन हो सकता है। इसमें क्लिटोरिस का आकार बढ़ जाना (क्लिटोरल हाइपरट्रॉफी) और योनि के आकार में बदलाव आना शामिल हैं।
  • मासिक धर्म चक्र में अनियमितता। 
  • बालों का झड़ना। 
  • त्वचा पर मुंहासे और तैलीय त्वचा, आदि। 

वाइरिलाइजेशन के कारण - Causes Of Virilization In Hindi 

पीसीओएस (PCOS)

PCOS एक सामान्य हार्मोनल डिसऑर्डर है जो महिलाओं में वाइरिलाइजेशन का प्रमुख कारण हो सकता है। इस स्थिति में ओवरी में सिस्ट बनने लगते हैं, जिससे एंड्रोजन हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है। PCOS के कारण अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, और चेहरे पर अत्यधिक बाल आना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

एंड्रोजन का उत्पादन करने वाले ट्यूमर

कुछ मामलों में, ओवरी या एड्रिनल ग्रंथियों में एंड्रोजन का उत्पादन करने वाले ट्यूमर हो सकते हैं। ये ट्यूमर एंड्रोजन हार्मोन के अत्यधिक उत्पादन का कारण बनते हैं, जिससे वाइरिलाइजेशन के लक्षण उत्पन्न होते हैं।

कुशिंग सिंड्रोम

कुशिंग सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। इससे एड्रिनल ग्रंथियां अधिक एंड्रोजन का उत्पादन करती हैं, जिससे महिलाओं में वाइरिलाइजेशन हो सकता है। 

कांग्रेसिटल एड्रिनल हाइपरप्लासिया (CAH)

CAH एक आनुवांशिक विकार है जिसमें एड्रिनल ग्रंथियां सामान्य रूप से काम नहीं कर पातीं और शरीर में एंड्रोजन हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है। यह वाइरिलाइजेशन का एक दुर्लभ कारण हो सकता है और इसके लक्षण बचपन से ही दिख सकते हैं।

एंड्रोजनिक दवाओं का सेवन

कुछ महिलाएं विभिन्न चिकित्सा कारणों से एंड्रोजन युक्त दवाओं का सेवन कर सकती हैं, जैसे कि बॉडीबिल्डिंग के लिए स्टेरॉयड्स का उपयोग। ये दवाएं शरीर में एंड्रोजन के स्तर को बढ़ा देती हैं, जिससे वाइरिलाइजेशन के लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की समस्या क्यों होती है? डॉक्टर से जानें इसका कारण और इलाज

Virilization In Female In Hindi: वाइरिलाइजेशन महिलाओं में गंभीर हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है, जिसका समय पर उपचार आवश्यक है। इसके लक्षणों को पहचानकर, इसका प्रभावी इलाज संभव है। यदि आपको या आपके किसी परिचित को वाइरिलाइजेशन के लक्षण दिखाई दें, तो जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

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