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क्या नींद की गोलियां किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं? जानें डॉक्टर से

आजकल, तनाव और मानसिक दबाव के कारण नींद की समस्याएं आम हो गई हैं। यहां जानिए, क्या नींद की गोलियां किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं?
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क्या नींद की गोलियां किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं? जानें डॉक्टर से


आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित दिनचर्या और बढ़ता मानसिक तनाव लोगों के लिए नींद की समस्या का बड़ा कारण बन गया है। देर रात तक मोबाइल स्क्रीन, ऑफिस का प्रेशर, खराब खानपान और एक्सरसाइज की कमी, ये सभी मिलकर हमारी नींद की क्वालिटी को प्रभावित करते हैं। यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोग अब नींद की गोलियों का सहारा लेने लगे हैं। शुरुआत में ये गोलियां राहत देती हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह आदत में बदल जाती है और शरीर पर असर दिखाने लगती है। नींद की गोलियां डॉक्टर की सलाह पर सीमित समय के लिए दी जाती हैं, लेकिन कई लोग बिना एक्सपर्ट से पूछे इन्हें लंबे समय तक लेना शुरू कर देते हैं। यही आदत आगे चलकर शरीर के अहम अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। सबसे ज्यादा सवाल किडनी को लेकर उठता है कि क्या नींद की गोलियों से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. कुणाल राज गांधी (Dr. Kunal Gandhi, Senior Consultant, Nephrology) से बात की-

क्या नींद की गोलियां किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं? - Can Sleeping Pills Damage Kidneys

नींद की गोलियां मुख्य रूप से नर्वस सिस्टम को प्रभावित करके काम करती हैं। ये दवाइयां दिमाग में ऐसे रिसेप्टर्स को एक्टिव करती हैं जो हमें शांति और आराम का एहसास कराती हैं, जिससे हम सो पाते हैं। लेकिन इनका लंबा उपयोग शरीर के लिए कई तरह से नुकसानदायक हो सकता है।

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नींद की गोलियों का किडनी पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है, विशेष रूप से उन लोगों में जो लंबे समय तक इनका इस्तेमाल करते हैं। किडनी शरीर का एक अहम अंग है, जो खून से टॉक्सिन को निकालने का काम करती है। नींद की गोलियों के सेवन से किडनी की कार्यक्षमता पर असर पड़ सकता है और लंबी अवधि में इसका किडनी की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। नींद की गोलियां शरीर में जल प्रतिधारण (fluid retention) को बढ़ा सकती हैं। इस अतिरिक्त तरल पदार्थ का असर किडनी पर पड़ता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि किडनी इस तरल को फिल्टर करने में कठिनाई महसूस करती है। इससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव बनता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता में कमी आ सकती है। नींद की गोलियों का नियमित और लंबे समय तक सेवन करने वालों में किडनी फंक्शन कमजोर होने की संभावना ज्यादा पाई गई है। एक रिसर्च में यह भी पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से स्लीपिंग पिल्स लेते हैं, उनमें क्रॉनिक किडनी डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है।

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Can Sleeping Pills Damage Kidneys

नींद की समस्या दूर करने के नेचुरल तरीके

  • रोजाना एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें
  • सोने से पहले मोबाइल या स्क्रीन का इस्तेमाल बंद करें
  • ध्यान और योग करें, खासकर श्वास पर केंद्रित अभ्यास

नींद की गोलियां चाहे एलोपैथिक हों या आयुर्वेदिक, किसी भी दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। हर व्यक्ति की शारीरिक अवस्था अलग होती है, ऐसे में सही निदान और मार्गदर्शन ही बेहतर इलाज दे सकता है। यदि आप पहले से किसी अन्य दवा पर हैं या किडनी की बीमारी से ग्रसित हैं, तो नींद की दवा आपके लिए खतरनाक हो सकती है।

निष्कर्ष

नींद की गोलियां अस्थायी रूप से राहत देती हैं, लेकिन उनका लंबे समय तक और बिना डॉक्टर की सलाह के उपयोग करना शरीर, विशेषकर किडनी के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बेहतर होगा कि नींद से जुड़ी समस्या का जड़ से समाधान ढूंढा जाए और नेचुरल तरीकों को अपनाया जाए। अगर दवाओं की आवश्यकता हो भी, तो उसका सेवन केवल विशेषज्ञ की निगरानी में ही करें।

All Images Credit- Freepik

 

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