
यह बात आपको थोड़ी हैरान कर सकती है, लेकिन हमारी रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतें भी कई बार सेहत पर बड़ा असर डाल देती हैं। ऐसी ही एक आदत है गीले बालों के साथ सोना। कई लोगों का देर रात शैंपू करने के बाद बाल सुखाने का मन नहीं करता, थकान हावी होती है और हम सोचते हैं कि कोई बात नहीं, सुबह देख लेंगे लेकिन क्या आपने ध्यान दिया है कि कई बार ऐसी रातों के बाद सुबह उठते ही सिर भारी लगता है, आंखें बोझिल होती हैं या हल्का-हल्का सिर दर्द बना रहता है? आपको लग सकता है कि यह सिर्फ थकान की वजह से है, लेकिन सच इससे थोड़ा अलग भी हो सकता है। इस लेख में पारस हेल्थ, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन विभाग के एचओडी, डॉ आरआर दत्ता (Dr. RR Dutta, HOD, Internal Medicine, Paras Health, Gurugram) से जानिए, क्या गीले बालों के साथ सोने से सिरदर्द होता है?
इस पेज पर:-
क्या गीले बालों के साथ सोने से सिरदर्द होता है? - Can Sleeping With Wet Hair Cause Headache
डॉ आरआर दत्ता बताते हैं कि रात में गीले बालों के साथ सोने पर शरीर का तापमान अचानक बदलने लगता है। जब खोपड़ी ठंडी होती है और शरीर गर्म रहता है, तो तापमान का यह अंतर खोपड़ी की नसों पर असर डाल सकता है। इस वजह से कई लोगों को सुबह सिर दर्द, गर्दन की अकड़न और सिर के पीछे भारीपन महसूस होता है। डॉक्टर बताते हैं कि खोपड़ी पर नमी लंबे समय तक बने रहने से ब्लड सर्कुलेशन पर भी हल्का असर पड़ता है, जो सिर दर्द का कारण बन सकता है। इसके अलावा अगर ठंडी हवा खोपड़ी पर सीधे लगती है, तो यह समस्या और बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़ें: सिर दर्द और चक्कर क्यों आते हैं? जानिए 7 संभावित कारण और बचाव
साइनस और माइग्रेन वालों में ज्यादा असर
अगर किसी व्यक्ति को पहले से साइनसाइटिस की समस्या है, तो गीले बालों के साथ सोना उनके लिए और भी ज्यादा परेशानी का कारण बन सकता है। साइनस में पहले से ही जमा बलगम ठंडी हवा या नमी के कारण और गाढ़ा हो जाता है, जिससे अगली सुबह सिर में तेज दर्द और भारीपन बढ़ सकता है। माइग्रेन वाले लोगों में भी अचानक ठंड लगने से ट्रिगर बढ़ जाता है, जिससे वे तेज सिर दर्द या उल्टी जैसा महसूस कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर माइग्रेन और साइनस रोगियों को हमेशा सोने से पहले बाल पूरी तरह सुखाने की सलाह देते हैं। सिर दर्द के अलावा गीले बालों के साथ सोने से कई और परेशानियां भी हो सकती हैं।

इसे भी पढ़ें: 50 से अधिक उम्र की महिलाओं को हो सकता है हाइपनिक सिरदर्द, जानें इसके कारण और लक्षण
- लगातार ठंडी खोपड़ी होने से सर्दी-जुकाम की संभावना बढ़ जाती है।
- गीले बालों की जड़ें कमजोर रहती हैं। तकिए से रगड़ लगने पर हेयर फॉल और डैंड्रफ बढ़ सकता है।
- तकिए की नमी बढ़ने से स्कैल्प पर फंगल इंफेक्शन या खुजली की समस्या हो सकती है।
- ठंडक और गलत पॉश्चर के कारण गर्दन में दर्द और अकड़न भी हो सकती है।
निष्कर्ष
गीले बालों के साथ सोना देखने में एक छोटी सी आदत लगती है, लेकिन यह कई बार सिर दर्द, साइनस ट्रिगर, माइग्रेन और जुकाम जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में शरीर पर ठंडक का प्रभाव ज्यादा देखा जाता है। इसलिए स्वस्थ रहने और सिर दर्द से बचने के लिए बेहतर यही है कि सोने से पहले बाल अच्छी तरह सुखाकर ही बिस्तर पर जाएं।
All Images Credit- Freepik
FAQ
क्या तनाव सिर दर्द का कारण बन सकता है?
तनाव, चिंता या मानसिक दबाव के कारण टेंशन हेडेक होता है, जिसमें सिर में कसाव और दबाव जैसा दर्द महसूस होता है।बार-बार सिर दर्द होना किस बीमारी का संकेत हो सकता है?
बार-बार या लगातार सिर दर्द होना हाई बीपी, साइनस, माइग्रेन, आंखों की कमजोरी, नींद की कमी या तनाव जैसे कारणों का संकेत हो सकता है। लगातार दर्द में डॉक्टर से सलाह जरूरी है।सिर दर्द में तुरंत राहत पाने के लिए क्या करें?
ठंडे या गर्म सिकाई, शांत कमरे में आराम, पर्याप्त पानी पीना और गहरी सांसों वाली रिलैक्सेशन टेक्नीक तुरंत राहत दे सकती हैं।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 14, 2025 18:05 IST
Published By : Akanksha Tiwari